29/07/2025
इन दिनों भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव के बीच की बातचीत का ऑडियो क्लिप वायरल है। क्लिप में भाई वीरेंद्र एक पंचायत सचिव से अपना नाम बता कर फोन पर बात कर रहे हैं, पर पंचायत सचिव को पता नहीं है कि वो कौन हैं। भाई वीरेंद्र का मूड खट्टा हो जाता है क्योंकि शायद उनको आशा थी कि सचिव जी उनसे पहले दुआ-सलाम करेंगे, खैरियत पूछेंगे और फिर कहेंगे कि बताइए साहेब, मेरे लिए क्या सेवा है। पर ऐसा कुछ नहीं हुआ, सचिव जी ने सीधा पूछ लिया- हां कहिये।
तब क्या था, भाई वीरेंद्र को अपनी प्रतिष्ठा पर आंच महसूस हुई, लगा कि कोई अदना सा सचिव उनके जैसे चार बार जीत चुके विधायक से ऐसे कैसे बात कर सकता है। भाई वीरेंद्र लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल से मनेर के विधायक हैं। लालू जी ने सामंतवादी प्रवृत्ति के खिलाफ बिहार के शोषित और कमजोर लोगों को आवाज दी थी, पर उनके ही पार्टी के एक विधायक भाई वीरेंद्र ने उसी सामंतवादी प्रवृत्ति का प्रदर्शन किया। बेमतलब एक सचिव के सामने अकड़ दिखाई, उसे जूते से मारने की बात कही। सचिव जी भी उखड़ गए और फिर विधायक जी से गर्म होकर बात करने लगे, कहा कि टेढ़ी बतियाइएगा तो टेढ़ी बतियाएंगे।
सोशल मीडिया पर इस प्रकरण पर लोग विधायक भाई वीरेंद्र को निशाने पर ले रहे हैं, उनका मजाक उड़ा रहे हैं।
बिहार में एनडीए की सत्ता है, विधायक भाई वीरेंद्र पर सचिव को FIR करवाने में देर नहीं लगी। राष्ट्रीय जनता दल या किसी भी दूसरे राजनीतिक दल को अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को तहजीब सिखानी चाहिए। आज समय बहुत कठिन हो गया है, इतनी महंगाई और टैक्स के बोझ में दबकर एक आम आदमी दिन-रात काम कर किसी तरह घर चलाता है, वो व्यर्थ में किसी का डांट और धमकी क्यों सुनेगा।