Kaun banega talibe-e-ilm

Kaun banega talibe-e-ilm मेरे नबी का फरमान हे कि इल्म का हासिल करना हर मुसलमान मर्द (और- औरत) पर फ़र्ज़ हे

12/02/2025

KAUN BANEGA TALIB-E-ILM EPISODE 3

10/02/2025

KAUN BANEGA TALIB-E-ILM EPISODE2

हज़रत उमर और भूखी माँ का वाकयाएक रात हज़रत उमर (रज़ि.) मदीना की गलियों में भेष बदलकर घूम रहे थे, ताकि अपने राज्य की प्रज...
09/02/2025

हज़रत उमर और भूखी माँ का वाकया

एक रात हज़रत उमर (रज़ि.) मदीना की गलियों में भेष बदलकर घूम रहे थे, ताकि अपने राज्य की प्रजा की वास्तविक स्थिति का पता लगा सकें। उन्होंने एक झोपड़ी से बच्चों के रोने की आवाज़ सुनी। जब उन्होंने पास जाकर देखा तो एक औरत चूल्हे पर पानी में कंकड़ उबाल रही थी।

हज़रत उमर (रज़ि.) ने पूछा:
"बहन, तुम पानी में कंकड़ क्यों उबाल रही हो?"

औरत ने जवाब दिया:
"मेरे बच्चे भूखे हैं, लेकिन घर में खाने को कुछ नहीं है। मैं सिर्फ उन्हें बहलाने के लिए ऐसा कर रही हूँ ताकि वे सो जाएँ।"

यह सुनकर हज़रत उमर (रज़ि.) का दिल कांप उठा। वे तुरंत सरकारी अनाज गोदाम गए, खुद अपने कंधे पर आटे और अन्य खाने की चीज़ों की बोरी उठाई और उस औरत के घर पहुंचे।

औरत ने जब देखा कि ख़लीफ़ा खुद सामान लेकर आए हैं, तो हैरान रह गई। हज़रत उमर (रज़ि.) ने खुद खाना पकाने में मदद की और बच्चों को खाना खिलाया। जब बच्चे संतुष्ट होकर सो गए, तो हज़रत उमर (रज़ि.) ने कहा:

"आज मैं चैन से सो सकता हूँ, क्योंकि अब ये भूखे नहीं हैं।"

सीख:

यह वाकया हज़रत उमर (रज़ि.) की विनम्रता, न्यायप्रियता और जनता की भलाई के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाता है। वे सिर्फ एक शासक नहीं थे, बल्कि एक सच्चे सेवक और खलीफा थे, जो अपनी प्रजा की भलाई के लिए हर संभव प्रयास करते थे।

08/02/2025

इल्म का हासिल करना हर मुसलमान मर्द (और- औरत) पर फ़र्ज़ हे

Address

Ramganj
Jaipur
302001

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Kaun banega talibe-e-ilm posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share