23/10/2025
आज चित्रगुप्त पूजा द्वितीया तिथि के शुभ मुहूर्त में मनाई जा रही है. इस दिन कायस्थ समाज के लोग देवताओं के लेखपाल, भगवान चित्रगुप्त की विधि-पूर्वक पूजा करते हैं. बही खातों पर ‘श्री’ लिखकर शुभकामनाओं के साथ नया काम शुरू किया जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार, ब्रह्मा ने पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी थी. दिवाली के बाद भैया दूज पर भी लेखनी, दवात और पुस्तकों की पूजा की जाती है. महिलाएं गोधन करती हैं और भगवान चित्रगुप्त की पूजा में भाग लेती हैं.
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