
12/08/2025
उर्दू भाषा लिपि में किताबों का निर्माण व छात्रों को उपलब्ध कराने की मांग को लेकर आज झारखंड छात्र संघ का प्रतिनिधिमंडल जेसीईआरटी के उप निदेशक प्रदीप कुमार चौबे से मिले और सरकार एवं सचिव, निदेशक के नाम मांग पत्र सौंपा।
इस मौके पर झारखंड छात्र संघ के अध्यक्ष एस अली ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के जेसीईआरटी द्वारा जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा लिपि में पुस्तकों का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन उसमें उर्दू भाषा लिपि में किताबों नही बन रही है जो राज्य के उर्दू प्राथमिक एवं उर्दू मध्य विधालय में पढ़ने वाले उर्दू भाषी छात्रों व उर्दू टीचरों की उपेक्षा एवं राज्य की दितीय राज्य भाषा उर्दू के साथ भेदभाव जैसा है।
उन्होनों कहा कि राज्य में उर्दू विधालयों की स्थापना का उद्देश्य मातृभाषा में शिक्षा देने का है और राज्य में 06 लाख से ज्यादा उर्दू भाषी छात्र अध्ययनरत है लेकिन वो उर्दू भाषा लिपि में शिक्षा हासिल करने से वंचित है जबकि झारखंड सरकार के संकल्प 1278 वर्ष 2003, आरटीआई 2009 एवं नयी शिक्षा नीति 2020 मातृभाषा में शिक्षा देने का निर्देश देता है लेकिन इसका अनुपालन नही किया जा रहा है,जेसीईआरटी हिन्दी-अग्रेजी विषय को छोड़कर अन्य सभी विषयों की किताबों का निर्माण कराकर उर्दू भाषी छात्रों को उपलब्ध कराये।
उप निदेशक प्रदीप चौबे ने कहा मैं मांगों को वरीय अधिकारियों से अवगत कराकर उर्दू लिपि में किताबों का निर्माण करवाने का प्रयास करूगा।
इस मौके पर समाजसेवी इरशाद इमाम, आमया संगठन के संगठन प्रभारी जियाउद्दीन अंसारी, केन्द्रीय सचिव नौशाद आलम, केन्द्रीय उपसचिव हारिश आलम, झारखंड छात्र संघ के प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल बारी, आमया के प्रखंड अध्यक्ष सिद्दीक अंसारी, जिला सचिव आसिफ अंसारी, मौलान मौनव्वर हुसैन, मौलान फजलूल कदीर, इमरान जिलानी, मो अफसर, गुलजार, वारिसआदि शामिल थे।