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दैनिक अनोखा तीर हरदा से प्रकाशित प्रथ?
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Our Story
अनोखा तीर की अनोखी पहल नर्मदांचल में प्रदेश के सबसे छोटे किन्तु कृषि उत्पादक की दृष्टि से देश के मानचित्र पर अपनी छाप अंकित करने वाले हरदा जिले से प्रकाशित 'दैनिक अनोखा तीर' अखबार ने ग्रामीण अंचलों में अपनी गहरी पेठ बनाई है। आज नमदांचल के जिलों में गांव की आवाज बन चुका है 'दैनिक अनोखा तीर'। यह अखबार देश एवं प्रदेश की खबरों को प्रथम पृष्ठ पर प्राथमिकता देने के बजाय अंचल की खबरों के लिए यह स्थान सुरक्षित रखता है। किसानों के लिए कृषि उत्पाद की नई तकनिको की जानकारी, उनकी फसलों के बेहतर उत्पादन के उपाय, शासन की कल्याणकारी योजनाओं को सहज भाषा शैली में उन लोगों तक पहुंचाने का कार्य करता है जिनको इसकी सर्वाधिक आवश्यकता है। अंचल की प्रतिभाओं को उभारने एवं प्रात्साहित कर उन्हें भविष्य संवारने का मार्ग दिखाने का कार्य भी यह अखबार निरन्तर कर रहा है। इसी उद्देश्य और संकल्प के साथ व्यवसाय नहीं व्रत के रूप में प्रारंभ किये गये इस अखबार को अभी तक क्षेत्र की जनता ही अपने विज्ञापन रूपी सहयोग से चला रही है। स्थानीय संस्थानो, संस्थाओं के विज्ञापन के सहारे चलता यह अखबार वास्तव में पठकों का अखबार है। जिसे ना तो कोई औद्योगिक घराना संचालित कर रहा है और ना ही किसी राजनैतिक दल अथवा सरकार का कोई हस्तक्षेप या सहयोग है। पाठको को अपनी पूंजी मानकर वगैर किसी संचित पूजी के प्रारंभ इस महायज्ञ का सतत चलना भी वास्तव में एक अनोखा कार्य ही है। सच कहे तो जिस तरह से यह अखबार संचालित हो रहा है वह अनोखा तीर की अनोखी पहल ही है जो इसे चलाए जा रही है । पाठको के हाथ में पतवार थमाकर रेत में नाव दौड़ाने का कार्य अनोखा तीर कर रहा है। प्रहलाद शर्मा -सम्पादक