19/08/2025
राहुल गांधी का असली खेल समझो ..अगर देश के लिए सोचते हो.
राहुल गांधी को देखकर अब किसी को भी समझने में देर नहीं लगनी चाहिए कि उनका असली एजेंडा क्या है.
लगातार भारतीय चुनाव प्रक्रिया को बदनाम करने में लगे हैं. कभी लोकतंत्र ख़त्म ..कभी संविधान ख़त्म ..
कभी ईवीएम पर सवाल,
कभी चुनाव आयोग की नीयत पर शक – असल में यह एक सोची-समझी रणनीति है.
उनका मकसद साफ है –
देश के भीतर यह माहौल बनाना कि भारत का लोकतंत्र “खराब” हो चुका है, ताकि पश्चिमी सरकारें और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं “चिंता” जताने के बहाने हमारे आंतरिक मामलों में दखल दें.
इतिहास गवाह है कि जब किसी देश की चुनावी प्रक्रिया को लेकर लगातार शक पैदा किया जाता है, तो बाहर के खिलाड़ी “लोकतंत्र बचाने” के नाम पर घुस आते हैं. उस देश में अपने किसी एजेंट को उस देश पर हुकूमत के लिए रखते हैं .. और बदले में उस देश से अपना फ़ायदा और उस देश की बर्बादी यही इतिहास रहा है … पता करके देख लो ..
-अभी बांग्लादेश का क़िस्सा ही याद कर लो .. अच्छी ख़ासी तरक़्क़ी कर रहा था … वहाँ लोकतंत्र और चुनाव प्रकिया का बहाना बनाकर अराजकता फैलाया और अपने एजेंट को बैठाकर .. बंगलादेश की बर्बादी वाली कहानी चल पड़ी …
दरअसल बात यह है कि भारत में, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा, राहुल गांधी की इन बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता. गांव, कस्बे, शहर – आम आदमी के लिए यह सिर्फ एक और राजनीतिक ड्रामा है.
लेकिन राहुल का खेल मैदान देश के भीतर नहीं है.
वह असल में पश्चिमी राजधानियों को संदेश दे रहे हैं –
“देखो, मैं यहां विपक्ष का चेहरा हूं, मैं आपके नैरेटिव को आगे बढ़ा सकता हूं.” इसीलिए उनके भाषण, इंटरव्यू और विदेश यात्राओं में बार-बार एक ही लाइन सुनाई देती है –
भारत में लोकतंत्र खतरे में है.
राहुल गांधी जानते हैं कि भारतीय मतदाता 2024 में भी उन्हें नकार चुके हैं,
लेकिन पश्चिमी ताकतों के लिए वह अभी भी एक ‘प्रॉजेक्ट’ हैं.
सवाल यह है कि क्या देशवासी इस खेल को समय रहते पहचानेंगे, या फिर इतिहास में एक और “विदेशी हस्तक्षेप” की कहानी लिखी जाएगी?
और पप्पू में मूर्ख समर्थक जो पप्पू के सिवा भारत या अपने देश को भी नही देख रहे हैं .. वो भारत की बर्बादी की कहानी अपने पागलपन और सनक में लिख देंगे …
आख़िर होश कभी जब आएगा तब तक सब लूट पिट चुका होगा … क्यूँकि नफ़रत में भरे इन मानसिक विकृत लोगों को मोदी मतलब भारत का विरोध ही समझ आने लगा है …
🙁🙂🙂