21/09/2025
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में ‘विद्यार्थी विज्ञान मंथन’ की महत्ता पर प्रेरक व्याख्यान व ऑनलाइन परीक्षा की घोषणा*
20 सितम्बर 2025 को आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के प्रबंधन द्वारा आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में ‘विद्यार्थी विज्ञान मंथन (VVM) 2025–26’ का ब्रोशर जारी किया गया और विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम में भागीदारी के महत्व तथा भारत के विज्ञान क्षेत्र में योगदान पर प्रेरक व्याख्यान दिया गया। इस अवसर पर “Shaping Visionary Leadership in STEM Education” विषयक विशेष सत्र का उद्घाटन हुआ, जिसमें विज्ञान एवं गणित शिक्षा को नई दिशा देने, विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की भावना विकसित करने तथा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित (STEM) के क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करने पर बल दिया गया। उपरोक्त समारोह में बतौर अतिथि आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के उप निदेशक श्री धीरज कुमार, रसायन विभाग के डीन श्री पार्थ सारथि, समन्वयक प्रो. मधुलिका, मुख्य वैज्ञानिक एवं विज्ञान भारती, झारखंड के उपाध्यक्ष डॉ. जे.के. पांडेय, सरिता सिन्हा, प्राचार्य डीपीएस धनबाद सह जिला संयोजक सीबीएसई स्कूल्स,धनबाद एवं सहोदया की अध्यक्षा,सेंट्रल यूनिवर्सिटी, रांची के प्रो. (डॉ.) चंद्रशेखर द्विवेदी, डीएवी कोयला नगर के प्राचार्य एवं डीएवी स्कूल्स, धनबाद क्षेत्रों के एआरओ डॉ. एन.एन. श्रीवास्तव सहित सीआईएमएफआर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, आईआईटी (आईएसएम) के फैकल्टी सदस्यों एवं झारखंड के सीबीएसई/आईसीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्यों की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित एवं डीएवी हजारीबाग के सेवानिवृत्त संस्थापक प्राचार्य, वीवीएम झारखंड के राज्य समन्वयक एवं समरिटन वेलफेयर फाउंडेशन के चेयरमैन श्री अशोक कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी विज्ञान मंथन जैसी योजनाएँ न केवल विज्ञान और गणित में रुचि जगाने का माध्यम हैं, बल्कि बच्चों में शोधभाव, नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित कर ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की आधारशिला भी रखती हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, सीबीएसई, नवोदय विद्यालय संगठन, केन्द्रीय विद्यालय संगठन, एनसीईआरटी, एनसीएसएम व डीपीएस संगठन जैसे प्रतिष्ठित संस्थान VVM को प्रोत्साहित कर