20/08/2025
#रामराज्य का दावा करने वाली #हरियाणा सरकार अगर इन सवालों के जवाब देने की बजाए धक्का शाही से उस परिवार को दबाती है तो यह मान लिया जाएगा कि किसी बड़ी मछली को बचाने के लिए सब किया जा रहा है !
1. 13 अगस्त को #सुसाइड लेटर मिलने के बाद पुलिस की नज़रों में तो मामला साफ़ हो गया था तो फिर SP का तबादला और अन्य अधिकारियों को सस्पेंड करने का क्या कारण था ?
2. अगर सुसाइड लेटर मिल गया था तो वह सार्वजनिक करने की बजाय पाँच दिन तक #हरियाणा को आग की भट्ठी में क्यों खुला छोड़ दिया गया ? अगर ग़ुस्से में लोगों से कोई गलती हो जाती तो उसका ज़िम्मेदार कौन होता ?
3. मौक़े पर बरामदगी में परिवार या समाज में से #गवाह बनाए जाते हैं ,किसकी मौजूदगी में वह सुसाइड लेटर बरामद किया गया था ? गवाह का नाम !
4. जब धरने पर लोगों द्वारा #पोस्टमार्टम रिपोर्ट को आगे करके मनीषा का गला काट दिए जाने, आँखें निकाले जाने और अन्य जघन्य आरोप लगाए जा रहे थे तो उनका उसी समय जवाब देने की बजाय लोगों में इतना ग़ुस्सा पैदा होने क्यों दिया गया ?
क्या कोई दंगा करवाना चाहती थी सरकार?
5. इतने गंभीर मामले में सीनियर पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करने की बजाय एक चैनल को दूरभाष से मामले को #आत्महत्या बताना क्या सीधा सीधा अपनी ज़िम्मेदारी से भागना नहीं है ?
आज तक एक बार भी पुलिस की तरफ़ से प्रेस कांफ्रेंस करके जाँच और अन्य पहलुओं पर नहीं बताया गया , आख़िर क्यों ?
6. ज़हर ख़रीदे जाने की CCTV फ़ुटेज , उस #दुकान की नहीं तो आस पास की CCTV फ़ुटेज अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं है ?
7. शरीर में जहर की पुष्टि सामान्य आदमी भी शव को देखकर कर सकता है तो इतने अनुभवी #डाक्टर 5 दिन किसका इंतज़ार कर रहे थे ?
8. मौक़े से कोई ज़हर की शीशी बरामद क्यों नहीं हुई ?
अगर अब कहीं से निकालकर दिखाई जाती है तो किस #गवाह की मौजूदगी में ज़हर की शीशी बरामद हुई है बताया जाए ?
9. 6 दिन की जाँच में #आत्महत्या का कोई कारण वजह ? अगर इतनी जाँच के बाद भी पुलिस यह पता नहीं कर पाई तो ऐसे पुलिस अधिकारी कैसे अपराध रोकेंगे ?
10. जब पूरा हरियाणा पारदर्शी तरीक़े से #सच्चाई जानना चाहता है तो परिवार के साथ धक्काशाही क्यों ?
11. शव की फ़ोटो में मौक़े पर कपड़े पहने हुए दिखाया गया है , ऐसा कौन सा #विशेषज्ञ जानवर है जो कपड़ों के भीतर से शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को खा गया ?
12. घटना कैसे हुई क्यों हुई पारदर्शी तरीक़े से यह बताने की बजाए सिर्फ़ चार लाइन की #फ़ेसबुक स्टेटमेंट और वह भी इतने हाइलाइट केस में ?
अगर यह आत्महत्या है तो इसे साबित करना अब पुलिस का काम है अन्यथा हरियाणा इसे हत्यारों को बचाने की साज़िश मानेगा !