Yuva Bhare Hai Josh-Chalo Gaon Ki Oor -Vande Matram

Yuva Bhare Hai Josh-Chalo Gaon Ki Oor -Vande Matram बुजुर्गों से संवाद,अनुभवों को समझ कर चहरे पर मुस्कान लाना ही परम पिता परमेश्वर को प्राप्त करना है l

तूफ़ानों को अब सम्भालने,प्रेम का गीत जग में फिर जगाने,मोहब्बत,संस्कार, संस्कृति को अपनाने युवाओं को फिर समझाने आ गए महफ़...
08/12/2023

तूफ़ानों को अब सम्भालने,
प्रेम का गीत जग में फिर जगाने,
मोहब्बत,संस्कार, संस्कृति को अपनाने
युवाओं को फिर समझाने
आ गए महफ़िल में उनकी
कुछ आशीर्वाद, कुछ दुआएं पाने

ीढ़ी_नया_संस्कार_
#लगाओ_गले_करो_सबसे_प्यार

चल फिर खुली धूप में बारिश में ठण्डी बहार में देखने दे ज़माने को आने दे फिर बाजार में वो रौनके_ए_इन्साफ़ कादौर फ़िर निकले...
11/11/2023

चल फिर खुली धूप में
बारिश में ठण्डी बहार में
देखने दे ज़माने को
आने दे फिर बाजार में

वो रौनके_ए_इन्साफ़ का
दौर फ़िर निकलेगा
यश कीर्ति से परिपूर्ण
हर दिशा दिखेगा
हुकुम प्रेम का
दिलों पर फिर चलेगा

Adv Rakesh Kumar Sharma

एक पैर से चलना कितना कठिन और जटिल है ।बात सोच कर ही दिमाग चकरा जाता है ।मन की तृष्णा में असंख्य सपने हो कर गुजरने की चाह...
05/10/2023

एक पैर से चलना कितना कठिन और जटिल है ।
बात सोच कर ही दिमाग चकरा जाता है ।

मन की तृष्णा में असंख्य सपने हो
कर गुजरने की चाहत असंख्य हो पर
बसर अकेले करना,कितना अखर जाता है ।

जब से बिस्तर पर हूँ
ये सोचकर विस्मृत हूँ कि
आखिर अकेले लोग
जीवन की आपाधापी में
गुजारा कर कैसे लेते है ।

क्यों वे बंद कमरों को अपना
आलीशान मुकाम समझ लेते है ।

क्यों परिवारों से दूर घर
अपना-अपना ढूंढ लेते है ।

क्यों वो खुद को आत्मा से अलग कर लेते है
जीवन से ही भटकना पसन्द कर लेते है ।
क्यों शरीर को बोझ समझ लेते है ।

वे अपनी रचनात्मकता को जिवंत आधारशिला में बदल अपनी कला को और प्रखरता प्रदान कर, घर-परिवार,गॉव-प्रदेश-देश को अपनी कर्म भूमि समझ, उसमें अपना तन-मन-धन क्यों नहीं समर्पित कर देते।

मैं आज के युवाओं से
निवदेन करना चाहता हूँ कि
कर्म को प्रधान समझ जन सेवा करो
कोशिश करो की आपकी कोशिश में
कोई कमी ना रह जाये।

Adv.Rakesh Kumar Sharma

हर तारीख पर हर प्रश्न बदलता है मुझे देख कर वो थोड़ा पिघलता है दिल साफ है पर नफ़रतों की मधुशाला ने जकड़ लिया है ना वो पिघ...
03/10/2023

हर तारीख पर हर प्रश्न बदलता है
मुझे देख कर वो थोड़ा पिघलता है

दिल साफ है पर नफ़रतों की
मधुशाला ने जकड़ लिया है

ना वो पिघलता है
ना पिघलने की आरज़ू रखता है
फिर भी कोशिश मेरी निरन्तर गतिमान है

Adv.Rakesh Kumar Sharma

I have reached 500 followers! Thank you for your continued support. I could not have done it without each of you. 🙏🤗🎉
22/08/2023

I have reached 500 followers! Thank you for your continued support. I could not have done it without each of you. 🙏🤗🎉

17/06/2023

25 वर्ष बाद पुनः पहुँच हूँ उस गली उस मकान में
जहाँ कभी हम घूम आया करते थे यू ही किसी बहाने से

आत्मीयता मिलनसारिता का संगम है एक मुस्कराहट
जो बस अपनों के दिलों पर हर दम राज करती है।

वो पल हमेशा चिरस्थाई रहता है
जब अपने से बड़े, दिल से आशीर्वाद प्रदान करते है ।

उस क्षण को आज हमनें संचय किया है ।

आप भी जीवन में खुशी के पल जहाँ मिले उसे ढूंढ़ लो
बस साथ ये ही रहेगा जीवन भर ।

तकलीफ़ों की बहती धार में कुछ पल खुशी के दिखे
तो दोनों हाथों से भर लेना।

Address

Jaipur

Telephone

9829209955

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Yuva Bhare Hai Josh-Chalo Gaon Ki Oor -Vande Matram posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Yuva Bhare Hai Josh-Chalo Gaon Ki Oor -Vande Matram:

Share

Category