02/08/2025
🥲"तुमने कहा था..."🥲
तुमने एक रोज़ बड़ी मासूमियत से पूछा था
"कब बात होगी आपसे?"
मैंने मुस्कुराकर कहा था
"मैं तो यहीं हूँ...
जब दिल चाहे, इनबॉक्स कर लेना..."
और फिर तुमने भेजी थीं
अपनी ढेर सारी तस्वीरें
हर तस्वीर जैसे कोई नज़्म हो,
हर मुस्कान - एक बेख़बर सा इकरार।
आख़िरी में तुमने लिखा था
"तुम मुझे मेसेज मत करना,
मैं ख़ुद कर लूंगी..."
और देखो न,
उस दिन से आज तक
मैं तुम्हारी उसी एक "ख़ुद" के इंतज़ार में हूँ...
ना कोई शिकायत है,
ना कोई उलाहना
बस दिल अब भी वहीं ठहरा है
जहाँ तुमने कहा था "रुको... मैं आऊंगी।"
अब बस यही कहना है
अगर कहीं से गुज़रे ये पोस्ट
और तुम्हें लगे कि ये लफ़्ज़ तुम्हारे लिए हैं,
तो जान लेना... हाँ, ये वही है
जिसने तब से अब तक
तेरा नाम चुपचाप दिल में पहना हुआ है।
आ जाना...
मैं अब भी यहीं हूँ
-तेरे कहे उस "इंतज़ार" में।