Ambedkar Nagar ki Awaz

Ambedkar Nagar ki Awaz Ambedkar Nagar ki Awaaz समाज में हो रही घटनाओं को लेकर पेज बनाया गया है जिससे आपको जानकारी मिल सके

08/06/2025

*इलाज करने वाले मेडिकल कॉलेज को खुद इलाज की जरूरत*

*मेडिकल कॉलेज सदरपुर के वार्ड नंबर 1 से 5 में बदहाली, शौचालयों में गंदगी से मरीज परेशान*

अम्बेडकर नगर।
स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र माने जाने वाले मेडिकल कॉलेज सदरपुर की हालत खुद ही बीमार होती जा रही है। विशेष रूप से वार्ड नंबर 1 से 5 तक का नज़ारा ऐसा है कि वहां इलाज के लिए भर्ती हुए मरीज अब गंदगी और दुर्गंध से दोहरी मार झेल रहे हैं।
शौचालयों की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि वहां जाना किसी सजा से कम नहीं लगता। गंदगी, पानी की कमी और चारों ओर फैली बदबू ने मरीजों की तबीयत को और बिगाड़ दिया है। संक्रमण फैलने का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है।
"ऐसे तो यहां जो आएगा वह और बीमार होकर रह जाएगा," यह कहना है एक मरीज के परिजन का खुद यह दुर्दशा देखी है।
मरीजों और उनके परिजनों का आरोप है कि कई दिनों से सफाई नहीं हुई है न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी हालात का जायजा लेने आता है।
जब इस संबंध में अस्पताल प्रशासन से संपर्क किया गया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। सवाल यह उठता है कि जब एक मेडिकल कॉलेज में ऐसी अव्यवस्था है, तो जिले के अन्य अस्पतालों की स्थिति कितनी भयावह होगी — इसका अनुमान लगाना मुश्किल नहीं। मरीजों और तीमारदारों ने मिडिया के माध्यम से जिला प्रशासन से इस स्थिति पर तुरंत संज्ञान लेने की अपील की है। लोगों की मांग है कि मेडिकल कॉलेज में साफ-सफाई, नियमित निरीक्षण और मानवीय सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
अब देखना यह है कि प्रशासन कब जागता है और मेडिकल कॉलेज की बिगड़ती हालत पर मरहम लगाने का काम शुरू होता है या नहीं।

*शहर के स्विमिंग पूल और वाटर पार्क के पानी का नही होता क्वालिटी टेस्ट**वाटर पार्क प्रतिदिन पूरा पानी भरने के लिए स्थानीय...
07/06/2025

*शहर के स्विमिंग पूल और वाटर पार्क के पानी का नही होता क्वालिटी टेस्ट*

*वाटर पार्क प्रतिदिन पूरा पानी भरने के लिए स्थानीय जल आपूर्ति का उपयोग नहीं करते , तो वे अपना पानी कहां से प्राप्त करते हैं?*

*जनपद में वाटर पार्क की हो रही वृद्धि*

अंबेडकरनगर
भीषण गर्मी के दिनों में स्विमिंग पूल और वाटर पार्क राहत तो दिलाते हैं, लेकिन संचालकों की लापरवाही के कारण स्विमिंग पूल और वाटर पार्क का पानी ही एक तरह से जहरीला हो गया है। उनका पीएच लेवल यानि पोटेशियम ऑफ हाइड्रोजन की मात्रा ज्यादा होती है। आमतौर पर मनोरंजन और गर्मी से राहत के लिए लोग स्विमिंग पूल में घंटों समय बिताते हैं। ऐसे में गंदे पानी को साफ करने के लिए भरपूर मात्रा में क्लोरिन मिलाकर पानी का पीएच लेवल बिगाड़ दिया जाता है। नियमानुसार इन वाटर पार्क के पास भूगर्भ जल दोहन की एनओसी से लेकर, पानी के पीएच स्तर और क्लोरीन की मात्रा को नापने के लिए किट होना जरुरी है। जितनी बार भी पानी में क्लोरिन डाला जाए उसका पीएच स्तर जांचा जाए। लेकिन ऐसा नही हो रहा है। स्थिति यह है कि अधिकतर पूल्स और पार्क में पानी का पीएच स्तर मापने तक के लिए में किट ही नहीं है। यहां पानी का रंग देखकर ही पीएच का आंकलन कर लिया जा है। पानी का रंग पीला होने के बाद अंदाज से क्लोरीन और कई बार फिटकरी मिलाकर पानी की सफाई कर दी जाती है। पानी की पीएच स्तर मापे बिना ही मनोरंजन और स्पोटर्स एक्टिविटी के लिए पूल्स और पार्क खोल दिए जाते हैं।वहीं, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही के चलते पानी के खेल की यह मस्ती शहर के लोगों खासतौर पर बच्चों के लिए भारी पड़ सकती है। क्योंकि गर्मियों की शुरुआत होते ही शहर के गली मोहल्लों, होटल रेस्टोरेंट में स्विमिंग पूल्स और वाटर पार्क खुलने शुरू हो जाते हैं। इनमें मानकों की जमकर अनदेखी होती है जिसके चलते इन पूल्स और पार्क का पानी सेहत को खराब कर सकता।जिला भूगर्भ जल प्रबंधन परिषद से बिना एनओसी लिए कारोबारियों को भू-जल दोहन करना महंगा पड़ेगा। मिली जानकारी के अनुसार वाणिज्यिक, औद्योगिक इकाइयों तथा सामूहिक भूगर्भ जल उपभोक्ताओं जैसे डेयरी, होटल, लाॅज, काॅलोनियों, रिजाॅर्ट, निजी चिकित्सालयों, कारोबार प्रक्षेत्रों, माॅल्स तथा वाटर पार्कों आदि को भूगर्भ जल दोहन के संबंध में मानकों की पूर्ति कर एनओसी लेना जरूरी है।दो से पांच लाख रुपये तक का जुर्माना व छह माह से एक साल के कारावास का प्रावधान है।गर्मियों में भूजल स्तर इतना गहरे चला जाता है कि गांवों में हैंडपंपों से पानी निकलना बंद हो जाता है। इसके बावजूद भूजल का अतिदोहन थमने का नाम नहीं ले रहा है। ज़्यादातर वाटर पार्क पानी की बर्बादी करने वालों के रूप में अपनी प्रतिष्ठा से अच्छी तरह वाकिफ़ हैं, और जल संरक्षण में अपनी किसी भी प्रगति का विज्ञापन करने की ज़रूरत है। ज़्यादातर पार्कों के लिए, इसका मतलब है जितना संभव हो उतना पानी वापस पाना, फ़िल्टर करना और उसका दोबारा इस्तेमाल करना।वाटर पार्कों का भविष्य पानी को संरक्षित करने और लोगों को यह विश्वास दिलाने की उनकी क्षमता पर निर्भर करता है कि वे वास्तव में पर्यावरण की दृष्टि से संधारणीय हो सकते हैं।स्विमिंग पूल या वाटर पार्क का गंदा पानी कई रोगों का कारण होता है। गंदे पानी के कारण हेपेटाइटिस ए, हैजा और टाइफाइड जैसी बीमारियां फैल सकती हैं। वहीं पूल का पानी बदले बिना ही साफ करने के लिए पानी में क्लोरिन की मात्रा ज्यादा डाल दी जाती है। यह क्लोरीन हाइड्रोजन आयन के साथ मिलकर माइल्ड एसिड बनता है। इससे स्विमिंग पूल का पानी एसिडिक पीएच का होता है। पानी का पीएच वैल्यू 8 से अधिक नहीं होना चाहिए। एक्सपर्ट के मुताबिक इसलिए जब भी स्विमिंग पूल में नहाने जाए तो पता करना चाहिए कि पानी में क्लोरीन की कितनी मात्रा है। अगर पानी में ज्यादा मात्रा में क्लोरीन है तो नहाने से बचना चाहिए।यहां जमकर पानी की चोरी भी की जा रही है और लोगों की सेहत से खेला जा रहा है।✒️✒️✒️

आज के समाचार पत्र   #प्रतिदिन समाचार के लिए पेज को फॉलो और लाइक जरूर कीजिएगा             #𝘼𝙢𝙗𝙚𝙙𝙠𝙖𝙧𝙉𝙖𝙜𝙖𝙧                 ...
07/06/2025

आज के समाचार पत्र
#प्रतिदिन समाचार के लिए पेज को फॉलो और लाइक जरूर कीजिएगा


#𝘼𝙢𝙗𝙚𝙙𝙠𝙖𝙧𝙉𝙖𝙜𝙖𝙧













#जर्नलिस्ट सैय्यद शाहनवाज़ अशरफ @
Mob*7398880985

*हसवर थाने में तैनात आरक्षि आशीष वर्मा द्वारा पत्रकार के गाड़ी की चाबी निकाल कर दी गई मा बहन की गली**घटना के तुरंत बाद प...
07/06/2025

*हसवर थाने में तैनात आरक्षि आशीष वर्मा द्वारा पत्रकार के गाड़ी की चाबी निकाल कर दी गई मा बहन की गली*

*घटना के तुरंत बाद पत्रकार ने थाना अध्यक्ष व क्षेत्रा अधिकारी टांडा से की फ़ोन पर शिकायत*

अंबेडकर नगर।

एक तरफ उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मीडिया के साथ अच्छे व्यवहार व खबर संकलन के लिए खाकी को लगातार निर्देश देते रहे लेकिन कहीं ना कहीं कुछ मनबढ़ किस्म के सिपाहियों द्वारा ऐसा काम जनपद में देखने को मिल ही जाता है ताजा मामला जनपद अंबेडकर नगर के हँसवर थाने में तैनात दबंग सिपाही आशीष वर्मा का सामने आया हैँ जहाँ आशीष वर्मा सिपाही द्वारा एक पत्रकार के साथ माँ बहन की गाली देने का मामला प्रकाश में आया हैँ आप को बता दे की एक पत्रकार के गाड़ी का तेल खत्म होने के बाद काटोखर चौराहे के बसखारी रोड पर स्थित पेट्रोल पंप पर तेल डलवाने जा रहे पत्रकार की गाड़ी असीश वर्मा सिपाही द्वारा रोक कर माँ बहन की गाली देते हुए गाड़ी की चाभी निकाल ली गई पत्रकार द्वारा गाड़ी की चाबी निकालने का कारण पूछा गया तो सिपाही द्वारा लगातार मां बहन की गाली दी ही जा रही थी जिसको देख वहा के लोगो की भीड़ इकट्ठा हो गई लोगो द्वारा ऐसी कृति का विरोध करने के बाद सिपाही द्वारा गाड़ी थाने में ले जा कर सीज करने की धमकी भी दी गई वहां खड़े लोगों द्वारा बताया गया यह सिपाही एक साल से इसी थाने में तैनात है जो गाली गलौज में अव्वल दर्जा हासिल किया हुआ है लोगों का कहना है सिर्फ पत्रकार को ही नहीं आम जनमानस को भी इस दबंग सिपाही से हमेशा डर लगा रहता है नाम न छापने की शर्त पर वहां के लोकल लोगों ने बताया सिपाही का यही काम इससे यहां के एरिया के लोगों में हमेशा डर बना रहता है समझ में नहीं आता है कि एक तरफ पत्रकार को चौथा स्तम्भ बता रहे हैं और पुलिस को बोला जा रहा है कि पत्रकार की मदद करे कोई परेशानी न हो परंतु एक सिपाही असीश वर्मा द्वारा पत्रकार के साथ गाली गलौज किया गया और बोला कि पत्रकारिता बंद कर दूंगा पत्रकार द्वारा इसकी शिकायत फोन के माध्यम से थाना अध्यक्ष महोदय व क्षेत्रा अधिकारी टांडा से की गई हैँ अब देखना ये हैँ दबंग सिपाही के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही हैँ सिपाही द्वारा किए गए ऐसे काम को लेकर लोगों में चर्चा बनी हुई हैँ लोगों का कहना है ऐसी सोच वाले सिपाहियों को मुख्यालय से दूर थाने पर तैनाती से पुरे थाने की होती हैँ बदनामी ऐसे सिपाहियों के कारण थाना क्षेत्र की जनता का उठ रहा है विश्वास

*पैसा वसूलने में अधिकारियों का भी बॉस है बाबू, विभाग को निगल लेने वाला मगरमच्छ*  अंबेडकरनगर।विद्युत वितरण खंड अकबरपुर मे...
07/06/2025

*पैसा वसूलने में अधिकारियों का भी बॉस है बाबू, विभाग को निगल लेने वाला मगरमच्छ*

अंबेडकरनगर।
विद्युत वितरण खंड अकबरपुर में तैनात एक मगरमच्छ बाबू पर गंभीर आरोप लगे हैं कि वह विभाग में खुलेआम एस्टीमेट पास कराने के नाम पर पैसे की वसूली करता है। बताया जा रहा है कि यह बाबू इतना प्रभावशाली है कि उसके बिना विभाग में *पत्ता भी नहीं हिलता।* विभागीय सूत्रों की मानें तो उसका सूत्र वाक्य है – “तुम हमें खुश रखो, तुम्हारा काम होता रहेगा।”

*जानकारी के अनुसार, जो एस्टीमेट फाइलें बाबू की मर्जी से पास होती हैं,* वही उपभोक्ताओं तक पहुंच पाती हैं। बाकी फाइलें महीनों बाबू की *टेबल पर धूल फांकती रहती हैं।* यह बाबू संविदा कर्मियों की नियुक्ति, नामों की सूची में हेरफेर और वेतन निर्गमन में भी अपनी मनमानी करता है। आरोप है कि स्थानीय एजेंसी के ठेकेदारों के साथ सांठगांठ कर विभागीय नियमों को ताक पर रखा जा रहा है।

*नाम न छापने की शर्त पर बिजली विभाग के कई कर्मचारियों ने बताया* कि वे खुद इस बाबू की कार्यशैली से परेशान हैं। उनका कहना है कि बाबुओं की मनमानी के चलते उनकी गर्दन हमेशा फंसती है। बावजूद इसके उच्च अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। ऐसा प्रतीत होता है जैसे अधिकारी भी इस भ्रष्ट व्यवस्था के हिस्सेदार बन गए हों।

सूत्रों की मानें तो यह बाबू फैजाबाद निवासी है और सत्ता पक्ष के साथ-साथ विभाग के उच्चाधिकारियों में भी इसकी पकड़ मजबूत है। आरोप है कि उसका बेटा भी कटेहरी में संविदा पर तैनात है, जो वेतन तो लेता है लेकिन विभाग में कभी दिखाई नहीं देता।

कुछ कर्मचारियों ने व्यंग्य करते हुए कहा *– “समरथ को नहीं दोष गोसाईं”।* अब देखना यह है कि क्या विभागीय उच्चाधिकारी इस भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई करेंगे, या फिर यह खेल यूं ही बदस्तूर चलता रहेगा।

(नोट: खबर में दी गई जानकारी प्राथमिक स्रोतों पर आधारित है। उच्च स्तरीय जांच के बाद तथ्य और स्पष्ट हो सकते हैं।)

06/06/2025

*ब्रेकिंग*

*वीडियो बनाना पड़ा महंगा अधिशासी अभियंता अंबेडकर नगर ने जमकर पीटा*

*लाइट बिल ज्यादा आने पर शिकायत करने गए उपभोक्ता को पढ़ा भारी ,,, आरोप है कि अधिशासी अभियंता आशीष यादव ने अपने ही चैंबर में उपभोक्ता को मारा थप्पड़,,, वीडियो बनाने से नाराज अधिकारी ने खोया आपा,,, मारने के साथ मोबाइल भी पटक कर तोड़ा,,, 53 यूनिट का 5712 रुपए निकल गया बिल*

*भ्रष्टाचारियों के छूटे पसीने पालिका क्षेत्र में हो रहे इंटरलॉकिंग के निर्माण को जब जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान में* अकबर...
06/06/2025

*भ्रष्टाचारियों के छूटे पसीने पालिका क्षेत्र में हो रहे इंटरलॉकिंग के निर्माण को जब जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान में*

अकबरपुर नगर पालिका क्षेत्र वार्ड नंबर 4 में बीते कुछ दिनों पहले से चल रहे इंटरलॉकिंग के निर्माण में कुछ कमियां दिखाई पड़ी तो लोगों ने फोन के माध्यम से पालिका के जिम्मेदार अधिकारीयो को शिकायत किया लेकिन नगर पालिका अकबरपुर के द्वारा उस शिकायत को नजर अंदाज कर दिया गया और शाम होते ही उसी रद्दी किस्म के ईटों से झटपट खड़ंजे का निर्माण कर दिया गया फिर हाल नगर पालिका का का यह रवैया देखकर लगता है जैसे पूरी तरह से खुली छूट दे रखा है विकास के नाम पर पालिका का विकास ,विनाश साबित हो रहा है जबकि इस संबंध में आज दिन 6 जून को जिलाधिकारी को फोन के माध्यम से सूचित किया गया तो जिला अधिकारी ने मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए विभाग से CDO दफ्तर के एक्सियन को भेजा जांच करने गए अधिकारी ने इंटरलॉकिंग में प्रयोग की जा रही ईट की गुणवत्ता को देखकर खुद कहा कि ईट की क्वालिटी सही नहीं है और कराए जा रहे। इंटरलॉकिंग में निर्माण किए गए खड़ंजे को लेबल भी नहीं किया गया है। तत्काल ठेकेदार को एक्सियन ने कहा कि इंटरलॉकिंग में जहां-जहां भी कमियां है उसको सुधार करो और पीली ईट का प्रयोग नहीं होना चाहिए।
नगर पालिका अकबरपुर के जिम्मेदार अधिकारियों का यह रवैया देखकर ऐसा लगता है जैसे अब इनसे शिकायत करना भी समय बर्बाद करने के बराबर है।
वहीं स्थानीय लोगों द्वारा की गई शिकायत को जिस तरीके से जिलाधिकारी ने तत्काल मामले को संज्ञान में लिया क्षेत्र की जनता सराहना कर रही हैं।

06/06/2025

*पत्रकारों के लिए खुशखबरी...*

*मीडियाकर्मियों को लेकर यूपी के नए DGP राजीव कृष्ण ने पुलिस अधिकारियों को दिया स्पष्ट संदेश....बोले जनता के बीच काम कर रहे मीडिया कर्मियों को पुलिस प्रशासन द्वारा परेशान ना किया जाए उनकी बात को सुनकर निस्तारण किया जाए...*

*बसखारी पुलिस ने चेकिंग के दौरान अवैध असलहे के साथ आरोपी को किया गिरफ्तार*अंबेडकर नगर अपराध व अपराधियों के ऊपर प्रभावी अ...
05/06/2025

*बसखारी पुलिस ने चेकिंग के दौरान अवैध असलहे के साथ आरोपी को किया गिरफ्तार*

अंबेडकर नगर
अपराध व अपराधियों के ऊपर प्रभावी अंकुश लगाने तथा बरामदगी व वांछित अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के द्वारा चलाये जा रहे अभियान व अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी हरेन्द्र एवं क्षेत्राधिकारी नगर देवेन्द्र कुमार के निर्देशन में तथा प्र0नि0 सन्त कुमार सिंह के निकट पर्वेक्षण में थाना स्थानीय के पुलिस टीम द्वारा रात्रि में चेकिंग के दौरान मसडा बाजार तिराहा पर एक मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियो को रोकने का प्रयास किया गया तो मोटरसाइकिल चालक पीछे मोड़कर भागने का प्रयास करने लगा, संदिग्घ प्रतित होने पर पुलिस वालों द्वारा घेर-घारकर रोक लिया गया तथा नाम पता पूछते हुये जामा तलाशी ली गयी तो मोटर साइकिल चालक संजय कुमार तिवारी पुत्र सभापति तिवारी निवासी पटना मुबारकपुर थाना बसखारी जनपद अम्बेडकरनगर के पास से 03 अदद खोखा कारतूस व 01 अदद जिन्दा कारतूस 32 बोर बरामद हुआ तथा मोटरसाइकिल की डिग्गी से एक अदद अवैध पिस्टल 32 बोर बरामद हुआ, जिसको मौके से गिरफ्तार किया गया । बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0स0 158/2025 धारा 3/25 A. Act पंजीकृत कर अभियुक्त को न्यायालय भेजा गया ।l

*प्रदूषण के समाधान के लिए सिर्फ सरकार जिम्मेदार नहीं,बल्कि इसके लिए हर एक व्यक्ति..!**लोग अपना आज देख रहे हैं अपनी आने व...
05/06/2025

*प्रदूषण के समाधान के लिए सिर्फ सरकार जिम्मेदार नहीं,बल्कि इसके लिए हर एक व्यक्ति..!*

*लोग अपना आज देख रहे हैं अपनी आने वाली पीढ़ी का कल नहीं..!*

आजकल मनुष्य सिर्फ अपनी सुख-सुविधाओं और आराम के लिए काम कर रहा है। लोग अपना आज देख रहे हैं अपनी आने वाली पीढ़ी का कल नहीं। इसी वजह से अधिकांश लोगों को न तो पर्यावरण की चिंता होती है और न ही धरती की। ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।इस दिन देशभर में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कहीं जागरूकता रैली तो कहीं सभाएं होती हैं।इस साल की थीम प्लास्टिक प्रदूषण को ध्यान में रखकर ही रखी गई है। दरअसल प्रदूषण के समाधान के लिए सिर्फ सरकार जिम्मेदार नहीं है, बल्कि इसके लिए हर एक व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है।जबकि पूरी सृष्टि प्रकृति और पर्यावरण पर निर्भर है। जीने के लिए जिस हवा, पानी, खाद्य की जरूरत होती है, वह पर्यावरण की देन है। इनके बिना सृष्टि और किसी जीव की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमारे आसपास का वातावरण पेड़-पौधे, नदी, जंगल, जमीन और पहाड़ आदि से घिरा है। इसी को तो प्रकृति कहते हैं। इसी प्रकृति से हम बहुत कुछ लेते हैं, लेकिन बदले में हम प्रकृति को क्या देते हैं? अगर ध्यान देंगे तो दशकों से हम प्रकृति को सिर्फ प्रदूषित कर रहे हैं। पर्यावरण का दोहन कर रहे हैं। जंगलों को काटना, नदियों को गंदा करना, वातावरण को प्रदूषित करना आदि के कारण हम प्रकृति का अस्तित्व खत्म करने के साथ ही अपने जीवन और आने वाली पीढ़ी के लिए खतरनाक वातावरण बना रहे हैं। ऐसे में छोटे छोटे प्रयास करके हम पर्यावरण संरक्षण कर सकते हैं। अगर प्रकृति संरक्षित होगी तो मानवीय जीवन सुरक्षित होगा। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस पर्यावरण दिवस के मौके पर आप भी अपने दोस्तों, करीबियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करके प्रकृति के संरक्षण में अपना योगदान दें।

*ट्रैक्टर और कार में हुई जोरदार टक्टर,, बाल बाल बच्चे लोग,**अंबेडकर नगर* सम्मनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बरियावन बाजार ...
04/06/2025

*ट्रैक्टर और कार में हुई जोरदार टक्टर,, बाल बाल बच्चे लोग,*

*अंबेडकर नगर* सम्मनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बरियावन बाजार में हुई भीषण सड़क हादसा,, बरियावन बाजार के अकबरपुर रोड पर स्थित गुप्ता गुप्ता टायर वी पंचर की दुकान से एक ट्रैक्टर चालक हवा डाल कर रॉन्ग साइड से ओवर स्पीड में बरियावन की तरफ आ रहा था, तभी बसाखारी की तरफ से जा रही कार ट्रैक्टर में जा टकराई जिससे जिससे फोर व्हीलर कार के परखच्चे उड़ गए ,,फिलहाल कोई भी जान माल का खतरा नहीं है, लोग बाल बाल बच गए हैं,, वही ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर को लेकर हुआ फरार,,, 👇✍️

*यूपी: पुलिस भर्ती में बड़ा बदलाव, दरोगा के लिए आयु सीमा में मिलेगी तीन साल की छूट; जल्द जारी होगा विज्ञापन*प्रदेश सरकार...
04/06/2025

*यूपी: पुलिस भर्ती में बड़ा बदलाव, दरोगा के लिए आयु सीमा में मिलेगी तीन साल की छूट; जल्द जारी होगा विज्ञापन*

प्रदेश सरकार ने उप निरीक्षक नागरिक पुलिस एवं समकक्ष पदों पर भर्ती में अभ्यर्थियों को बड़ी राहत देते हुए आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट देने का फैसला लिया है। हालांकि यह छूट केवल एक बार प्रदान की जाएगी और भविष्य में किसी प्रकरण में इसे दृष्टांत नहीं माना जाएगा। गृह विभाग की ओर से इसका आदेश जारी कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले दिसंबर 2023 में सिपाही भर्ती में भी अभ्यर्थियों को तीन वर्ष की छूट दी गई थी।आदेश के मुताबिक पुलिस विभाग में चयन वर्ष 2020-21 से चयन वर्ष 2024-25 तक उप निरीक्षक नागरिक पुलिस एवं समकक्ष पदों पर उत्पन्न कुल 4543 रिक्तियों के सापेक्ष सीधी भर्ती के लिए निर्धारित आयु सीमा में सभी वर्गों के लिए अपवाद स्वरूप एक बार के लिए आयु सीमा में तीन वर्ष का शिथिलीकरण प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। यह छूट उप्र लोक सेवा (भर्ती के लिए आयु सीमा का शिथिलीकरण) नियमावली 1992 के अंतर्गत विशेष परिस्थितियों के फलस्वरूप प्रदान की जाएगी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को 20 फीसदी आरक्षण देने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई। यूपी पुलिस में सिपाही, पीएसी, सिपाही घुड़सवार और फायरमैन की सीधी भर्ती में आरक्षण दिया जाएगा। इसके लिए 20 फीसदी पदों को आरक्षित कर क्षैतिज आरक्षण दिया जाएगा। साथ ही अग्निवीर के रूप में की गई सेवा अवधि को घटाते हुए अधिकतम आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट भी दी जाएगी।इससे पहले सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए भी अभ्यर्थियों को तीन वर्ष की छूट दी गई थी। दरअसल, करीब 5 वर्ष तक पुलिस में कोई भर्ती नहीं होने की वजह से अभ्यर्थियों के साथ विपक्षी दलों ने भी इसकी मांग की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आयु सीमा में छूट देने का फैसला लिया था। बता दें कोरोना महामारी की वजह से भी पुलिस में भर्तियों का सिलसिला थम गया था, जिसकी वजह से लाखों अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने से वंचित हो रहे थे। इस छूट के बाद सिपाही भर्ती के आवेदनों में जबरदस्त इजाफा हुआ था। बोर्ड ने करीब 25 लाख आवेदन होने का अनुमान लगाया था, जबकि करीब 48 लाख आवेदन आए थे।

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