06/07/2025
खीरे (Cucumber) की खेती से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी नीचे दी गई है, जिसमें **बीज चयन**, **खेत की तैयारी**, **बुआई का समय**, **खाद/उर्वरक**, **सिंचाई**, **कीट एवं रोग नियंत्रण (स्प्रे सहित)** और **उत्पादन** की जानकारी शामिल है।
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# # # 🌱 1. उपयुक्त जलवायु और मिट्टी
* **मौसम:** गर्म व आर्द्र जलवायु सर्वोत्तम है।
* **तापमान:** 25-35°C सबसे अनुकूल।
* **मिट्टी:** दोमट मिट्टी जिसमें जल निकास अच्छा हो; pH 6.0-7.0।
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# # # 🧬 2. बीज की बेहतरीन किस्में (Hybrid/Improved Seeds)
| किस्म का नाम | विशेषता |
| ---------------------- | --------------------------- |
| पूसा उत्कर्ष | जल्दी तैयार, अधिक उत्पादन |
| अर्का ज्योति | रोग प्रतिरोधक, लंबे फल |
| कुष्मांड-1 (K-75) | गर्मी के लिए उपयुक्त |
| Nunhems 999, Indam 181 | हाईब्रिड, अधिक उत्पादन |
| East-West 343, 265 | बाजार में लोकप्रिय हाईब्रिड |
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# # # 📅 3. बुवाई का समय
| क्षेत्र | बुवाई समय |
| ----------- | ----------------------------------- |
| उत्तर भारत | फरवरी-मार्च (रबी), जून-जुलाई (खरीफ) |
| दक्षिण भारत | सालभर (अनुकूल मौसम में) |
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# # # 🚜 4. खेत की तैयारी
* खेत को 2-3 बार अच्छी तरह जोतें।
* सड़ी हुई गोबर की खाद (20-25 टन/हैक्टर) मिलाएँ।
* अंतिम जुताई के समय नीम खली या वर्मी कम्पोस्ट भी मिला सकते हैं।
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# # # 📏 5. बीज बुवाई विधि
* **बीज दर:** 1.5-2.0 किलो प्रति एकड़
* **दूरी:** पंक्ति से पंक्ति 1.5 मीटर, पौधे से पौधे 60 सेमी।
* बीज को बोने से पहले 6-8 घंटे पानी में भिगोना अच्छा रहता है।
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# # # 💧 6. सिंचाई व्यवस्था
* बुवाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई।
* गर्मी में हर 3-4 दिन पर सिंचाई करें।
* फूल और फल बनने की अवस्था में पर्याप्त नमी बनाए रखें।
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# # # 💊 7. खाद और उर्वरक
| खाद/उर्वरक | मात्रा (प्रति एकड़) | समय |
| ------------- | ------------------- | -------------------------------------------- |
| गोबर की खाद | 8-10 टन | बुवाई से पहले |
| नाइट्रोजन 👎 | 30-40 किलो | दो भागों में दें (बुवाई के 15 और 30 दिन बाद) |
| फास्फोरस (P) | 20 किलो | बुवाई के समय |
| पोटाश (K) | 20 किलो | बुवाई के समय |
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# # # 🦟 8. कीट व रोग नियंत्रण (स्प्रे गाइड)
# # # # 👉 आम कीट:
1. **फल मक्खी** – फल सड़ते हैं।
* *उपाय:* डेल्टामेथ्रिन 2.8 EC @ 1 मि.ली./लीटर छिड़कें।
2. **लाल मकड़ी / थ्रिप्स** – पत्ते पीले हो जाते हैं।
* *उपाय:* स्पाइनोसैड @ 1 मि.ली./लीटर।
# # # # 👉 आम रोग:
1. **पाउडरी मिल्ड्यू (सफेद चूर्ण)**
* *उपाय:* सल्फर 80 WP @ 2 ग्राम/लीटर।
2. **डाउनी मिल्ड्यू (पत्तियों पर धब्बे)**
* *उपाय:* मैनकोजेब 75% WP @ 2.5 ग्राम/लीटर।
3. **जड़ सड़न**
* *उपाय:* ट्राइकोडर्मा और फोरेट का उपयोग मिट्टी में करें।
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# # # 🧴 9. स्प्रे शेड्यूल (15-20 दिन तक फसल के अनुसार)
| दिन | दवा का नाम | मात्रा | उद्देश्य |
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| 15 दिन | मैनकोजेब + सिस्टिवा | 2.5 ग्राम/लीटर | डाउनी मिल्ड्यू रोकथाम |
| 25 दिन | डेल्टामेथ्रिन | 1 मि.ली./लीटर | फल मक्खी |
| 35 दिन | सल्फर | 2 ग्राम/लीटर | पाउडरी मिल्ड्यू |
| 45 दिन | स्पाइनोसैड | 1 मि.ली./लीटर | थ्रिप्स और कीट |
> ✔️ **टिप:** हमेशा 5-7 दिन का अंतर रखें और बारिश के बाद दोबारा स्प्रे करें।
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# # # 🧺 10. तुड़ाई और उत्पादन
* **पहली तुड़ाई:** बुवाई के 45-50 दिन बाद।
* **तोड़ते रहें:** हर 2-3 दिन में।
* **उत्पादन:** 80-120 क्विंटल/एकड़ (हाईब्रिड में ज़्यादा)