10/09/2025
अक्सर घर-घर में सांप घुस जाने या दिखाई देने पर लोग घबराहट में तुरंत स्थानीय प्रशासन, पुलिस या आपदा केंद्र से संपर्क करते हैं। लेकिन पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत जैनागढ़, ओडिशा के चंपुआ और आस-पास के इलाकों में यदि कहीं सांप दिखाई देता है, तो सबसे पहले जिस व्यक्ति का नाम सामने आता है, वह हैं एमडी साजू। लोगों की जान बचाने के लिए बिना किसी औपचारिक प्रशिक्षण या सरकारी संसाधन के केवल अपने साहस और अनुभव के बल पर विषधर सांपों को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ देते हैं। ओडिशा के चंपुआ एनएसी वार्ड नंबर 3 अलीनगर निवासी साजू ने कभी किसी संस्थान से सांप पकड़ने का प्रशिक्षण नहीं लिया है और न ही उनके पास कोई सरकारी उपकरण उपलब्ध है। बावजूद इसके उन्होंने केवल अपने अनुभव और साहस के बल पर खतरनाक सांपों की पहचानने और पकड़ने का हुनर सीख लिया। खास बात यह है कि वे पकड़े गए सांपों को मारते नहीं, बल्कि सुरक्षित जंगल में छोड़ देते हैं। कहीं भी दिखे सांप तो सब साजू को ही बुलाते हैं : चंपुआ, जैनागढ़, झुमपुरा, मयूरभंज से लेकर ओडिशा-झारखंड सीमा के कई इलाकों तक लोग सांप पकड़ने के लिए सबसे पहले एमडी साजू को ही याद करते हैं। कई बार तो वन विभाग भी उनके सहयोग की आवश्यकता महसूस करता है। साजू खुद बताते हैं कि गांव-गांव के लोग जब मुझे बुलाते हैं, तो मेरे लिए यह सिर्फ काम नहीं बल्कि जिम्मेदारी होती है। किसी की जान बचाना सबसे बड़ा पुण्य है। एक घटना के बाद सांप पकड़ने लगे साजू: करीब 12 साल पहले ओडिशा के चंपुआ बाजार की एक घटना ने साजू को इस दिशा में प्रेरित किया। उस समय एक जहरीले सांप को देखकर लोग दहशत में आ गए थे। साजू ने हिम्मत दिखाकर उसे सुरक्षित तरीके से पकड़ लिया और जंगल में छोड़ दिया। तभी से उन्होंने इसे अपना शौक बना लिया और धीरे-धीरे लोगों की जरूरत बन गए।