08/10/2025
(जातिवाद)
IAS पत्नी ने पोस्टमॉर्टम नहीं कराया : सुसाइड नोट पर बड़े अफसर सफाई देते रहे, पत्नी बोली- जिम्मेदारों पर कार्रवाई कराऊंगी
चंडीगढ़ | हरियाणा पुलिस के सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को हिला दिया है। मंगलवार को उन्होंने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपनी कोठी में खुद को गोली मार ली, जिसके बाद प्रदेशभर में शोक की लहर दौड़ गई।
बुधवार सुबह उनकी पत्नी IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार जापान से लौटकर सीधे सेक्टर-24 स्थित सरकारी आवास पहुंचीं, जहां उनसे मिलने के लिए हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी समेत कई वरिष्ठ IAS और IPS अधिकारी पहुंचे।
पत्नी का आक्रोश — “जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई कराऊंगी”
सूत्रों के मुताबिक मीटिंग के दौरान अमनीत पी. कुमार काफी एग्रेसिव नजर आईं। उन्होंने साफ कहा कि “जो भी अफसर मेरे पति की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कराऊंगी।”
अधिकारियों ने उन्हें यह कहकर शांत करने की कोशिश की कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं थी।
पोस्टमॉर्टम टला, बेटी के लौटने के बाद अंतिम संस्कार
पूरन कुमार का पोस्टमॉर्टम बुधवार को नहीं हो सका। अमनीत पी. कुमार ने कहा कि बड़ी बेटी के अमेरिका से लौटने के बाद ही पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार किया जाएगा। फिलहाल शव चंडीगढ़ सेक्टर-16 स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में रखा गया है।
सुसाइड नोट में 30-35 अफसरों के नाम
घटनास्थल से पुलिस को 8 पेज का अंग्रेजी में लिखा सुसाइड नोट मिला है। सूत्रों के अनुसार, इसमें 30 से 35 IPS और कुछ IAS अधिकारियों के नाम हैं।
नोट में पूरन कुमार ने जातिवाद, पोस्टिंग में भेदभाव, ACR में गड़बड़ी, सरकारी आवास न मिलने और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा परेशान किए जाने का उल्लेख किया है।
उन्होंने एक DGP रैंक अधिकारी पर “बेवजह नोटिस भेजकर परेशान करने” का आरोप भी लगाया।
पत्नी और दो अफसरों को भेजा था नोट
पूरन कुमार ने सुसाइड करने से पहले यह नोट अपनी पत्नी और दो अफसरों को भेजा था। साथ ही उन्होंने 6 अक्टूबर की तारीख वाली वसीयत भी छोड़ी है, जिसमें उन्होंने संपत्ति अपनी पत्नी के नाम की है।
संभावित दो कारण
गनमैन रिश्वत प्रकरण:
रोहतक पुलिस ने पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार पर ठेकेदार से 2-2.5 लाख रुपए मासिक रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया था। पूछताछ में गनमैन ने पूरन कुमार का नाम लिया, हालांकि उन्हें नोटिस नहीं भेजा गया था।
पदस्थापन विवाद:
पूरन कुमार को कुछ महीने पहले रोहतक रेंज का IG बनाया गया था और भिवानी की मनीषा मर्डर केस की जांच उन्हीं की देखरेख में चल रही थी। लेकिन 29 सितंबर को अचानक उन्हें ट्रेनिंग कॉलेज सुनारिया (रोहतक) में भेज दिया गया। यह पोस्टिंग “पनीशमेंट पोस्ट” मानी जाती है। इसके बाद वे 2 अक्टूबर से छुट्टी पर चले गए थे।
सरकार और परिवार की अगली कार्रवाई
अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि परिवार जल्द ही CBI जांच की मांग कर सकता है। वहीं, चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी ने मीडिया से कहा —
“हमारा साथी अब हमारे बीच नहीं रहा... इससे ज्यादा कुछ कहना उचित नहीं।”
पूरन कुमार की मौत ने हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक सेवा में जातिवाद व दबाव की राजनीति पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।