30/06/2023
प्रांतीय सेवा सिविल अधिकारी ज्योति मौर्या और उनके चपरासी पति के बारे में बहुत कुछ सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है एक चपरासी पति ने अपनी पत्नी को पढ़ा लिखाकर पीसीएस अधिकारी बनाया और वह अब किसी और के साथ शादी करना चाहती है, यह शादी झूठी बुनियाद पर टिका था,यह शादी 2010 की है,जब ज्योति एक टीचर हवा करती थी,आलोक मौर्य जो की प्रतापगढ़ में एक सफाई कर्मी की नौकरी करता था,उसने झूठ बोलकर की वह ग्राम पंचायत अधिकारी है,ज्योति से शादी रचाया,जबकि वह सफाई कर्मी था,आलोक के घर में सभी उसी पर निर्भर थे,ज्योति मौर्य ने खुद के दम पर पढ़ाई जारी रखी अंत में वह प्रांतीय सिविल सेवा अधिकारी रूप में चयनित हुई,जो शादी झूठ पर आधारित थी वह कब तक टिकता,कल मेरी फोन से संबंधित अधिकारी से बात हुई और आलोक के बारे में पूरी जानकारी एक जुट किया,आप सभी सोशल मीडिया से अपील है पूरी जानकारी के बिना किसी को बदनाम न करे न अनाप शनाप लिखे,ताली दोनों हाथ से बजती हैं,
विशाल गोविंद राव
राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एमनेस्टी इंटरनेशनल,
सर्टिफिकेट होल्डर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
8052630132