21/04/2023
ये हिंदू-मुस्लिम का दंगा,
तो नेताओं का रंगा-फ़ूला खेल है,
एक दूजे की बेवकूफ़ी पर बढ़ाते हैं रंग,
जनता की भावनाओं का करते हैं अपमान।
दिल में हिंदुस्तान बसाने की बात करते हैं,
जब खुद ही धर्म का खेल खेलते हैं,
फिर समाज को तोड़ने में उलझ जाते हैं,
और शान्ति को लोगों से दूर भगाते हैं।
कभी सोचा है, कितने सपने खोये होंगे,
जब आपस में लड़ाई की बजाए,
मिलकर एक सशक्त समाज बनाने के सपने देखे होंगे,
वह दिन कहाँ गये, क्या अब हम उन्हें पाएंगे?