13/10/2025
मैंने चाहा है तुझे इतना, कि अब खुद से भी मिलना भूल गया। ❤️🩹
तेरे इश्क़ में कुछ ऐसा डूबा, कि किनारों का सिलसिला भूल गया। 🌊💔
तेरी आवाज़ में था सुकून इतना, कि बाकी दुनिया सुनना भूल गया। 🎶🔇
अब तेरे बिना भी जी रहा हूँ यूँ, जैसे जीते-जी जीना भूल गया। 😞🥀