Eerie Night Stories

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09/10/2024

भूतिया ट्रेन: एक सस्पेंस हॉरर कहानी

भाग 1: यात्रा की शुरुआत

रवि ने हमेशा ट्रेन यात्रा का आनंद लिया, लेकिन उस दिन कुछ अलग था। वह अपने दोस्तों के साथ एक लंबी यात्रा पर जा रहा था। ट्रेन का नाम था "निशांत एक्सप्रेस," जो पुरानी कहानियों में मशहूर थी। कई लोग कहते थे कि यह ट्रेन रात में अजीब आवाजें करती थी और उसमें अजीब घटनाएँ होती थीं। रवि ने इन कहानियों को सिर्फ एक मजाक समझा, लेकिन वह सोच में पड़ गया।

जब रवि और उसके दोस्त ट्रेन में चढ़े, तो उन्हें अपनी जगहें मिलीं। चारों दोस्त हंसते-खिलखिलाते अपनी यात्रा शुरू करते हैं। जैसे-जैसे ट्रेन ने गति पकड़ी, अंधेरा बाहर बढ़ने लगा।

भाग 2: पहली अजीब घटना

जैसे ही ट्रेन एक छोटे से स्टेशन पर रुकी, एक बूढ़ा व्यक्ति चढ़ा। उसका चेहरा धुंधला था और उसकी आंखों में एक अजीब सी चमक थी। वह सीधा रवि के पास आकर बैठ गया। "क्या तुमने इस ट्रेन के बारे में सुना है?" उसने धीमी आवाज में पूछा।

"हां, कुछ कहानियाँ सुनी हैं," रवि ने हंसते हुए कहा। "लेकिन ये सब बस पुरानी कहानियाँ हैं।"

बूढ़े व्यक्ति ने गंभीरता से कहा, "यह ट्रेन रात में खौफनाक होती है। कई लोग इस ट्रेन में चढ़ते हैं, लेकिन बहुत कम वापस लौटते हैं।"

रवि और उसके दोस्तों ने इसे मजाक में लिया, लेकिन एक अजीब सी भावना उनके दिलों में घर कर गई।

भाग 3: मिस्ट्री की शुरुआत

जैसे ही रात का अंधेरा बढ़ा, ट्रेन ने एक सुनसान इलाके में प्रवेश किया। अचानक, ट्रेन की लाइटें चमकीं और फिर बुझ गईं। अंधेरे में सब कुछ भयावह लगने लगा। सभी ने एक-दूसरे की ओर देखा, और डर ने सभी को जकड़ लिया।

"क्या हुआ?" सुमित ने पूछा।

"शायद सिर्फ एक तकनीकी समस्या है," रवि ने कहा, लेकिन उसकी आवाज में भी थरथराहट थी।

फिर, ट्रेन में एक अजीब आवाज गूंजने लगी। यह जैसे किसी ने उसे पुकारा हो। "रवि… रवि…" यह आवाज धीरे-धीरे तेज होती गई।

भाग 4: छिपी हुई सच्चाई

आवाज सुनकर सभी के चेहरे पर डर आ गया। "क्या यह तुम में से कोई है?" पंकज ने पूछा।

"नहीं," सभी ने एक साथ कहा।

तभी, बूढ़े व्यक्ति ने कहा, "तुम लोगों को यहाँ से निकलना चाहिए। यह आवाज तुम्हारी आत्माओं को खींचने का प्रयास कर रही है।"

रवि ने उसे नकारते हुए कहा, "हम यहाँ से नहीं जा सकते। हमें पता करना होगा कि यह क्या है।"

जैसे ही उन्होंने अपने आसपास देखा, ट्रेन में चारों ओर अजीब सी हलचल थी। खिड़कियों पर धुंध दिखाई देने लगी, और अंधेरे में कुछ आकृतियाँ उभरने लगीं।

भाग 5: खौफनाक घटनाएँ

अचानक, ट्रेन में एक जोरदार झटका आया। सभी ने खुद को संभालने की कोशिश की। "क्या हो रहा है?" सुमित ने चिल्लाया।

बूढ़े व्यक्ति ने कहा, "हम किसी चीज़ के पास जा रहे हैं जो हमें नहीं देखना चाहिए।"

रवि ने अपनी जेब से मोबाइल निकालकर flashlight चालू की, लेकिन वह भी काम नहीं कर रही थी। जैसे ही वे घबराए हुए खड़े रहे, ट्रेन की लाइटें फिर से चमकीं और सब कुछ सामान्य लगने लगा।

"यह क्या था?" पंकज ने पूछा।

"यह सब सिर्फ हमारे मन की कल्पना है," रवि ने कहा, लेकिन उसका विश्वास डोलने लगा था।

भाग 6: एक रहस्यमय कक्ष

रात का आधा समय बीत चुका था, और ट्रेन अब एक सुनसान स्टेशन पर रुकी। सभी लोग दरवाजे पर खड़े हो गए, लेकिन दरवाजा बंद था। "क्या हो रहा है?" पंकज ने फिर से पूछा।

"हमें इसे खोलना होगा," रवि ने कहा।

बूढ़े व्यक्ति ने कहा, "अगर तुम दरवाजा खोलते हो, तो तुम अपनी जान जोखिम में डाल रहे हो।"

लेकिन रवि ने उसकी बातों को अनसुना कर दिया और दरवाजे को खोलने की कोशिश की। दरवाजा अचानक खुल गया, और बाहर घना अंधेरा था।

भाग 7: दरवाज़ा खोलना

जैसे ही उन्होंने बाहर झांका, एक चौंकाने वाला दृश्य दिखाई दिया। स्टेशन पर कोई नहीं था, लेकिन एक पुरानी ट्रेनी कार खड़ी थी। "हमें बाहर जाना चाहिए," रवि ने कहा।

बाहर जाने के बाद, उन्होंने देखा कि स्टेशन की दीवारों पर अजीब से चित्र बने हुए थे। उन चित्रों में वही बूढ़ा व्यक्ति था। "यह क्या है?" सुमित ने पूछा।

"यह एक संकेत है। हमें यहाँ से निकलना होगा," रवि ने कहा।

फिर से, अचानक, ट्रेन ने जोरदार शोर किया और दरवाजे फिर से बंद हो गए। अब वे ट्रेन में फंस गए थे।

भाग 8: अंतिम संघर्ष

जैसे-जैसे ट्रेन आगे बढ़ी, उन्होंने देखा कि बूढ़ा व्यक्ति अचानक गायब हो गया था। "क्या यह सब सच है?" पंकज ने पूछा।

"हमें अपने आप को बचाना होगा," रवि ने कहा।

फिर से, आवाजें गूंजने लगीं, लेकिन इस बार वे और भी डरावनी थीं। "तुम यहाँ नहीं रह सकते।"

अचानक, एक आत्मा की आकृति सामने आई। "तुम मेरी जगह पर हो," उसने कहा।

भाग 9: मुक्ति की कोशिश

सभी ने डर से कांपते हुए कहा, "हम यहाँ से निकलना चाहते हैं!"

आत्मा ने कहा, "अगर तुम अपनी जड़ों से मुक्ति चाहते हो, तो तुम्हें अपनी सच्चाई स्वीकार करनी होगी।"

रवि ने अपनी सच्चाई को स्वीकार किया, और अचानक सब कुछ बदलने लगा। ट्रेन की गति कम होने लगी।

भाग 10: अंत

अंत में, जब सब कुछ सामान्य हो गया, तो वे फिर से उसी बूढ़े व्यक्ति के पास पहुँचे। उसने कहा, "तुमने अपने डर का सामना किया। अब तुम सुरक्षित हो।"

जैसे ही उन्होंने ट्रेन से बाहर निकला, उन्होंने देखा कि स्टेशन फिर से जीवंत हो गया था। लोग वहाँ थे, और सब कुछ सामान्य लग रहा था।

उन्होंने उस भूतिया ट्रेन के अनुभव को हमेशा के लिए याद रखा, और यह सीखा कि सच्चाई का सामना करना कभी आसान नहीं होता, लेकिन यही मुक्ति का रास्ता होता है।

रवि और उसके दोस्त हमेशा के लिए उस रात को याद रखेंगे, जब उन्होंने अपने डर और भूतिया ट्रेन का सामना किया।



















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भूतिया हाइवे: एक सस्पेंस भरी कहानीभाग 1: अनजान यात्राविक्रम ने अपने दोस्तों के साथ एक लंबी यात्रा पर जाने का निर्णय लिया...
09/10/2024

भूतिया हाइवे: एक सस्पेंस भरी कहानी

भाग 1: अनजान यात्रा

विक्रम ने अपने दोस्तों के साथ एक लंबी यात्रा पर जाने का निर्णय लिया। वे सब उत्साहित थे और अपने नए रोमांच की योजना बना रहे थे। एक रात, जब वे एक पुराने शहर से गुज़र रहे थे, उनके GPS ने एक खतरनाक और सुनसान हाइवे की ओर इशारा किया। "भूतिया हाइवे," एक संकेत ने लिखा था, जिसे देखकर सभी हंस पड़े।
"चलो, इस पर चलते हैं। क्या पता क्या मज़ा आए," उनके दोस्त सनी ने मजाक करते हुए कहा। बाकी सबने सहमति दी और उनकी कार उस भूतिया हाइवे पर चलने लगी।

भाग 2: रहस्यमय आवाजें

जैसे ही वे हाइवे पर आगे बढ़े, आसमान में बादल घेरने लगे। गाड़ी चलाने की रोशनी में झिलमिलाते पेड़ और अंधेरा उन पर भारी पड़ने लगा। अचानक, सनी ने पीछे मुड़कर देखा। "क्या तुमने देखा? मुझे लगता है किसी ने हमारी कार का पीछा किया।"
विक्रम ने उसके मजाक को अनसुना कर दिया, लेकिन जैसे-जैसे रात बढ़ी, उन्हें अजीब आवाजें सुनाई देने लगीं। दरवाज़े पर खटखटाहट, और कभी-कभी हंसने की आवाजें। "यह सब कुछ सिर्फ हमारी कल्पना है," विक्रम ने खुद को समझाया।

भाग 3: भूतिया टोल बूथ

हाइवे पर आगे बढ़ते हुए, उन्होंने एक पुराना टोल बूथ देखा। वहाँ कोई भी नहीं था, लेकिन टोल बूथ का कर्मचारी एक पुराना आदमी था। उसने उनकी कार की ओर इशारा किया। "आप लोग यहाँ क्यों आए?" उसने पूछा, उसकी आवाज़ में एक अजीब सी थरथराहट थी।
"हम सिर्फ घूमने आए हैं," विक्रम ने जवाब दिया। "हमें यहाँ से गुजरना था।"
"यहाँ से कोई वापस नहीं आता," बूढ़े आदमी ने कहा। "अगर तुम लोग यहाँ रुके तो तुम्हारी आत्मा यहाँ फंस जाएगी।"
सभी को उसकी बातें अजीब लगीं, लेकिन उन्होंने उसे नजरअंदाज कर दिया और आगे बढ़ गए।

भाग 4: घेरने वाली आत्माएं

जैसे ही उन्होंने उस बूथ को पार किया, एक अजीब सी ठंडी हवा ने उन्हें घेर लिया। अचानक, उनकी गाड़ी रुक गई। "क्या हुआ?" सनी ने पूछा।
"मुझे नहीं पता," विक्रम ने कहा। "गाड़ी स्टार्ट नहीं हो रही।"
उन्होंने कार को धकेलने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। तभी, गाड़ी के चारों ओर अंधेरा और भी गहरा हो गया। उन्हें चारों ओर हंसने की आवाज़ें सुनाई दीं, जैसे कोई उन्हें देख रहा हो।
"हमें यहाँ से निकलना होगा!" सभी ने एक साथ कहा।

भाग 5: भूतिया ठिकाना

उस रात, चारों दोस्तों ने गाड़ी छोड़कर पैदल जाने का निर्णय लिया। अंधेरे में चलना उनके लिए कठिन था। रास्ते में, उन्होंने एक पुरानी हवेली देखी। "चलो, वहाँ चलते हैं। शायद वहाँ मदद मिले," विक्रम ने कहा।
जब वे हवेली में पहुंचे, वहाँ सब कुछ अंधेरा था। अचानक, दरवाज़ा अपने आप बंद हो गया। "यहाँ कुछ गड़बड़ है," सनी ने कहा। सभी के चेहरे पर डर था।
जैसे ही उन्होंने अंधेरे में कदम रखा, उन्हें फुसफुसाहटें सुनाई दीं। दीवारों पर पुराने चित्र थे, जिनकी आंखें जैसे उनकी हर हरकत पर नजर रख रही थीं।

भाग 6: अतीत का राज़

हवेली के अंदर, उन्होंने एक पुरानी किताब पाई। उसमें उस हाइवे की कहानी थी। यह बताया गया था कि जो लोग उस हाइवे पर जाते हैं, उनकी आत्माएं उस हाइवे पर फंस जाती हैं। कई सालों पहले, एक कार दुर्घटना में लोग मरे थे और उनकी आत्माएं अभी भी उस हाइवे पर भटक रही थीं।
"हमें यहाँ से निकलना होगा," विक्रम ने कहा, लेकिन तभी दरवाज़ा फिर से खुल गया और वे सभी घबरा गए। बाहर एक महिला खड़ी थी, उसका चेहरा धुंधला था लेकिन उसकी आंखें चमक रही थीं।

भाग 7: आखिरी संघर्ष

"तुम लोग यहाँ क्यों आए?" उसने कहा। "क्या तुम नहीं जानते कि तुम्हारी आत्मा यहाँ फंस जाएगी?"
सभी ने डरते-डरते कहा, "हम सिर्फ गुजर रहे थे।"
महिला ने उन्हें चेतावनी दी, "अगर तुम यहाँ रुके, तो तुम कभी वापस नहीं जा पाओगे।"
एक अजीब सी भावना ने उन्हें घेर लिया। सभी को लगा कि वे उस हाइवे में फंसने वाले हैं। उन्होंने हाथ में हाथ डालकर एक साथ बाहर निकलने का फैसला किया।

भाग 8: भागने की कोशिश

जैसे ही वे हवेली से बाहर निकले, उन्होंने देखा कि हाइवे पर एक कार आ रही थी। "चलो, हमें मदद मिलेगी!" विक्रम चिल्लाया।
उन्होंने हाथों में इशारा किया, और कार रुक गई। चालक एक साधारण व्यक्ति था। "क्या हुआ?" उसने पूछा।
"हम फंस गए हैं!" सभी ने कहा।
साधारण व्यक्ति ने उनकी मदद की, और उन्होंने तेजी से गाड़ी में बैठकर हाइवे पार किया।

भाग 9: स्वतंत्रता

जैसे ही वे हाइवे से बाहर निकले, अंधेरा धीरे-धीरे हल्का होने लगा। उनकी गाड़ी बिना किसी रुकावट के चलने लगी। उन्होंने एक दूसरे की ओर देखा, और राहत की सांस ली।
"क्या हम सुरक्षित हैं?" सनी ने पूछा।
"हाँ, अब हम सुरक्षित हैं," विक्रम ने कहा।

भाग 10: चेतावनी

जब वे शहर पहुंचे, उन्होंने फिर से उस टोल बूथ को देखा। बूढ़ा आदमी फिर से वहां खड़ा था। उसने उन्हें देखा और सिर हिलाया। "कभी उस हाइवे पर मत जाना," उसने कहा।
वे सब सहमत हुए। वे जानते थे कि भूतिया हाइवे की कहानी सच थी, और उन्होंने उस रात को हमेशा याद रखा।
इस घटना के बाद, किसी ने भी उस भूतिया हाइवे पर जाने की हिम्मत नहीं की। वे सब जानते थे कि कुछ जगहें हमेशा के लिए अनजानी रहनी चाहिए।

फुसफुसाते जंगलएक रात, जब आसमान में काले बादल घेराबंदी कर रहे थे, एमीली अपने दोस्तों के साथ एक कैंपिंग ट्रिप पर गई थी। वे...
09/10/2024

फुसफुसाते जंगल

एक रात, जब आसमान में काले बादल घेराबंदी कर रहे थे, एमीली अपने दोस्तों के साथ एक कैंपिंग ट्रिप पर गई थी। वे सब मजाक कर रहे थे, लेकिन एमीली को जंगल के बारे में एक पुरानी कहानी याद आई, जो उसने अपने दादा से सुनी थी। यह कहा जाता था कि फुसफुसाते जंगल में रात के समय भूतिया आत्माएँ भटकती हैं, और जो लोग वहां खो जाते हैं, वे कभी वापस नहीं आते। दोस्तों ने इसे मजाक में लिया, लेकिन एमीली का मन कुछ और ही सोचने लगा।

जंगल में कुछ घंटे बिताने के बाद, जब सभी अपने तंबू में सोने के लिए गए, एमीली अकेले ही रात की सुंदरता का आनंद लेने के लिए बाहर निकली। जैसे ही उसने जंगल में कदम रखा, हवा ठंडी और अजीब महसूस हुई। पेड़, जिनके पत्ते सरसराते थे, जैसे वो कुछ फुसफुसा रहे हों। उसे लगा कि वो सिर्फ उसकी कल्पना है।

वह एक पगडंडी पर चलने लगी और धीरे-धीरे जंगल की गहराई में चली गई। तभी उसे एक हल्की आवाज सुनाई दी, “मदद करो…” यह एक बच्चे की आवाज थी। उसका दिल तेजी से धड़कने लगा। उसने पीछे मुड़कर देखने का निर्णय लिया, लेकिन कुछ उसे उस आवाज की ओर खींच रहा था।

जैसे ही वह उस आवाज का पीछा करती गई, जंगल की गहराई बढ़ती गई। पेड़ और भी घने हो गए, और एक अजीब सी खामोशी छा गई। अंत में, वह एक clearing में पहुंची, जहां एक पुराना, विकृत पेड़ खड़ा था। उसकी जड़ों के नीचे, एक छोटी, पीली हाथ बाहर निकली हुई थी। “कृपया, मेरी मदद करो,” आवाज ने फिर से कहा।

एमीली का दिल अब डर से भर गया था, लेकिन वह पीछे नहीं हट सकी। जैसे ही वह उस हाथ के करीब गई, फुसफुसाहटें तेज़ हो गईं, मानो जंगल उसके खिलाफ हो गया हो। “छोड़ो मुझे!” उसने चिल्लाया, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। अचानक, जड़ें उसकी टांगों के चारों ओर लिपटने लगीं। एमीली ने भागने की कोशिश की, लेकिन जड़ें उसे और गहराई में खींचने लगीं।

“तुम्हें यहाँ रहने के लिए चुना गया है,” फुसफुसाहटें चिल्लाईं। “तुम्हारी आत्मा अब हमारी है।” एमीली ने खुद को आज़ाद करने के लिए संघर्ष किया, लेकिन जड़ें उसे नीचे खींचने लगीं, जैसे वो उसकी आत्मा को पकड़ने के लिए तैयार थीं।

अचानक, सब कुछ चुप हो गया। उसे महसूस हुआ कि वह अब अकेली नहीं थी। और भी आवाजें, और भी हाथ, उसे खींचने के लिए आगे बढ़े। एमीली ने अपनी आंखें बंद कर लीं, और उसकी सोच में सिर्फ एक ही विचार था: वह अब फुसफुसाते जंगल का हिस्सा बन चुकी थी।

कुछ दिनों बाद, उसके दोस्तों ने एमीली को खोजने की कोशिश की, लेकिन जंगल ने उसे निगल लिया था। उन्होंने केवल फुसफुसाहटें सुनीं और फिर वापस लौट आए, यह सोचते हुए कि शायद यह कहानी केवल एक पुरानी किंवदंती है। लेकिन जंगल में, एमीली अब खोई हुई आत्माओं के साथ फंस गई थी, हमेशा के लिए फुसफुसाते जंगल में।

उनकी आवाजें हमेशा के लिए उस जंगल की गहराइयों में गूंजती रहेंगी, अगली जिज्ञासु आत्मा के इंतज़ार में, जो फिर से खो जाएगी।

एक खौफनाक रातगाँव के बाहर एक पुराना, सुनसान बंगला था, जिसके बारे में कहा जाता था कि वहां रात के समय अजीब आवाजें आती थीं।...
09/10/2024

एक खौफनाक रात

गाँव के बाहर एक पुराना, सुनसान बंगला था, जिसके बारे में कहा जाता था कि वहां रात के समय अजीब आवाजें आती थीं। गाँव वाले अक्सर उस जगह से दूर रहते थे। लेकिन एक दिन, रिया और उसके दोस्तों ने उस बंगले की जांच करने का फैसला किया।
रात का समय था, जब वे सब वहां पहुंचे। बंगला बेहद पुराना और जर्जर था। खिड़कियों से हवा की आवाजें सुनाई दे रही थीं, जैसे कोई उन्हें बुला रहा हो। अचानक, उन्हें अंदर से एक तेज चीख सुनाई दी। सब डर गए, लेकिन रिया ने हिम्मत जुटाई और अंदर जाने का फैसला किया।
जब वे अंदर पहुंचे, तो उन्हें एक पुरानी तस्वीर मिली, जिसमें एक लड़की थी। उस लड़की की आँखें जैसे रिया को घूर रही थीं। तभी, अचानक दरवाजा जोर से बंद हो गया। सबके दिल की धड़कन तेज हो गई। रिया ने कहा, "शायद हमें बाहर निकलना चाहिए।"
लेकिन जैसे ही वे दरवाजे की तरफ बढ़े, अचानक एक भूतिया छाया उनके सामने आ गई। सब चीख पड़े। रिया ने झिझकते हुए कहा, "हमेशा कहानियों में सुनते थे, लेकिन यह सच है!"
बंगले में एक पुरानी डायरी मिली, जिसमें लिखा था कि उस लड़की की आत्मा वहां फँसी हुई है। रिया ने कहा, "हमें उसे मुक्त करना होगा!" लेकिन जैसे ही उन्होंने उसके नाम का जिक्र किया, एक ठंडी हवा चली, और वह छाया और भी पास आ गई।
क्या रिया और उसके दोस्त उस लड़की की आत्मा को मुक्त कर पाएंगे, या वे खुद भी उस बंगले में फँस जाएंगे?
आपका क्या मानना है? क्या उन्हें वापस लौटना चाहिए, या उन्हें उस रहस्य का सामना करना चाहिए?

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