20/09/2025
अवचेतन मन के शक्तियां
राहुल एक साधारण लड़का था। वह हर बार एग्ज़ाम के समय घबरा जाता।
पढ़ाई उसने ठीक-ठाक की होती, लेकिन जैसे ही पेपर सामने आता उसका दिमाग खाली हो जाता।
वह सोचता – “शायद मैं बुद्धू हूँ, शायद मैं पास नहीं हो पाऊँगा।”
यह बात धीरे-धीरे उसके subconscious mind में बैठ गई।
अब भले ही वह पढ़ाई अच्छे से करे, फिर भी subconscious उसे बार-बार यही कहता – “तू पास नहीं हो पाएगा।”
नतीजा? उसका confidence गिरता और वह गलती कर बैठता।
एक दिन उसकी टीचर ने उससे कहा –
"राहुल, असली दिक्कत तेरी पढ़ाई में नहीं, तेरे subconscious mind में है। तू खुद को कमजोर मान रहा है, और तेरा दिमाग उसी हिसाब से behave कर रहा है।"
टीचर ने उसे एक अभ्यास दिया –
रोज़ सुबह और रात, आईने में देखकर कहना:
“मैं intelligent हूँ।”
“मुझे सब याद है और मैं आसानी से लिख सकता हूँ।”
“मैं पास नहीं, बल्कि टॉप करूँगा।”
राहुल ने यह आदत बना ली। शुरू-शुरू में उसे अजीब लगा, लेकिन धीरे-धीरे उसका subconscious mind इसे सच मानने लगा।
एग्ज़ाम के दिन उसने पहली बार बिना घबराहट के पेपर दिया।
नतीजा? वह अच्छे नंबरों से पास हुआ।
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🌱 Moral (Lesson)
Subconscious mind आपके words और thoughts को seed की तरह लेता है।
अगर आप बार-बार negative seeds बोते रहेंगे, तो failure की फसल उगेगी।