
18/07/2025
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ईडी की छापेमारी, बेटे चैतन्य गिरफ्तार
रायपुर, 18 जुलाई 2025: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर शुक्रवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई, जिसमें भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया गया है।
छापेमारी और गिरफ्तारी की जानकारी
ईडी की टीम सुबह करीब 6:30 बजे तीन गाड़ियों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित घर पहुंची। करीब पांच घंटे की तलाशी के बाद, ईडी ने चैतन्य बघेल को हिरासत में लिया और रायपुर स्थित ईडी कार्यालय ले गई। बाद में उन्हें रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से ईडी को पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड मिली। यह कार्रवाई 3,200 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले की जांच के तहत की गई, जो भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री कार्यकाल (2018-2023) के दौरान हुआ था।
शराब घोटाले का मामला
आरोप है कि इस घोटाले में नकली होलोग्राम और बोतलों का उपयोग कर सरकारी शराब दुकानों के माध्यम से अवैध बिक्री की गई, जिससे राज्य सरकार को भारी राजस्व नुकसान हुआ। ईडी का दावा है कि इस घोटाले से शराब सिंडिकेट ने 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की, जिसमें चैतन्य बघेल को लाभार्थी माना जा रहा है। जांच में यह भी सामने आया कि घोटाले की रकम से कई अधिकारियों और उनके रिश्तेदारों ने संपत्तियां खरीदीं।
भूपेश बघेल और कांग्रेस का जवाब
भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जन्मदिन का जैसा तोहफा मोदी और शाह जी देते हैं, वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में और कोई नहीं दे सकता। मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी की छापेमारी हुई।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि वह विधानसभा में रायगढ़ जिले में पेड़ कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे।
कांग्रेस ने इस छापेमारी को सियासी साजिश बताया। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह कार्रवाई विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने और राजनीतिक बदले की भावना से की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भिलाई में भूपेश बघेल के घर के बाहर प्रदर्शन किया और ईडी की गाड़ी को रोकने की कोशिश की।
पहले भी हो चुकी है छापेमारी
इससे पहले मार्च 2025 में भी ईडी ने भूपेश बघेल और चैतन्य बघेल के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 33 लाख रुपये नकद और कुछ दस्तावेज बरामद हुए थे। भूपेश बघेल ने तब कहा था कि यह राशि उनके संयुक्त परिवार की खेती, डेयरी, और स्त्रीधन से संबंधित थी।
चैतन्य बघेल कौन हैं?
चैतन्य बघेल भूपेश बघेल के बेटे हैं और रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े रहे हैं। वर्तमान में वह परिवार की 140 एकड़ जमीन पर खेती और डेयरी का काम देखते हैं। वह कांग्रेस से जुड़े हैं, लेकिन अभी तक सक्रिय राजनीति में नहीं आए हैं।
राजनीतिक हलचल और जांच का भविष्य
ईडी की इस कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट कर विरोध दर्ज किया। भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेस नेता रायपुर कोर्ट में मौजूद रहे, जहां चैतन्य को पेश किया गया। ईडी की जांच अभी जारी है, और इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।