
15/06/2025
लंका विजय के बाद श्रीराम, सीता और लक्ष्मण अयोध्या लौटे। भरत ने खुशी-खुशी राजगद्दी उन्हें सौंपी। अयोध्या नगरी दीपों से जगमगा उठी – यही दिन दीपावली कहलाया। श्रीराम ने धर्मपूर्वक राज किया, जिसे रामराज्य कहा गया। लेकिन कुछ लोगों के संदेह के कारण सीता को पुनः वनवास जाना पड़ा। वहाँ उन्होंने लव और कुश को जन्म दिया। ऋषि वाल्मीकि की छत्रछाया में वे बड़े हुए। अंत में राम ने अश्वमेध यज्ञ किया, जहाँ लव-कुश ने राम की सेना को चुनौती दी। पहचान होने पर पिता-पुत्र मिलन हुआ। अंततः राम ने धरती को अलविदा कहकर भगवान विष्णु के रूप में वैकुंठ गमन किया।