22/10/2025
सांसद अमराराम का बयान वायरल हो रहा है, जिसमें सांसद महोदय कह रहे हैं कि मंदिर माफी भूमि ठाकुर जी के नाम है और ठाकुर जी नाबालिग हैं, सैकड़ों साल से नाबालिग हैं और हजारों साल तक बालिग होने की संभावना भी नहीं है, इसलिए ठाकुर जी की भूमि पर जो भी किसान काश्त कर रहा है, उसके नाम दर्ज होनी चाहिए ताकि केसीसी, मुआवजा और सरकारी योजना का लाभ उठा सकें।
सांसद को बहुत अच्छा आदमी मानता हूं और वो हैं भी, कोई शक नहीं, पर जब नेताओं जैसी जुबां निकालने लगें तो अच्छा नहीं लगता।
बयानवीर बनने से बेहतर होता कि यह मुद्दा अपनी पार्टी के एजेंडे में शामिल करने की कोशिश तो कर लेते, पर नहीं कर सकते???
इस तरह का उनका बयान बिल्कुल निजी बयान है और यह किसानों को मूर्ख बनाने की कवायद मात्र है।
उनके कथित वाम पंथ और कांग्रेस के एजेंडे में यह बात कहीं नहीं है और ना ही कांग्रेस, ना ही माकपा चाहती कि ठाकुर जी की जमीन किसानों के नाम दर्ज हो, यदि कांग्रेस और माकपा के किसी भी मालिक (जो सभी थाई हैं) ने इस तरह करने की कोशिश की हो तो क्या बयान भी नहीं दिया है।
क्योंकि वे सभी ठाकुर जी के रिश्तेदार हैं।
वैसे भी शेखावटी में वाम पंथ के नाम पर जाट पंथ है।
सीकर में कांग्रेस की हार तय थी, तो कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने अमराराम को बलि का बकरा बनाया था, कांग्रेस के दलित और मुस्लिम वोट के साथ जाट पंथ भाजपा छोड़ वाम पंथ के साथ जुड़ा और एक किसान हितैषी भला आदमी दिल्ली की बस में बैठ गया।
कांग्रेस के डोटासरा को भी ऐसा बयान पार्टी स्तर पर जारी करना चाहिए, ताकि पता चले थाई कांग्रेस ने यह काम क्यों नहीं किया???