
22/12/2024
ਆਰਤੀ ਰਾਜਪੂਤ ਨੇ ਦੀਆ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਤੋਂ ਅਸਤੀਫਾ *आरती राजपूत ने अकाली दल से दिया इस्तीफ़ा,स्थानीय पार्टी नेतृत्व निगम चुनावों में रहा पूरी तरह ग़ायब*
*मानव अधिकार परिषद भारत में नागरिकों के अधिकारों के हनन के खिलाफ़ बुलंद आवाज बन कर लड़ेंगी--आरती राजपूत*
जालंधर( ) शिरोमणि अकाली दल स्त्री विंग की प्रदेश उपाध्यक्ष आरती राजपूत ने निगम चुनाव में स्थानीय नेतृत्व द्वारा निगम चुनावों में प्रचार के दौरान गायब रहना और पार्टी की हार को जान बुझ कर पक्का करने के कारणों के फलस्वरूप अपना इस्तीफ़ा प्रदेश नेतृत्व को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि निगम चुनावों में मेरे हस्बैंड 84 नंबर वार्ड से चुनाव लड़े। पार्टी के लिए हमने चुनाव लड़ने का फैसला लिया लेकिन दुख की बात यह है की पार्टी का कोई भी सीनियर अधिकारी हमारे साथ नहीं खड़ा हुआ,मैं हमेशा पार्टी के लिए तत्पर रही।इलेक्शन लड़ने में मुझे कोई लालच नहीं थी, इलेक्शन इसलिए लड़ी कि इस समय पार्टी को छोटे-छोटे कार्यकर्ता की जरूरत है मुझे नहीं पता कि सीनियर लीडरशिप मेरे साथ क्यों नहीं खड़ी हुई।पार्टी का साथ चलना तो दूर फोन करके यह भी नहीं पूछा की आरती आपको कोई जरूरत है,किसी कार्यकर्ता की जरूरत है,यहां मैं फोन किया तो मेरा फोन बड़ी मुश्किल से उठाया गया।उन्होंने कहा कि अब मैं राजनीति से दूर अपनी सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में पहले की तरह पूरी तरह वचनबद्ध होकर कार्य करूंगी।आरती राजपूत ने कहा कि हमारी संस्था राष्ट्रीय मानव अधिकार परिषद संविधान के अंतर्गत रहकर भारत के नागरिकों के अधिकारों के लिए मजबूती से काम करेंगी और उनके अधिकारों के हनन के खिलाफ़ मजबूती से लड़ेंगी।आरती राजपूत ने कहा कि हमारी संस्था भारत में स्कूलों और कॉलेज में मानव अधिकार ज्ञान के नाम से सेमिनार का आयोजन करेगी ताकि बच्चों को उनके अधिकारों का ज्ञान हो और वे अपने हक की लड़ाई स्वयं लड़ सके। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से वह समाज हित के लिए कार्य कर रही है और कई सारे अनुभव और सामाजिक पीड़ा को उन्होंने नज़दीक से देखा और महसूस किया है।उन्होंने सभी से आह्नान किया है कि आओ सभी मिल कर सभी निस्वार्थ भाव से समाज हित में ज्यादा से ज्यादा कार्य करें और अपने भारत को और मजबूत बनाएं।।