babli prank

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जीना है तो ऐसे जिओ की पिता को भी लगे की हा मै ने सेर पाला है
12/01/2025

जीना है तो ऐसे जिओ की पिता को भी लगे की हा मै ने सेर पाला है

इस अनसैटिस्फाईड हॉट पुसी फक स्टोरी में पढ़ें कि मैंने अपने पड़ोस के भैया भाभी को सेक्स करते देखा. मैं भाभी के साथ मजे कर...
20/10/2024

इस अनसैटिस्फाईड हॉट पुसी फक स्टोरी में पढ़ें कि मैंने अपने पड़ोस के भैया भाभी को सेक्स करते देखा. मैं भाभी के साथ मजे करने के सपने देखने लगा. मैंने कैसे भाभी को जमकर चोदा।

नमस्कार दोस्तो,
मेरा नाम अमित है।
मेरी उम्र 18 वर्ष है।

मैं एक हट्टा कट्टा नौजवान हूं।
मेरा लौड़ा 7 इंच और 3 इंच मोटा है।
मुझ पर कोई भी जल्दी फिदा हो जाता है।

मैं अपने परिवार के साथ जबलपुर में रहता हूं।

हमारे पड़ोस में एक शादीशुदा जोड़ा रहता है जिन्हें मैं भैया भाभी कहता हूं।
भैया का नाम बिनोद और भाभी का नाम सपना है।

भाभी की उम्र लगभग 34 वर्ष है और वे बहुत तेज किस्म की हैं और सुंदर भी हैं।
भैया की उम्र लगभग 45 वर्ष है।
पर वे बहुत शराब पीने वाले इंसान हैं। वे अक्सर शराब पीते हैं और भाभी को मारते हैं।
जब वे ऐसा करते हैं तो मुझे बहुत बुरा लगता है।

पर मेरी भाभी के साथ अच्छी जमती है।
हम दोनों अक्सर मिलते और बातें करते हैं।

हमारे घर आजू-बाजू हैं इसलिए हमारा एक दूसरे के घर आना जाना भी होता रहता है।

मुझे भाभी अच्छी लगती हैं और मैं उन्हें चोदना चाहता था।
पर कभी कोई मौका नहीं मिला।

यह अनसैटिस्फाईड हॉट पुसी फक स्टोरी इन्हीं भाभी की है.

एक दिन में घर पर ही था।
उस दिन रविवार था।

दोपहर के 2 बज रहे थे, तभी मेरा नैट खत्म हो गया।
तभी मझे याद आया कि भैया भी आज घर पर ही थे।

तो मैं उनके घर गया.
उनका गेट खुला था तो मैं सीधा अंदर चला गया.

अंदर जाकर मैंने देखा कि भैया भाभी सेक्स कर रहे थे।

जैसे ही उन्होंने मुझे देखा तो कंबल औढ़ लिया।

मैं झट से बाहर आया।

फिर कुछ देर बाद भाभी बाहर आईं और बोली- तुमने कुछ देखा तो नहीं?
मैं बोला- थोड़ा सा।
तो भाभी हंसती हुई वहां से चली गई।

उस दिन के बाद से मैं उन पर लाईन मारने लगा.
वे भी मुझे देख हंस देती थीं।

अब हम दोनों आपस में खुल कर बात करने लगे।
मुझे ऐसा लगने लगा कि वह दिन दूर नहीं जब मैं भाभी को चोदूंगा।

एक रात को भैया शराब पीकर घर आए और भाभी को बहुत मारा और गालियां भी दी।
वे नशे में थे तो हम उन्हें कुछ कह नहीं पाए।

यह नाटक करीब दो घंटे तक चला।
फिर सब सो गए।

अगले दिन मेरे घर के सब लोग शादी में चले गए।
मेरे एग्जाम थे तो मैं घर पर ही था।

मुझे करीब 11 बजे कुछ रोने की आवाज आई।
तो मैंने बाहर जाकर देखा.

पता चला कि यह आवाज़ तो भाभी के घर से आ रही थी।
तो मैं अंदर गया, देखा तो भाभी रो रही थी।

मैं उनके बगल में जाकर बैठ गया और बोला- भाभी, आप क्यों रो रही हो।
उन्होंने कहा- कुछ नहीं।

मैंने पूछा- कल रात को क्या हुआ था?
उन्होंने बताया- कल मैंने उनसे सेक्स के लिए बोला तो वे मना करने लगे। मैंने बहुत कोशिश कि पर वे यही बोल रहे थे कि मैं थक गया हूं। आखिर में वह भड़क गए और बोलने लगे कि कितना मराएगी। और मुझे मार भी रहे थे। क्या मैं इतनी बदसूरत हूं। वे मुझे पसंद नहीं करते. क्या मुझे कोई भी पसंद नहीं करता?

मैंने उनका हाथ पकड़ा और बोला- ऐसी बात नहीं है। सब आपको पसंद करते हैं. मैं भी आपको पसंद करता हूं। मैं आपका ख्याल रखूँगा. मैं वो सब आपके लिए करुंगा जो भैया नहीं करते।
और मैं उन्हें किस करने लगा.

भाभी ने मुझे हटाया और खड़ी होकर बोली- यह सब गलत है.
मैंने कहा- कुछ गलत नहीं है। कोई इंसान अपनी जरूरतें पूरी करता है तो वह कुछ गलत नहीं करता।
इतना कहकर मैं उन्हें फिर से किस करने लगा।

कुछ देर मना करने के बाद भाभी भी मेरा साथ देने लगी।

फिर भाभी अचानक अलग हुईं और बोली- किसी पता चल गया तो?
मैंने कहा- कौन बताएगा?

इतना सुनते ही भाभी फिर से टूट पड़ीं।

किस करते हुए एक हाथ से मैं उनके दूध दबा रहा था और एक हाथ से मैं उनकी गांड सहला रहा था।

तभी मेरा लंड जो पैंट से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था, उनकी नजर उस पर पड़ी।

वह नीचे बैठी और मेरी पैन्ट उतार दी और बोली- तुम्हारा तो तुम्हारे भैया से भी बड़ा और मोटा है। उनका तो सिर्फ़ 4 इंच का है।

फिर उन्होंने मेरा लंड चूसना चालू किया.
लगभग 10 मिनट की चुसाई के बाद मैं झड़ने को हुआ।
मैंने भाभी से कहा- कहां निकालूं?
उन्होंने कहा- मुंह में ही निकाल दो।

फिर मैं भाभी का सिर पकड़कर जोर जोर से अपना लंड अंदर बाहर करने लगा.
करीब 15-20 झटकों के बाद मैं झड़ गया।

फिर भाभी खड़ी हुई और बोली- अब से तुम मुझे अकेले में सपना ही बोलोगे।
मैंने कहा- क्यों नहीं सपना डार्लिंग! अब से तो तुम मेरी बीवी की तरह ही हो.
उन्होंने हां में सिर हिलाया।

फिर मैंने अपनी शर्ट भी उतार फेंकी और मैं पूरा नंगा होकर भाभी के पास गया और उनका पल्लू गिरा दिया।

वे अपने हाथों से अपने शरीर को ढकने लगीं।
तो मैंने कहा- सपना डार्लिंग, अब तो तुम मेरी बीवी हो अब कैसी शर्म?

उन्होंने हां में सिर हिलाया और हाथ अलग कर लिये।
फिर मैंने उनकी पूरी साड़ी उतार कर कोने में फैंक दी।

अब मैं उनके दूध ब्लाउज़ के ऊपर से ही दबाने लगा।
कुछ देर बाद मैंने उनका ब्लाउज भी उतार दिया।

इसके बाद मैं उनकी गांड सहलाने लगा।
उनके मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं।

थोड़ी ही देर बाद मैंने उनका पेटीकोट भी उतार दिया।
अब वे मेरे सामने अधनंगी खड़ी थी।
कसम से उस वक्त वे कहर ढा रही थी।

फिर मैंने उन्हें पलंग पर पटक दिया।
अब मैं उन्हें किस कर रहा था।

किस करते करते मैं उनकी गर्दन से होकर दूध तक आ गया।
अब मैंने उनकी ब्रा निकाल दी और दूध पीने लगा, कभी एक तो कभी दूसरा।
एक एक करके मैंने पूरा मज़ा लिया।

अब वे और ज्यादा गर्म हो चुकी थी।
उनके मुंह से सिसकारियां निकलना तेज हो गई।

अब मैं धीरे धीरे नीचे कमर को किस करते करते मैं उनकी चूत तक पहुंच गया।
उनकी चूत की खुशबू मुझे पागल कर रही थी।

तो मैंने उनकी पैंटी उतार दी.
देखा कि उनकी चूत पूरी गीली और चिकनी थी।
लग रहा था कि वे एक बार झड़ चुकी थी।

मैंने पूछा- डार्लिंग, तुमने चूत कब साफ की?
तो उसने कहा- कल सुबह की थी।

अब मैं उनकी चूत चाटने लगा।
उनके मुंह से सिसकारियों की आवाजें और तेज हो गई- आआह … आआह … चूसो चूसो … चाट कर सुखा दो मेरी चूत को!

मेरा लंड अब तक फिर से पूरा खड़ा हो गया।
कुछ देर बाद हम 69 की पोजीशन में आ गए।

करीब 15 मिनट बाद हम दोनों झड़ गए.
मैंने उनका सारा रस पी लिया और उन्होंने भी मेरा पूरा माल गटक लिया।

फिर मैं उनकी बगल में लेट गया।

उसने कहा- मुझे इतना मजा आज तक नहीं आया! आई लव यू अमित!
मैंने उनके दूध दबाते हुए कहा- आई लव यू टू जान!

कुछ देर बाद दूध दबाने से वे फिर से गर्म हो गई और मेरा भी खड़ा हो गया।

मैं खड़ा हुआ और दूध दबाते हुए अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा।
वे सिस्कारने लगी- आआह … ईईईई … आआह … अब बस भी करो अमित! अब मुझसे रहा नहीं जा रहा. जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड डाल कर इसकी प्यास बुझाओ।

अब मैंने अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगाया और सेट कर एक झटके में अपना आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया।
वे चिल्ला कर बोली- हाय मैं मर गई! तूने तो फाड़ दी मेरी चूत! हय आआह … आआह … उफ़्फ़ … हय!

उनके पति का छोटा होने के कारण उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे.
मैं कुछ देर रुका, फिर एक और झटके के साथ अपना पूरा लंड उनकी चूत में घुसा दिया।
वे जोर से चिल्लाती हुई बोली- आआ आह … आआह … हय मार डाला तूने तो!

कुछ देर बाद जब वे शांत हुई तो मैं धीरे धीरे से अपना लंड अंदर बाहर करने लगा और उनके दूध दबाने लगा।
ऐसे ही करते करते हम दोनों को मज़ा आने लगा।

वे बोले जा रही थी- आआह … आआ आह … ईईईई … चोदो चोदो मुझे! मैं तुम्हारी हूं।
मैं बोला- हां जान, तुम मेरी हो और मैं तुम्हारा!

ऐसे ही कुछ देर चोदने के बाद मैं लेट गया और उन्हें अपने ऊपर बैठने का इशारा किया।
वे आकर मेरे लंड पर बैठ गई और ऊपर नीचे होने लगी।

ऐसे ही कुछ देर चोदने के बाद मैं खड़ा हुआ और उन्हें पलंग पर लेटा दिया, उनकी दोनों टांगों को अपने कंधों पर रख चोदने लगा।

इस बीच वे एक बार झड़ चुकी थी।

कुछ देर बाद मैं भी झड़ने को हुआ.
मैंने कहा- जान मेरा होने वाला है।
तो फिर उन्होंने कहा- अंदर ही गिरा दो. मैं तुम्हारा वीर्य अपने अंदर महसूस करना चाहती हूं।

कुछ 15-20 झटकों के बाद हम दोनों फिर एक साथ झड़ गए।
झड़ने के बाद मैं उन्हीं के ऊपर लेट गया।

इस आधे घंटे की अनसैटिस्फाईड हॉट पुसी फक से हम थक कर पड़े रहे।

करीब एक घंटे बाद फिर हम दोनों गर्म हो गये और एक राउंड चुदाई फिर की।

फिर हमने तय किया कि जब भी किसी का मन हो या कोई मौका मिले तो हम सेक्स जरूर करेंगे।

इसी बीच कब दिन खत्म हो गया पता ही नहीं चला।
अब शाम के 5 बज रहे थे.
तो हम दोनों ने कपड़े पहने और मैं घर आ गया.

और भाभी यानि सपना अपना काम करने लगी।

सेक्सी सिस्टर फक स्टोरी में लॉकडाउन में हम भाई बहन घर में अकेले थे. एक दिन मैंने बहन के पास डिलडो देखा तो मैं बहन की चूत...
20/10/2024

सेक्सी सिस्टर फक स्टोरी में लॉकडाउन में हम भाई बहन घर में अकेले थे. एक दिन मैंने बहन के पास डिलडो देखा तो मैं बहन की चूत चुदाई की फ़िराक में रहने लगा.

मेरा नाम प्रिन्स है और मेरी बहन का नाम दीक्षा है.

यह सेक्सी सिस्टर फक स्टोरी तब की है, जब पूरे देश में कोरोना फैला हुआ था.
तब मेरी उम्र 21 साल थी है और मेरी बहन 19 साल की थी.

लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने अपने घर वापस आ रहे थे.
उसी दौरान मेरी बहन भी घर वापस आ गयी.
जबकि मेरे मॉम डैड मुंबई में फंस कर रह गए थे.

मैं और मेरी बहन यूपी में अपने घर पहुँच चुके थे.

सरकार की गाइड्लाइन के अनुसार हम दोनों को चौदह दिनों के लिए क्वॉरंटीन कर दिया गया था.

अब हम दोनों घर पर अकेले रह रहे थे.
हम दोनों के पास कोई काम तो था नहीं तो हम घर पर बोर होने लगे थे.

तब हम दोनों अपना अपना अनुभव आपस में साझा करने लगे, एक दूसरे से सारी बातें बताने लगे.

मेरी बहन ने मुझसे पूछा- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?
तो मैंने कहा- हां मेरी एक गर्लफ्रेंड है और तुम्हारा कोई ब्वॉयफ्रेंड?
तो वह बोली- नहीं, मेरा कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं है.

ऐसी ही कुछ बातें करके हम दोनों सो गए.
ऐसे ही 2-3 दिन निकल गए.

चौथे दिन डैड का कॉल आया- हम दोनों घर नहीं आ पाएंगे क्योंकि कोरोना के केस बढ़ रहे हैं और सब लोगों को घर से निकलने से मना कर दिया गया है.
यह बात मैं अपनी बहन को बताने के लिए उसके कमरे में गया.
उधर मैंने देखा कि मेरी बहन कमरे में नहीं है.

उसके बाथरूम में शॉवर चलने की आवाज आ रही थी.

वहां बेड पर उसकी लाल रंग की पैंटी और ब्रा पड़ी हुई थी, साथ में एक डिल्डो भी पड़ा हुआ था.
यह देख कर मैं थोड़ी देर के लिए सन्न हो गया था.

अब मैं बहन के कमरे से निकल गया और अपने कमरे में आ गया.

मैं सोचने लगा कि मेरी बहन डिल्डो इस्तेमाल करती है … इसका मतलब यह हुआ कि यह सेक्स की अभ्यस्त है और बिना चुदाई के इससे रहा नहीं जा रहा है इसलिए यह अपनी चूत में डिल्डो ले रही है.

फिर रात को जब हम दोनों खाना खाने आए तो मैंने उसे बताया कि मॉम डैड नहीं आ पाएंगे क्योंकि उधर केस बहुत बढ़ रहे हैं और सरकार ने निकलने की मनाही की हुई है.

वह बोली- ओह यह तो बड़ी मुसीबत की बात है!
उसके चेहरे को देख कर ऐसा लग नहीं रहा था कि उसे कोई मुसीबत महसूस हो रही है.

फिर मैंने डिल्डो वाली बात कहने की सोची लेकिन न जाने क्या सोच कर चुप रह गया.

अब हमारा खाना खत्म हो गया था और हम दोनों अपने अपने कमरे में चले गए.

पर मेरा दिमाग़ अभी भी डिल्डो वाली बात पर अटका हुआ था.
इसलिए रात को मैं अपनी बहन के कमरे में चोरी से झांकने चला गया.

मैं उसके दरवाजे के की-होल से देखने लगा.

मैंने देखा कि मेरी बहन पूरी तरह से नंगी बेड पर बैठी हुई है और उसने लैपटॉप खोला हुआ है.
यह देखते ही मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया.

फिर मेरी बहन बेड से उठी और अपने फोन से अपनी नंगी पिक्चर्स लेने लगी.

अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और वहीं पर मुठ मारना चालू कर दी.
अपनी बहन का नंगा बदन देखते हुए ही मैंने कुछ ही देर में अपने लंड से वीर्य फेंक दिया.

तभी मेरे कमरे में मेरा फोन रिंग करने लगा, मैं अपने कमरे में आ गया.

यह मेरी गर्लफ्रेंड का कॉल था.
मैंने उससे थोड़ी देर बात की और फ़ोन कट गया क्योंकि मेरी जीएफ भी उन दिनों अकेली नहीं थी तो वह ज्यादा देर बात नहीं कर सकती थी.

मेरा भी ध्यान अभी मेरी बहन के नंगे बदन पर था.
मैं वापस जाकर उसके दरवाजे के की-होल पर अपनी नजरें गड़ा कर देखने लगा.

उसके बूब्स एकदम गोल और कसे हुए थे और उसने अपनी झांटों को दिल के आकार में काट कर सैट किया हुआ था.

यह देख कर मैं एक बार फिर से मुठ मारने लगा.

अगले दिन सुबह मैं अपने कमरे में लेटा हुआ था और अपनी बहन को सोचते हुए मुठ मार रहा था.
तभी वह एकदम से मेरे कमरे के अन्दर आ गयी.

उसने मेरे खड़े लंड को देकह लिया और उसी पल वह वहां से वापस चली गयी.

फिर जब हम ब्रेकफास्ट के लिए आए तो हमने आपस में कोई बात नहीं की.

आज कपड़े धोने की बारी मेरी थी और जब मैं कपड़े लेने के लिए अपनी बहन के पास गया तो मैंने देखा कि उसने योगा शॉर्ट्स पहनी हुई थी और ऊपर एक पारदर्शी टॉप पहना हुआ था, जिसमें उसके बूब्स के निप्पल साफ दिख रहे थे.
मेरा मन कर रहा था कि अभी इसके बूब्स को पकड़ कर दबा दूँ!

मेरा लंड भी खड़ा हो गया था जो मैंने अपने कपड़ों से ढक कर रखा हुआ था.

मेरी बहन ने धोने के लिए अपने कपड़ों के साथ अपनी पैंटी और ब्रा भी दे दी.

उसकी ब्रा पैंटी लाल रंग की थीं.

उसने मेरे हाथ में अपनी ब्रा पैंटी देते हुए कहा- लो जरा अच्छे से धो देना.
शायद वह भी अपने अन्दर वासना का अहसास कर रही थी.

जब मैं वॉशिंग मशीन में कपड़े धो रहा था, तो मेरी बहन मेरे पास आई और मुझ पर पानी गिरा कर हंसने लगी.

यह देख कर मैंने भी उसके ऊपर पानी फेंका और उसे पीछे से पकड़ कर उस पर मग से पानी डालने लगा.

पानी से उसके बूब्स बिल्कुल साफ नजर आने लगे थे.
उसने अन्दर कोई ब्रा भी नहीं पहनी हुई थी.

यह देख कर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और उसकी गांड की दरार में घुस कर छेद को टच करने लगा.

मुझे उस वक्त ऐसा लगा कि मेरी बहन भी अपनी गांड को मेरे लंड पर रगड़ रही है.
कुछ देर बाद वह वहां से चली गयी.

रात को ख़ाना खाने के बाद जब मैं सोने के लिए गया तो मुझे मेरी बहन के कमरे से कुछ आवाज आने लगी

जब मैंने उसके रूम में देखा तो मेरी बहन पूरी तरह से नंगी थी और अपनी फ़ुद्दी में एक डिल्डो को डाल कर अन्दर बाहर कर रही थी.

उसके बड़े बड़े बूब्स को देख कर और उसके पूरे नंगे बदन को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.
उसकी गुलाबी चूत को देख कर मैं ये सोच रहा था कि काश किसी तरह मैं अपनी बहन की चूत में अपना लंड डाल सकता … और उसे चोद सकता.

उसका बदन एक पॉर्न एक्ट्रेस की तरह खूबसूरत था.
मैंने कभी भी उसके बदन पर ध्यान ही नहीं दिया था.
पर अब मैं चाहता था कि बस एक बार उसके नंगे बदन को छू सकूँ और उसके बूब्स को अपने मुँह में ले सकूं.

मैं अपनी बहन के मम्मों को पीना चाहता था और उसकी चूत को अपने मुँह से चाटना चाहता था.

मैं दरवाजे के पीछे ही मुठ मारने लगा और मुझे यह ध्यान ही नहीं गया था कि दरवाजा खुल गया है और उसने मुझे देख लिया है.
वह अचानक से मुझ पर चिल्लाई और मैं वहां से भाग गया.

पर कहीं ना कहीं मेरी बहन भी लंड की भूखी थी.

अगले दिन सुबह मैं सो रहा था.
तभी मेरी बहन मेरे कमरे में आई और वह मेरे लिए ब्रेकफास्ट लाई.

उसने मुझसे कहा- मेरे रूम का शॉवर खराब हो गया है, क्या मैं तुम्हारे कमरे का शॉवर यूज कर सकती हूँ?
मैंने हां कर दी.

वह शॉवर लेने के लिए बाथरूम में चली गयी और उसने मुझसे कहा कि मेरे कमरे में जाओ और बेड पर एक पैकेट रखा है, उसे ले आओ.

मैं उसके कमरे से वह पैकेट ले आया और उसे दे दिया.
मैंने चैक कर लिया था कि उसमें उसकी पैंटी थी.

उसे पैकेट देते समय मैंने फिर से उसके नंगे बदन को देखा और फिर से मुठ मारने लग़ा.
उसने चुपके से बाथरूम का दरवाजा खोला और पीछे से आकर मेरे लंड को पकड़ लिया.

उसके ऐसा करते ही मेरा पूरा शरीर काँप उठा.
जैसे ही मैं उसकी तरफ पलटा, तो मैंने देखा कि उसने वही पैकेट वाली पैंटी पहनी हुई थी.
वह पैंटी इतनी संकरी थी कि आगे से बस चूत को ढकती हुई उसकी गांड की लकीर में घुसती चली गयी थी.

उसने कहा- क्या तुम मुझे सोच कर मुठ मार रहे थे?
मैं कुछ नहीं कह पाया.

वह अब मेरे लंड को आगे पीछे करने लगी. उसके बूब्स मेरी छाती से टच हो रहे थे.
मुझे उसके मम्मों की गर्मी साफ महसूस हो रही थी.

मेरा माल उसके हाथ पर गिर गया और वह यह देख कर वहां से चली गयी.

अब मैं सोच रहा था कि यह क्या हुआ!
अभी का हादसा यह साफ बता रहा था कि मेरी बहन भी मेरे साथ सेक्स करना चाहती है.

दोपहर के समय जब मैं हॉल में बैठा हुआ था.
तो मेरी बहन मेरे पास आई और सीधे आकर मेरी गोद में बैठ गयी.

उस वक्त उसने स्कर्ट पहनी हुई थी और अन्दर पैंटी भी नहीं थी.

मैं उसकी गांड की गर्मी महसूस कर रहा था.
उसकी गर्मी पाकर मेरा लंड खड़ा हो गया और लंड ने अंगड़ाई लेते हुए उसकी चूत पर अपनी अकड़ दिखाना शुरू कर दी.

वह लंड की अकड़न से शायद सहम गई और मेरी गोद से उठ कर हट गई.
मैं समझ गया कि वह मुझे सिड्यूस कर रही है.

फिर रात को सोने से पहले जब मेरी बहन नहा रही थी तो मैं उसके बेड पर जाकर बैठ गया.

थोड़ी देर बाद वह बाथरूम से नंगी ही बाहर निकल आई.

उसके जिस्म से टपकते हुए पानी की बूंदें देख कर मन कर रहा था कि उसके जिस्म से सारा पानी चाट लूँ!

मुझे देख कर वह हैरान हो गई और उसने पास रखा हुआ तौलिया उठा कर एकदम से अपना बदन ढक लिया.

वह बोली- तुम यहां क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- मेरे रूम का एसी खराब हो गया है, इसलिए मैं यहां सोने आया हूँ.

इस पर वह कुछ नहीं बोली.
उसने बस मुझसे यह कहा कि मुझे कपड़े बदलने है इसलिए तुम आंखें बंद कर लो.

अपनी आंखें बंद करने की एक्टिंग की मैंने … और उसको कपड़े पहनते हुए देखने लगा.
मैंने उसके पूरे नंगे जिस्म को देखा.

जब वह पैंटी पहन रही थी, तो एक बार घूमी … उससे उसकी गांड देख कर मैंने सोचने लगा था कि कभी कल्पना ही नहीं की थी कि इसकी गांड इतनी गदराई हुई होगी.

सच में उसके चूतड़ देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.

फिर हम दोनों एक ही बेड पर सोने लगे.
सोने से पहले मैंने अपने कपड़े उतारे और लेट गया.

वह आंख बंद करके लेटी थी.

पर मेरा लंड खड़ा था.
मुझसे रहा न गया तो मैं मुठ मारने लगा और उसके बेड पर मुठ मार दी.

जब सुबह हुई तो मैंने देखा कि मेरी बहन मेरी तरफ करवट करके सोई हुई थी और उसकी ब्रा मेरे मुँह के पास थी.

इस बात का फायदा उठाते हुए मैंने उसके क्लीवेज में अपना मुँह दे दिया.
उस वक्त मेरा लंड उसकी चूत को टच कर रहा था.

मैंने अपना लंड हल्का सा उसकी चूत में डालने की कोशिश की, पर टाइट चूत होने के कारण लंड अन्दर नहीं जा सका.

कुछ देर बाद वह उठी और उसने मुझे देखा.
मैं सोने की एक्टिंग करने लगा.

जब उसने देखा कि मैं सो रहा हूँ और मेरा लंड उसके सामने नग्न है तो उसने धीरे से मेरे लवड़े को अपने हाथ में ले लिया और आगे पीछे करने लगी.

लंड एकदम सख्त था तो उसके स्पर्श से रोने लगा.
मेरे लंड से प्रीकम की बूंदें उसके हाथ में लग गईं तो उसने अपने हाथ को जीभ से चाट और बाद में वह झुक कर मेरे लौड़े के टोपे को किस करके उठ गयी.

यह देख कर मैं समझ गया था कि कुछ भी हो, आज मैं अपनी बहन को चोद कर ही रहूँगा

जब मैं खाने के लिए नीचे गया तो मैंने देखा कि मेरी बहन मेरे लिए ख़ाना ला रही थी, पर उसने कुछ भी नहीं पहना हुआ था.
वह पूरी तरह से नंगी थी.

पहली बार मैं उसके बदन को इतने पास से देख रहा था.
उसे तने हुए बूब्स को, उसकी फूली हुई चूत को … उसकी छलकती जवानी को देख कर मैं हतप्रभ रह गया.

वह मुसकुराती हुई मेरे आगे आकर खड़ी हो गयी.
वह नशीली आवाज में मुझसे बोली- क्या तुम दूध पीना चाहते हो?

मैंने उसके मम्मों को देखते हुए कहा- हां.
उसने दूध का गिलास मुझे पकड़ा दिया और हंस कर बोली- लो पी लो!

मैंने कहा- मैं यह दूध नहीं पीना चाहता हूँ, आज तो मैं तुम्हारा दूध पीना चाहता हूँ!
यह सुनकर वह मेरे काफी करीब आई और मुझे पकड़ कर अपने कमरे में ले गयी.

उसने मुझे बेड पर लेटा दिया और बोली- मैं जानती हूँ कि तुम मुझे चोदना चाहते हो. तुम सुबह भी कोशिश कर रहे थे.
मैं कुछ नहीं बोला.

उसने आगे कहा- तुम मेरा दूध पी सकते हो!
यह सुन कर मैं खुश हो गया और मैंने अपने हाथों से अपनी बहन के मम्मों को दबाना शुरू कर दिया.

वह सिसकारी भरने लगी.

ध्यान से देखने पर मुझे पता चला कि उसके एक चूचे पर एक तिल है.
मैंने कहा- तुम्हारे बूब पर एक तिल है!
वह बोली- हां, अभी तुम्हें बहुत कुछ ढूंढना बाकी है.

यह बोलते ही उसने मेरा मुँह अपने बूब के निप्पल से लगा दिया और बोली- तुम जितना चाहे, उतना दूध पी सकते हो.

मैं भी अपने दोनों हाथों से उसके मम्मों को दबाने लगा.
उसके दूध एकदम मक्खन से मुलायम थे.

उसके बाद उसने मेरे लंड को पकड़ा और हिलाती हुई बोली- पहली बार किसी के लंड को हिला रही हूँ, वह भी अपने भाई का. भाई यह कितना बड़ा है और गर्म है!
यह कह कर उसने मेरे लंड के टोपे को अपनी जीभ से टच किया और बोली- कितना नर्म भी है.

यह कह कर वह मेरे लौड़े को जीभ से टुनियाती रही और कुछ ही देर में मेरे लंड से माल निकल गया.
वीर्य उसके मुँह में चला गया.

वह लंड को हाथ सहला कर बोली- इतनी जल्दी?
यह बोलकर वह हंसती हुई वहां से चली गयी.

जब मैं दोपहर में आराम कर रहा था तो मेरी बहन ने मुझे उसके कमरे में बुलाया.

मैं जब वहां गया तो उसने कहा- मैं कुछ ड्रेसेस लाई थी … आज मैं उन्हें पहन रही हूँ. तुम मुझे बताना कि कौन सी ड्रेस मुझ पर सूट करती है.
फिर वह मेरे सामने ही अपने कपड़े उतारने लगी और पूरी तरह नंगी हो गई.

अब वह कातिल निगाहों से मुझे देखती हुई पूछने लगी- बताओ मैं कैसी लग रही हूँ?
उसे नंगी देख कर मेरे लंड ने फिर से सलामी दे दी.

उसने मेरे लौड़े को कड़क होते देखा तो फिर से हंस दी और बेड पर रखी हुई काले रंग की बिकिनी पहनने लगी.

उस बिकनी में मेरी बहन एकदम हॉट माल लग रही थी.

वह बोली- मेरे फोन से मेरी फोटो लो.

मैंने उसका फोन उठाया और उसकी फोटो लेने लगा.
साथ साथ में ही मैं उसके फोटोज को अपने मोबाइल में सेंड करने लगा.

उससे मोबाइल में मैसेज सेंड करने की टोन बज जाती थी, तो वह समझ गई थी कि मैं क्या कर रहा हूँ.

फिर वह बेड पर लेट गई और बोली- आज तुम मेरी मसाज कर दो, सामने टेबल पर तेल रखा हुआ है.

जैसे ही मैं मसाज करने लगा तो मेरी बहन ने कहा- पहले अपने कपड़े उतार दो वर्ना तेल से गंदे हो जाएंगे.

फिर मैं अपने कपड़े उतार कर उसकी मसाज करने लगा.
मैं उसके शरीर की गर्मी को महसूस कर पा रहा था.

कुछ ही देर में उसने अपनी बिकनी भी उतार दी और बोली- अब तुम मेरी पूरी बॉडी की मसाज कर सकते हो.
वह बेड पर नंगी होकर उल्टी लेटी हुई थी और मैं भी नंगा होकर उसके पास खड़ा था.

मेरा लंड भी अब तेल को उसके जिस्म पर मलने लगा था क्योंकि मेरा लंड भी उसके जिस्म से रगड़ खा रहा था.

हम दोनों भाई बहन के रिश्ते से बहुत ऊपर उठ चुके थे.
अब हम दोनों में कोई भी पर्दा नहीं रह गया था.

तभी उसने अपनी करवट बदली और वह चित लेट गई.
उसके ठोस बूब्स मेरे बिल्कुल सामने थे और उसकी चूत भी मेरे लंड की मां चोद रही थी.

मेरा जी कर रहा था कि इसकी चूत को झट से चाट लूँ.
पर मैं सब काम तसल्ली से करना चाहता था.

इसलिए मैंने अपने सारे बदन में तेल लगाया और उस पर चढ़ कर उसे नुरु मसाज देने लगा.

मैं अब अपने शरीर को उसके शरीर पर रगड़ रहा था और उसे अच्छा लग रहा था.

फिर मैं अपने हाथ को उसकी चूत पर ले गया और अपनी उंगली से उसकी चूत को रगड़ने लगा.
उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.

मैं नीचे को खिसका और अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.
वह भी चूत चटवाने के फुल मज़े ले रही थी और कह रही थी- आह भाई … मस्त लग रहा है … बस ऐसे ही करते रहो … आह इसी तरह से मेरी चूत को चाटते रहो … लगे रहो.

कुछ देर तक चूत चटवाने के बाद वह खड़ी हुई और 69 की पोजीशन में आ गई.
उसने मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और उसी के साथ अपनी चूत चुसवाने के मज़े लेने लगी.

वह मेरे लौड़े पर चुप्पे लगाती हुई बोली- आज मैं अपने भाई के लंड को खा जाऊंगी.

थोड़ी देर बाद मेरी बहन बोली- भाई, क्या तुम आज अपनी बहन की सील तोड़ना चाहते हो?
मैंने हां में जवाब दिया क्योंकि मैं तो सेक्सी सिस्टर फक का मजा लेना चाहता था.

मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर वह उस पर अपना थूक लगा कर अपनी चूत में डलवाने की कोशिश करने लगी.

वह बोली- मैं आज अपनी सील अपने ही भाई से तुड़वा रही हूँ … कितना मज़ा आ रहा है.

जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी कुंवारी चूत में पेला, मुझे उसकी चूत की गर्मी महसूस होने लगी थी.
मेरा मन कर रहा था कि कभी भी अपने लंड को अपनी बहन की चूत से बाहर ही नहीं निकालूँ!

हम दोनों ने खुल कर सेक्स किया.
वह भी मेरे लौड़े को पूरा एंजाय कर रही थी और आह आह की आवाज निकाल रही थी.

सेक्स करने के बाद हम दोनों एक साथ ही सो गए.
मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में ही था.

अगले दिन हम दोनों ने सारे दिन में 6 बार सेक्स किया.

अब हम दोनों जब चाहे, तब सेक्स कर सकते थे.
मेरी सेक्सी सिस्टर फक में मेरा पूरा साथ दे रही थी.

हम दोनों सूने घर में नंगे होकर घूम रहे थे.
उसे नंगी देख कर मेरा लंड हमेशा ही खड़ा रहता था.

वह जब चाहे मेरे लंड पर आ कर बैठ जाती थी और मैं उसके बूब्स को दबाने लगता था, उसे चोदने लगता था.

हम दोनों भाई बहन एक साथ ही नहाया करते थे.
नहाते समय भी कई बार सेक्स किया करते थे.

अधिकतर बार हम दोनों एक साथ बाथटब में सेक्स किया करते थे.

हर बार चुदाई में नई नई पोज़िशन्स को ट्राइ किया करते थे.
मुझे अपनी बहन के जिस्म से प्यार हो गया था.

फिर कोरोना खत्म हो गया और हमारी आजादी छिन गई.
अब चुदाई छिप कर करनी पड़ती है पर मजा भरपूर आता है.

आपको मेरी सेक्सी सिस्टर फक स्टोरी कैसी लगी?
प्लीज जरूर बताएं.

मॅाम्मी सेक्स कहानी में मेरी दूसरी मम्मी के साथ मैं काफी खुला हुआ था. एक बार मैंने मम्मी पापा की लाइव चुदाई देखी तो मेरा...
19/10/2024

मॅाम्मी सेक्स कहानी में मेरी दूसरी मम्मी के साथ मैं काफी खुला हुआ था. एक बार मैंने मम्मी पापा की लाइव चुदाई देखी तो मेरा मन भी मम्मी के साथ सेक्स का होने लगा था.

दोस्तो, कैसे हो आप सब!
मैं राहुल कुमार!
मेरी मां का नाम बबीता देवी है, मेरे पापा मोहन मिश्रा, मेरी बहन राखी कुमारी हैं.
हम लोग मिडल क्लास फैमिली से हैं.

पापा 55 साल के हो गए हैं.
जबकि मां बबीता 38 साल की हैं.
मैं 21 साल का हूँ और मेरी बहन अभी छोटी है.

आज इस ### मॅाम्मी सेक्स कहानी में आप सबको मैं अपनी सौतेली मां की चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ.

पापा ने मेरी मां की मृत्यु के बाद बबीता जी से दूरी शादी की थी और उनसे ही मेरी बहन पैदा हुई थी.
मेरे घर में तीन कमरे हैं, एक किचन और एक गेस्ट रूम व एक बाथरूम है.

पापा बाहर जॉब करते हैं. मां घर का काम करती हैं. मैं बीए के सेकंड ईयर में हूँ.

मेरी मां और मेरे बीच काफी खुल्लम खुल्ला बात होती थी.
जब मैं इंटर कालेज में पढ़ता था, तभी से मेरे और मेरी सौतेली मां के बीच चुदाई की बात होना शुरू हो गई थी.
मैं घर का इकलौता जवान बेटा था और मां सौतेली होने के बावजूद हमेशा ही मेरा काफी ख्याल रखती थीं.

यह बात उस समय की है, जब मैं इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था.
उस दिन पापा घर आए हुए थे. वे कुछ दिन की छुट्टी लेकर आए थे.

मम्मी पापा सभी लोग आपस में बातें कर रहे थे. तभी पापा के ऑफिस से उन्हें कॉल आया.

पापा बात करने के बाद बोले- मुझको कल ड्यूटी पर जाना होगा, मेरी छुट्टी कैंसिल हो गई है.
मां बोलीं- ठीक है, मैं नाश्ता तैयार कर देती हूं. आप सामान पैक कर लीजिए.

अगले दिन सुबह मैं पापा को ट्रेन पर चढ़ा कर वापस आ गया.
शाम को मैं और मम्मी आपस में बात कर रहे थे.

मैं मम्मी से बोला- मम्मी, पापा हम लोगों को कभी भी कहीं घुमाते नहीं ले जाते हैं. वे घर में ज्यादा टाइम ही नहीं देते हैं.
यह सुनकर मम्मी ने मुझे अपने गले से लगाया और बोलीं- बेटा क्या करें, पापा की कुछ मजबूरी है. उनका ऑफिस है … वे छोड़ तो सकते नहीं न … पर मैं हूँ ना तुम्हारे पास … बोलो तुम्हें क्या चाहिए, कहां जाना है. मुझे बोलो मैं तुम्हें घुमाने ले जाऊंगी.

मैंने कहा- मां चलो आज मूवी देखने चलते हैं.
मां बोलीं- नहीं बेटा, अभी इंटर की परीक्षा दे लो, तब मैं तुमको खुद लेकर जाऊंगी. अभी पढ़ाई में मन लगाओ.

मैं भी मान गया.
मम्मी बोलीं- बेटा अगर तुम 85% नंबर लाकर दिखाओगे तो तुम जो बोलोगे, मैं वही दूँगी!

मैंने मां से बोला- पक्का मम्मी?
मां बोलीं- हां बेटा प्रॉमिस.

मैंने कहा- तो ठीक है.
मां ने मुझको फिर से अपने गले से लगाया और गाल पर चूमा भी!

मैंने भी मां को ‘लव यू मां’ बोला और बाहर घूमने निकल गया.

मैंने अब अपनी मां की बात को ध्यान में रख कर मन लगा कर पढ़ाई पर ध्यान दिया.
कुछ दिन के बाद पापा को छुट्टी मिली, तो वे घर आए.

रात में काफी देर तक पढ़ने के बाद मैं टॉयलेट जा रहा था.
तभी मैंने देखा कि मम्मी पापा आपस में कुछ फुसफुसा रहे थे.

मैंने बहन को जाकर देखा तो वह दूसरे कमरे में सोई हुई थी.
उसके बाद मैं टॉयलेट चला गया.

जब वापस आ रहा था तब मैंने देखा कि पापा मम्मी एक साथ आपस में किस कर रहे थे.
मेरे मन में उनका यह खेल देखने की ललक पैदा हुई तो मैं उधर ही छिप कर देखने लगा.

कुछ देर बाद पापा बोले- बबीता, आज तुमको चोदने का मन कर रहा है!
तो मम्मी बोलीं- इसमें पूछने की क्या बात है, बहुत दिन बाद घर आते हैं तो बीबी के साथ सेक्स करने का मन तो करेगा ही! मैं तो आपकी हूँ आप जैसे बोलो … मैं आपको दे दूंगी.

पापा ने यह सुनते ही मम्मी को बांहों में भर कर बोला- आई लव यू बबीता!
मम्मी बोलीं- आप बहुत अच्छे हो पिया जी!

पापा बोले- बिना कंडोम के ही करें … कोई दिक्कत तो नहीं!
मम्मी बोलीं- दिक्कत की क्या बात है लेकिन अगर मैं गर्भवती हुई तो अपना जवान बेटा क्या सोचेगा!

पापा बोले- उसकी कोई दिक्कत नहीं है यार. बच्चा पैदा कर लेंगे.
तब मम्मी हंस कर बोलीं- आपको जैसे अच्छा लगे, आप मेरे साथ वैसे चुदाई कीजिए.

यह सब सुनकर मेरे अन्दर भी हलचल पैदा हो गई.
फिर मम्मी बोलीं- आज आप मेरी गोद में बैठिए, आपको बच्चे के जैसे मैं अपना दूध पिलाती हूँ!

यह सुनकर पापा बोले- चलो आज मैं भी तुम्हारी मर्जी से ही तुमको चोदूंगा.
मम्मी बोलीं- ओके फिर जैसा मैं बोलूँ, आप वैसा करते जाना!

अब पापा मम्मी की गोद में सर रख कर लेट गए और मम्मी ने अपना ब्लाउज ऊपर करके पापा का मुँह अपने दूध पर लगा लिया.
वे पापा के सर को अपनी बांहों में लेकर अपना दूध पिलाने लगीं.

पापा भी मां की चूची को दबा कर चूसने लगे.
कुछ देर बाद मां बोलीं- आप धीरे धीरे हमको पूरी नंगी करते जाइए.

पापा ने मां का ब्लाउज खोल दिया, फिर ब्रा को भी खोल दिया.
मां भी पापा के पैंट में अपना हाथ डाल कर उनके लौड़े को हिला रही थीं.

अब मां लेट गईं और पापा से बोलीं- मुझे पूरी नंगी करके मेरे ऊपर चढ़ जाओ!
कुछ देर बाद मम्मी ने पापा को पूरा नंगा कर दिया और वे दोनों एक दूसरे के विपरीत लेट कर गुप्तांगों से खेलने लगे.

पापा मां की चूत चाटने लगे और मम्मी पापा का लंड मुँह में लेकर चूस रही थीं.
कुछ मिनट बाद मम्मी बोलीं- आइए अब आप अपने लंड को मेरी फुदी में पेल दीजिए … मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है!

पापा झट से मम्मी की फुद्दी में अपना लौड़ा सैट करके पोजीशन में आ गए.

उन्होंने एक झटका दिया, तो मम्मी चीख उठीं.
पापा उनकी चूची को दबाते हुए बोले- ज्यादा दर्द हुआ क्या?
मां बोलीं- आपका दर्द मुझको अच्छा लगता है … बस आप चोदते रहो.

करीब दस मिनट बाद पापा बोले कि मेरा माल गिरने वाला है!
मम्मी बोलीं- अन्दर ही गिरा दो जान. मैं भी बस झड़ने वाली हूं.

वे दोनों एक साथ झड़ गए.

यह सब देख कर अब मेरे मन में मां को चोदने का ख्याल आने लगा.

कुछ दिन बाद पापा ऑफिस चले गए, मेरा भी एग्जाम अगले महीने से शुरू होने थे.

एग्जाम देने के बाद मैं अपने रिजल्ट आने का इंतजार करने लगा.

तभी मार्च के शुरुआती हफ्ते में रिजल्ट घोषित कर दिया.
मैंने अपना रिजल्ट देखा तो 88% नंबर आए थे.

तो मैंने मां को बताया.
मां ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और बधाई दी.

मैंने मां को उनका वादा याद दिलाया.
मेरे अन्दर तो मां की चुदाई करने का प्लान सैट करना था.

मां बोलीं- हां, अब तुम बोलो क्या चाहिए है … मैं दूंगी.
मैंने कहा- ठीक है, मैं आपसे बाद में मांग लूंगा.

कुछ दिन बाद मेरा जन्मदिन था.
मैंने मां से कहा- मैं अपने हिसाब से इस बार जन्मदिन मनाना चाहता हूँ!
मां ने भी हामी भर दी.

मैंने मां को चोदने की योजना बनाई.
अपने जन्मदिन से एक दिन पहले मैंने मां को बोला- मां, इस बार हम लोग किसी को इनवाइट नहीं करेंगे!
मां बोलीं- ठीक है.

रात में मैं अपने रूम में सोया.
मां बहन एक रूम में सो रही थीं.

मैं जानबूझ कर रात में चड्डी उतार कर और केवल एक गमछा पहन कर सो गया.

अगले दिन मां सुबह मेरे कमरे में आईं तो उन्हें मेरा आधा लंड दिख रहा था.
मैं सोने का नाटक कर रहा था.

मां लंड देख कर बोलीं- उठ बेटा … हैप्पी बर्थडे.
मैंने उठ कर मां को गले लगाया.

मेरा लौड़ा खड़ा था.

मां मुझसे अलग होकर अपना काम करने लगीं.
मैं भी फ्रेश होकर काम निपटाने लगा.

शाम हुई तो घर में सजावट की और सब तैयार हुए.
मैंने केक काटा और मां को खिलाया.
मां ने भी मुझको केक खिलाया.

मैंने मां के गाल पर केक लगाया और आधा केक रख दिया.

मां ने मुझको एक फोन गिफ्ट दिया.
मैं बोला- मां, मेरा अभी मनचाहा गिफ्ट बाकी है.
मां बोलीं- मांगो?

मैं बोला- कुछ देर बाद मांग लूँगा!
तो वे बोलीं- ओके.

फिर हम सब होटल गए और उधर खाना आदि खा कर घर आ गए.

बहन रास्ते में ही सो गई थी.

मैंने बहन को एक अलग कमरे में सुला दिया और मेरा बर्थडे वाला कमरा सजा ही था.

फिर सोने के समय मां मेरे पास आईं और बोलीं- तुम अपना उपहार अभी लोगे या सुबह?
मैं बोला- मम्मी अभी ही मांगना है.

मैंने मां को बेड पर बैठाया और कमरे का गेट बंद कर दिया.
मां बोलीं- बोलो भी अब!

मैं बोला- जो मांगूगा, आपको देना होगा … अगर नहीं दी न … तो मैं कुछ भी कर लूंगा!
मां बोलीं- ठीक है बोल तो सही!

मैंने मां से कहा- आई लव यू बबीता!
मां बोलीं- आज तुमने मेरा नाम क्यों बोला?

मैंने कहा- मां आज आपको मेरी गर्लफ्रेंड बनना होगा.
मां समझ गईं कि मैं क्या बोल रहा हूँ.

वे मुझको डांटने लगीं- मां को भी कोई जीएफ बनाता है क्या?
मैं चुप हो गया और मैंने अपना मुँह लटका लिया.

कुछ देर बाद मां ने मुझको अपने सीने से लगाया और समझाने का प्रयास किया.
पर मैंने कहा- वादा पूरा करो, नहीं तो आप सोने जाओ. मैं क्या करूंगा मुझे खुद भी पता नहीं है.

यह सुनकर मां चुप हो गईं और बोलीं- ठीक है, लो मैं तेरी जीएफ बन गई. अब बोलो क्या करें!

मैं बोला- आज रात भर आपको मैं जो कहूँ, वह करना होगा!
मां ने हामी भर दी.

फिर मैं आधा बचा केक लाया और मां के गाल और होंठों पर लगा दिया.
अब मैं मां के जिस्म को चाट कर केक खाने लगा.
अपनी सौतेली मां को बांहों में भरकर मैं उनके होंठ खाने लगा.

कुछ देर बाद मां भी मेरा साथ देने लगीं.
मैं बोला- मां, आपको कैसा लग रहा है?

मां धीमी आवाज में बोलीं- अच्छा लग रहा है राहुल बेटा! बस तुम करते जाओ.

यह सुनते ही मैंने मां का ब्लाउज खोल दिया और उनके एक दूध पीने लगा.

मां भी बोलीं- बेटा, अब सब कुछ खोल दो मेरा … मुझे भी मजा लेना है.
मैंने मां को नंगी कर दिया.

मां का 36-32-38 का फिगर देख कर मैं पागल हो गया.

तभी मां ने भी मेरा सब कुछ खोल दिया.

फिर मां मेरा मोटा लंड देख कर हैरान रह गईं और बोलीं- बेटा, आज जी भर के मजा ले लो अपनी मम्मी के!

मैं मां को बोला- मां मेरे लंड पर केक लगा कर चूसो ना!
मां बोलीं- हां अभी करती हूं बेटा!

मां ने मेरे लंड पर केक लगाया और उसे मुँह में डाल कर चूसना चालू कर दिया.
मुझे तो ऐसा लगा मानो मैं जन्नत में पहुंच गया हूँ.

फिर मां बोलीं- तुम भी मेरी चूत पर केक लगा कर चाटो ना!
मैं बोला- मां आपकी चूत में काफी बाल हैं.
मां बोलीं- आज भर कर लो … कल तुम खुद साफ कर देना.

मैं भी मां की चुत केक लगा कर चाटने लगा.

पांच मिनट बाद मां बोलीं- बेटा आ जा … अब अपनी मां को चोद दे!
मैंने भी मां को बेड पर लिटा दिया.

मेरी सौतेली मां बोलीं- बेटा पहले अपने लंड के मुँह पर केक लगाओ … और मेरी चूत के मुँह को खोल कर छेद में थोड़ा सा ऊपर रखो … फिर जोर से धक्का देना.

मैं बोला- ठीक है मां.
मैंने वैसा ही किया और जोर से धक्का लगा दिया.

मां चीख उठीं.
मेरा आधा लंड अन्दर चला गया था.

मैंने मां को किस किया तो मां बोलीं- फिर से धक्का लगा!
मैंने फिर से जोर का धक्का दे दिया.

### मॅाम्मी सेक्स में उनको मजा आया, उन्होंने तुरंत मुझको कसके बांहों में भर लिया और चूमने लगीं.

कुछ देर बाद वे बोलीं- बेटा तुम्हारा लंड काफी बड़ा है. यह मेरी बच्चादानी तक पहुंच गया है … अब तुम बस चोदते रहो मुझको … जितना मन करे अपनी मां को चोदो!
मैंने धकापेल में लग गया.

मां कामुकता भरी बातें करती हुई बोलीं- आह, आज तुम मेरी चूत को चोद रहे हो, जिस चूत ने शुरू से ही तुमसे चुदाई की चाहत की थी. आह मैं बहुत खुश हूं आज … आह आह अब तेरे बूढ़े बाप के लंड में दम नहीं बचा है … आह राहुल बेटा आज मेरी चूत को फाड़ दे पूरा … हचक कर चोदो अपनी मां को!

मैंने कहा- हां मां … मुझको भी आपकी चूत को चोदने में पूरा मजा आ रहा है. मैं भी बहुत खुशनसीब हूं, जो तुम जैसी मां मिली मुझको … आह मां लो अपने जवान बेटे का लंड लो.

मां- बेटा यह बात हम दोनों के अलावा कहीं और नहीं जानी चाहिए, मुझसे वादा करो!
मैं- वादा है मां, मैं किसी को नहीं बताऊंगा.

वे खुश होकर मुझे चूमने लगीं.

मैं- मां क्या आज के बाद मैं आपको जब मन किया तब चोद सकता हूँ?
मां- ओह मेरे प्यारे राहुल बेटा, आज के बाद मैं तेरी मां, बीवी, गर्लफ्रेंड, रंडी सब कुछ हो गई हूँ!

मैं- इतना प्यार करने लगी मां मुझसे! तो मैं भी आज से आपका बेटा, पति बॉयफ्रेंड सब कुछ हूँ और मैं आपको अकेले में बबीता नाम से ही बुलाऊँगा.
मां- ओके राजा बेटे!

कुछ देर बाद मां ने कहा- राहुल बेटे, अब तुम बेड पर लेटो, मैं ऊपर से चुदूंगी … तुम थक गए हो न!
‘ओके मां … मेरा मन करता है कि मैं आपकी चूत में अपना लंड डाले ही रखूँ!

मां मेरे लौड़े पर चूत सैट करके बैठ गईं- आह बेटा मजा आ गया … तेरा लंड बहुत बड़ा है मेरे पेट में अन्दर तक जाता हुआ महसूस हो रहा है.
कुछ ही देर में मैं मां के मम्मों को पकड़ कर उन्हें चोदने लगा और मां थक कर मेरे सीने पर गिर गईं.

वे कहने लगीं- आह मैं झड़ने वाली हूं राहुल … तुम भी तेज रफ्तार से चोदो मुझे … हम दोनों साथ में ही झड़ेंगे.
‘हां मां यस येस मां कहां गिराऊं मैं अपना माल मां!’

‘बेटा, मेरी चूत के अन्दर ही डाल दे.’
मैं- कोई दिक्कत तो नहीं होगी मां?

मां- नहीं बेटा, आओ साथ दो मेरा!
‘हां मां यस ऊह!’

‘हां बेटा … आह यस बेटा!’
हम दोनों झड़ गए.

मां- बेटा कुछ देर मेरी बांहों में ही रहो, मेरे दोनों को बूब्स को सहलाओ … मुझे कमजोरी महसूस नहीं होगी!
‘ओके मां.’

कुछ मिनट बाद मां बोलीं- बेटा रात काफी हो गई है अब सो जा!
मैं बोला- मां नंगे ही सोते हैं न!
मां बोलीं- ठीक है.

मैंने मां से कहा- मां, सुबह में एक बार से और चोदना है!
मां बोलीं- ठीक है बेटा, अगर तुम पहले उठो तो मुझको चोद लेना, नहीं तो मैं तुम्हें उठा दूँगी फिर अपनी मां को चोद लेना.

‘आई लव यू मां.’
मां- आई लव यू बेटा गुड नाईट.

फिर सुबह में मां ने मुझको साढ़े चार बजे जगा दिया और मां ने मेरा लंड को चूस कर खड़ा कर दिया.
मैंने उनके ऊपर चढ़ कर उन्हें काफी देर तक चोदा.

चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गए और मां उठ कर अपने दैनिक काम करने लगीं.

मैं अगली कहानी में लिखूँगा कि हम दोनों मां बेटे ने होली कैसे मनाई.
इस ### मॅाम्मी सेक्स कहानी पर आप अपने विचार मुझे बताएं.

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