08/10/2025
*कांग्रेस का अनथक योद्धा*
तीन दिन…सात शहर…हजारों चेहरे…एक योद्धा और लक्ष्य- अपनों के साथ, जनता से जुड़ाव और कांग्रेस की मजबूती। यही खासियत किसी को सचिन पायलट बनाती है।
दिग्गज नेता और 2014-18 में भाजपा के अहंकार को सड़कों पर रौंदने में पुराने साथी रहे तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के निधन के बाद बीकानेर पहुंचकर भरोसे का हाथ रखना हो या वहां से जयपुर लौटकर पुराने कांग्रेसी अश्क अली टांक जी के निधन पर परिवार को सहारा देना हो या अगले ही दिन राजस्थान की सीमाएं पार कर सोनीपत की जिंदल यूनिवर्सिटी के युवा छात्रों से मुलाकात करना हो, उनसे भविष्य, नेतृत्व और लोकतंत्र पर खुलकर बात करना हो, Gen Z के बीच राहुल गांधी जी के संदेश को पहुंचाना हो या फिर भीलवाड़ा जाने से पहले रात में अजमेर में कांग्रेसजनों से मुलाकात करना हो या वहां से अगले दिन भीलवाड़ा में शिवचरण माथुर जी की प्रतिमा का अनावरण करना हो, जनता के बीच कांग्रेस की विचारधारा और विरासत के संदेश को मजबूती से पहुंचाना हो और कार्यक्रम खत्म होते ही जहाजपुर में किसानों की समस्याएं सुनना हो, उनको ये आश्वासन देना हो कि राहुल गांधी जी के नेतृत्व में अन्नदाता की हर समस्या की लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी। इतना ही नहीं आगामी 2 दिन में सिरोही में स्थानीय कार्यक्रम में हिस्सा लेने, मोतीराम कोली जी को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम हो या उसके तुरन्त बाद अगले दिन गुजरात में स्थित माता अम्बाजी के दर्शन करके वापस माउंट आबू में ब्रह्मकुमारी शांतिवन में कुछ पल अध्यात्म को समर्पित करने और ग्लोबल समिट 2025 में शामिल होने के लिए जाना हो- यही वो संतुलन है जो सचिन पायलट के व्यक्तित्व को और दृढ़ बनाता है। यही वो व्यक्तित्व है, जो सचिन पायलट को जनता का नेता, कांग्रेस का सिपाही और राहुल गांधी जी की राजनीति का मजबूत योद्धा बनाता है।
सचिन पायलट जनता के लिए, हर वर्ग के साथ, बिना रुके... बिना थके...अपने सफर को जारी रखे हुए हैं और संकल्प है- राजस्थान की जनता के हितों की रक्षा और कांग्रेस की मजबूती। यही भाव साजिशों और अवसरवादी राजनीति के दौर में सचिन पायलट को अलग बनाता है।
Sachin Pilot