08/08/2025
• कुछ नशा तिरंगे की आन का है, ...
• ये बात हवाओं को बताए रखना, ...
• हमारे हर रिवाज़ की, भारत के सभ्य समाज की, ...
• चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें, ...
• फांसी चढ़ गए और सीने पर गोली खाई, ...
• मुकम्मल है इबादत और मैं वतन ईमान रखता हूं, ...
• दे सलामी इस तिरंगे को ...
• ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई,