17/09/2025
शीर्षक: "सस्ती दवा या असली इलाज?"
प्रिय साथियों,
आज समाज के सामने एक बड़ी चुनौती है — नकली डॉक्टर और बिना लाइसेंस वाले मेडिकल। लोग अक्सर सोचते हैं कि सस्ती दवा = अच्छा इलाज। पर सच यह है कि सही दवा तभी असर करती है जब उसे योग्य डॉक्टर ने जांचकर और सही डायग्नोसिस के बाद लिखा हो।
कई बार कुछ मेडिकल बिना डॉक्टर की पर्ची के ही दवा दे देते हैं, या गलत मात्रा दे देते हैं। यह छोटी–सी गलती दिखती है पर कभी–कभी उसका नतीजा बहुत भारी होता है — एलर्जी, दवा का गलत प्रतिसाद, बीमारी का बढ़ना या क्रॉनिक समस्या बन जाना।
असली मेडिकल वह है जहाँ लाइसेंस हो, फार्मासिस्ट प्रशिक्षित हो और दवा केवल सही प्रिस्क्रिप्शन पर दी जाए। असली डॉक्टर वही है जिसने सालों की पढ़ाई और ट्रेनिंग की हो। इन दोनों के बीच का फ़र्क़ समझना हम सबकी ज़िम्मेदारी है।
मैं किसी का दिल दुखाना नहीं चाहता — मैं किसी को बदनाम कर रहा नहीं हूँ; मेरा एक ही मकसद है कि लोगों तक सही जानकारी पहुँचें और कोई अनजान जोखिम न उठाए।
तो आओ मिलकर निर्णय लें कि हम अपने परिवार के लिए समझदारी दिखाएँ: इलाज योग्य डॉक्टर से कराएँ और दवा हमेशा पंजीकृत मेडिकल से ही लें। इस छोटी सी सावधानी से कई जानें बच सकती हैं।