20/11/2025
यह एक धर्म युद्ध है और रोड समाज का हर एक व्यक्ति जब सभा का सदस्य हो चाहे वह समाज का मौजूद व्यक्ति हो हमेशा धर्म के और सच्चाई के पक्ष में खड़ा होता आया है और खड़ा होता रहेगा. मैं फिर आप लोगों से प्रार्थना कर रहा हूं कि आपका जो भविष्य है सामाजिक भविष्य है आर्थिक तो नहीं कह सकता लेकिन जो एक सामाजिक भविष्य है और अपनी एक जो पहचान है विश्व के अंदर पूरे के पूरे संसार के अंदर पूरे के पूरे हरियाणा के अंदर उसको सिर्फ और सिर्फ एक व्यक्ति ही निखार सकता है चाहे वह अपने व्यक्ति एक दिन में नेट नहीं बनता 25 साल का अंतराल कोई छोटा अंतराल नहीं होता बहुत सारे लोग जो की सम्माननीय हैं और सभी के सभी लोग आदरणीय भी हैं लेकिन मैं फिर कह रहा हूं कि आप कंपेयर करें और आने वाला तीन साल का जो समय है वह बलकार सिंह पुंडरी को देखकर देखें इतनी ग्रंथ और इतना सब कुछ होगा और बहुत सारी ऐसी चीज छोटी-छोटी चीज जो प्रस्ताव पारित करके करनी होती हैं वह कहीं ना कहीं अपने आप होगी उनके अंदर समाज सेवा का जज्बा करीब 25 वर्षों से है कोई भी उम्मीदवार उनके सामने नहीं ठहरता किसी का स्वास्थ्य इशू ले सकते हैं किसी ने पहले सभा में काम किया है उनके जो कार्यकाल में किए गए समय है वार्ड बनती है वह उसे समय भी वही थे लेकिन आज वह उसको सुधारने की बातें करते हैं आप किसी की भी चिकनी चुपड़ी बातों में ना आए आपने एक और बात नोट की होगी कि जब से यह चुनाव प्रचार चल रहा है बलकार सिंह पुंडरी ने किसी भी एक कैंडिडेट की बुराई नहीं की और व्यक्ति वही अच्छा होता है जो दूसरे की बुराई करने की बजे एक लंबी लाइन अपने आप खींच दे अमीन में उनका जन्म हुआ पुंडरी उनकी कर्मभूमि है और गुड़गांव में भी वह रहते हैं आप विश्वास कीजिए अगर आप अपने जो रिश्तेदारी के संबंध है उनको थोड़ा दरकिनार करके और समाज के बारे में सोचेंगे तो मैं आपको यकीन दिलाता हूं मैं फिर कह रहा हूं यह मेरा पर्सनल विचार है इसको समाज का बिरादरी का या किसी और का विचार न समझा जाए मैं भी इस समाज में 15 16 वर्षों से घूम रहा हूं लेकिन बलकार सिंह पुंडरी जैसा व्यक्ति मैं और उनके जैसा व्यक्तित्व आज तक नहीं देखा मैंने इस बार एक या दो बार कई बार टेस्ट लेने के भी कोशिश की किसी गरीब व्यक्ति से मजबूर व्यक्ति से अनजाने में फोन भी करवाई और सभी जितने उम्मीदवार हैं उनको भी करवाई और बहुत सारे लोगों को करवाई लेकिन कोई भी मदद को तैयार नहीं हुआ किसी को गूगल पर चलना नहीं आता किसी को कुछ चलाना नहीं आता लेकिन बलकार सिंह ही एक ऐसे व्यक्ति निकले जिन्होंने बगैर कोई सोचे समझे जब दोस्तों की हेल्प पहुंचा 500 की हेल्प पहुंचा ₹100 की हेल्प वह बेहिचक बगैर किसी बात को सुने करी दोस्तों आज तक हमारे बहुत प्रधान हुए हैं और सभी सम्माननीय हैं सभी ने अपना पूरा का पूरा जोर लगाकर समाज सेवा करने की कोशिश की है उन गांव में जाए प्रधान का काम कार्यालय में बैठकर पत्र साइन करना नहीं है प्रधान का कार्य है समाज के हर गांव में जाना उनकी समस्याओं को सुनना उनकी समस्याओं का निर्माण करना और एक अच्छे भाईचारे वाले समाज की नीव रखना यह इतना आसान नहीं है हर व्यक्ति कहीं ना कहीं एक दूसरे से ईर्ष्या करता है कोई विचारधारा के बेस पर कोई आगे बढ़ रहा है तो उसको निशा गिरने के लिए यहां तक बात मार पिटाई और परिवार के चरित्रहीनता पर भी आ जाती है समाज दो हिस्सों में बांटा जा चुका है अपने राजनीतिक फायदे के लिए अपने आप को ऊपर उठने के लिए और राजनीति करने के लिए हर व्यक्ति दम भर रहा है लेकिन अगर आप असलियत में समाज सेवा की बात करो दोस्तों समाज सेवा सिर्फ पैसे से ही हो सकती है बाकी बातें किताब भी हैं और उसके हिसाब से बहुत सारे लंबे चौड़े लेख आप देख चुके होंगे कोई रोड वशी बना हुआ है कोई कट्टर रोड बंसी बना हुआ है और किसी के पास कोई वीजा नहीं है सिर्फ और सिर्फ एक विजन है कि वार्ड बंदी ठीक की जाएगी अगर यह विजन को लेकर चल रहे हैं कि वार्ड बंदे ठीक करी जाएगी तो इसका मतलब तो यह है कि जितने भी यह 300 के 300 डेलीगेट बने हैं यह कहीं ना कहीं दिल्ली गेट बनने के लायक नहीं है और यह जबरदस्ती बने हैं सेटिंग से बने हैं अगर हम उनकी बात को सुन जो भी यह लोग कहते हैं कि मैं इसको ठीक कर दूंगा वार्ड बंदी को ठीक कर दूंगा मैं ₹100000 की शर्त लगाकर कह सकता हूं कि मेरे सामने कोई आकर बैठे और मुझे यह बता दे कि मैं इस तरह से इसको ठीक करूंगा कानून भी कोई चीज होती है और कानून के ऊपर कोई भी आदमी नहीं है कहना आसान है करना बहुत मुश्किल है जब तक सभा या जो हरियाणा सोसाइटी एक्ट है उसके अंदर बदलाव नहीं होते कोई कुछ नहीं कर सकता बहुत सारे लोग इंटरव्यू दे रहे हैं अलग-अलग विभिन्न चैनलों पर जाकर और दिल्ली गेट को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं एक और बात आपको मैं याद दिला दूं की बहुत समय से करनाल एरिया से कहीं तो हमेशा प्रधान बनते आ रहे हैं यह पहली बार ऐसा मौका है जो की रोड़ों की रोडलैंड कहा जाता है राजधानी कहा जाता है और पुंडरी एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें जो की 84 के बाद रोड़ों के नाम से जाना जाता है इसलिए आपके पास एक सुनहरी मौका है आप बलकार सिंह पुंडरी जैसे एक ईमानदार आदमी को जिसके पास भ्रष्टाचार के नाम से एक भी दाग नहीं है 100% कोई भी व्यक्ति भगवान नहीं होता मैं 300 के 300 डेलीगेट से मुझे एक डेलीगेट जान तो दो डेलीगेट जानता हूं मैं भी 15 20 साल से आपके बीच में हूं हो सकता है मुझे बहुत गलती हुई हो सकता है बहुत सारे लोग मेरे विरोध में खड़े हुए हो लेकिन मैं हमेशा समाज के फायदे के लिए काम करने की कोशिश की है और मैं आपसे दोबारा से प्रार्थना करता हूं कि आप हर व्यक्ति अलग-अलग जगह वोट ना डाल के जिन लोगों के बीच में आपको मुकाबला नजर आ रहा है और जो मुख्य मुकाबला आज की तारीख में नजर आ रहा है वह नजर आ रहा है रामकुमार पीटीआई जी जो की एक शराफत कम हो रहा है और उनका एक संगठन भी मजबूत है और एक अलग विचारधारा को लेकर चलते हैं और दूसरी तरफ बलकार सिंह पुंडरी जो किसी खास विशेष धारा को ना लेकर चलते हुए सिर्फ समाज के विकास की बच्चों के सेरेमनी विकास की धर्मशालाओं के रखरखाव की ऊंचे लोगों से वार्तालाप करके ज्यादा से ज्यादा फंड इकट्ठा करने की और अपनी शख्सियत के बल पर समाज को आगे ले जाने की सामाजिक समस्याओं को सामने बैठकर खुले तौर पर बगैर किसी तो आप मुझे दुरुस्त कर सकते हैं सवाल जवाब कर सकते हैं और बलकार सिंह पुंडरी क्यों बने चाहिए और क्यों न बनने चाहिए इस बारे में भी आप अपने विचार खुलकर जरूर रखें