03/08/2025
सच्ची घटना....
गजब का इंसान निकला बाइक वाला...
आज शाम को एक बाइक बुक किया. बाइक वाला थोड़ा आलसी लगा तो मैने कहा , भाई जी आपको समय की चिंता नहीं है. क्यों कब से इधर उधर घूम रहे हो. फिर उन्होंने बोलना शुरू किया और मैं सुनता ही रह गया. सफर पूरा होने के बाद भी मैं सोचने लगा. अब आइए पूरा अनुभव लिख ही देता हूँ.
बाइक वाले ने सुनाने की शुरुआत अगले राइड से की. अब एक और राइड लेकर घर चला जाऊंगा. मैने कहा कि क्यों इतनी जल्दी ? दिन में कितनी देर तक बाइक चलाते हो. उन्होंने कहा कि काम भर के लिए बस. सुबह दो और शाम को दो घंटे. अभी तक 500 रुपए कमा चुका हूँ. इससे ज्यादा समय नहीं दे सकता. क्योंकि मेरा एक और भी काम है. सिलाई कढ़ाई की दुकान पर 10 कारीगर काम करते हैं. उन्हें काम देकर सुबह निकल जाता हूँ. उसके बाद पूरा काम पत्नी संभालती हैं. शाम को दुकान पर जाकर अगले दिन का काम तय करता हूं. महीने में 15 से 16 हजार रुपए कमा लेता हूँ. मेरा खर्चा निकल आता है. घर बैठकर क्या करता ? इसके साथ ही साथ 35 लाख रुपए का प्लाट ले रखा हूं उसकी किश्त जमा करनी रहती है. अब खरीद लिया हूँ जब अच्छा रेट लगेगा तब बेच भी सकता हूँ. एक ही बेटा है. समय निकालकर परिवार को भी घुमा टहला आता हूँ. उन्हें भी समय देता हूँ. मेरा कोई खर्चा नहीं है. बस चाय पीता हूँ.।मेरी यात्रा खत्म हुई और मैने उन्हें सम्मान भरी नजरों से पेमेंट किया. मैंने पूछा कितनी पढ़ाई लिखाई किए हो भाई जी। बोले - कक्षा 8 तक।
परिवार, धन और व्यापार पर गजब मैनेजमेंट. ऐसे लोग बहुत कम दिखते हैं.