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22/06/2025

ओवैसी ने असीम मुनिर पर सुनाई शायरी |

इजरायल ने 13 जून 2025 को ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसे "ऑपरेशन राइजिंग लॉयन" नाम...
13/06/2025

इजरायल ने 13 जून 2025 को ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसे "ऑपरेशन राइजिंग लॉयन" नाम दिया गया। इन हमलों में ईरान के नतांज परमाणु संयंत्र, कई परमाणु वैज्ञानिकों, और इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर-इन-चीफ हुसैन सलामी की मौत की पुष्टि हुई है। इजरायल का दावा है कि यह हमला ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए था, क्योंकि ईरान के पास 15 परमाणु बम बनाने की सामग्री होने की आशंका थी।

# # # ईरान की संभावित प्रतिक्रिया:
1. **जवाबी सैन्य कार्रवाई**: ईरान ने इजरायल और अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमलों की धमकी दी है। ईरानी मीडिया के अनुसार, ईरान ने पहले ही जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है, जिससे दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं।

2. **परमाणु कार्यक्रम की रक्षा**: ईरान ने अपने परमाणु ठिकानों की सुरक्षा बढ़ा दी थी, खासकर नतांज और फोर्डो जैसे भूमिगत ठिकानों की। हालांकि, इजरायल के हमले ने नतांज को काफी नुकसान पहुंचाया, जिससे ईरान का परमाणु कार्यक्रम कमजोर हुआ है। ईरान अब अपने बचे हुए परमाणु संसाधनों को बचाने की कोशिश

3. **प्रॉक्सी हमले**: ईरान हमास, हिजबुल्लाह, और यमन के हूती जैसे समर्थित समूहों के जरिए इजरायल पर अप्रत्यक्ष हमले बढ़ा सकता है। ये समूह पहले भी इजरायल के खिलाफ सक्रिय रहे हैं, जैसे 7 अक्टूबर 2023 को हमास का हमला।

4. **कूटनीतिक जवाब**: ईरान ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता अगली सूचना तक रद्द कर दी है। साथ ही, वह संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इजरायल की कार्रवाई की निंदा कर सकता है। ओमान जैसे मध्यस्थ देशों ने इन हमलों को "गैर-जिम्मेदार" बताया है, जिसका ईरान लाभ उठा सकता है

5. **आंतरिक एकजुटता**: ईरान की सरकार अपने नागरिकों को एकजुट करने और सैन्य ताकत दिखाने के लिए आंतरिक प्रचार बढ़ा सकती है। तेहरान में नागरिकों की मौत की खबरों से जनता में आक्रोश बढ़ सकता है, जिसे ईरान सरकार जवाबी कार्रवाई के लिए समर्थन जुटाने में इस्तेमाल कर सकती है।
# # # चुनौतियां और सीमाएं:
- **सैन्य कमजोरी**: इजरायल के हमलों ने ईरान की वायु रक्षा प्रणाली और सैन्य ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है, जिससे प्रत्यक्ष जवाबी हमले की क्षमता सीमित हो सकती है।
- **अंतरराष्ट्रीय दबाव**: अमेरिका ने इन हमलों में अपनी भागीदारी से इनकार किया है, और भारत जैसे देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। इससे ईरान पर जवाबी कार्रवाई में सावधानी बरतने का दबाव बढ़ सकता है
- **आर्थिक और सामरिक नुकसान**: नतांज जैसे प्रमुख परमाणु ठिकाने और बैलिस्टिक मिसाइल साइट्स के नष्ट होने से ईरान की रणनीतिक शक्ति को बड़ा झटका लगा है, जिससे उसकी जवाबी कार्रवाई की रणनीति प्रभावित हो सकती है।

# # # निष्कर्ष:
ईरान संभवतः सीमित जवाबी हमले, प्रॉक्सी समूहों के जरिए कार्रवाई, और कूटनीतिक दबाव बनाने की रणनीति अपनाएगा। हालांकि, इजरायल के हमलों से उसकी सैन्य और परमाणु क्षमता को गंभीर नुकसान पहुंचा है, जिससे उसकी प्रतिक्रिया की तीव्रता और प्रभाव सीमित हो सकता है। क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है, और स्थिति विश्व युद्ध जैसे हालात की ओर बढ़ सकती है, जैसा कि कुछ स्रोतों ने चेतावनी दी है।

*नोट*: यह जानकारी 13 जून 2025 तक की खबरों पर आधारित है। स्थिति तेजी से बदल रही है, और नवीनतम अपडेट के लिए विश्वसनीय समाचार स्रोतों की जांच करें।

12/06/2025

विभिन्न रिपोर्ट्स और अध्ययनों के अनुसार भारत में मुस्लिम आबादी में वृद्धि देखी जा रही है।
कुछ मुख्य बिंदु यहाँ दिए गए हैं:
* जनसंख्या में हिस्सेदारी में वृद्धि: 1950 से 2015 के बीच भारत में मुस्लिम आबादी का हिस्सा 9.84% से बढ़कर 14.09% हो गया है। जबकि इसी अवधि में हिंदू आबादी का हिस्सा 84.68% से घटकर 78.06% हो गया है।
* उच्च प्रजनन दर: मुसलमानों में कुल प्रजनन दर (TFR) अन्य धार्मिक समुदायों की तुलना में historically अधिक रही है, हालांकि यह दर भी लगातार घट रही है। 2019-2021 के बीच मुसलमानों में TFR 2.36% थी, जबकि हिंदुओं में यह 1.94% थी।
* तेज़ वृद्धि दर: प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2010 से 2020 के बीच दुनिया भर में मुस्लिमों की आबादी सबसे तेज़ी से बढ़ी है। भारत में भी इस दौरान मुस्लिमों की आबादी में 3.56 करोड़ की वृद्धि हुई है।
* अनुमानित आंकड़े: कुछ अनुमानों के अनुसार, 2050 तक भारत में मुसलमानों की संख्या 31.1 करोड़ तक पहुंच सकती है, जो कुल आबादी का 18% तक हो सकती है। यह भी अनुमान लगाया गया है कि 2050 तक भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश बन सकता है।
यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि ये आंकड़े विभिन्न अध्ययनों और जनगणना रिपोर्टों पर आधारित हैं, और समय के साथ इनमें थोड़ा-बहुत बदलाव हो सकता है।

28/05/2025

There is a leader in our country who remained silent on Murshidabad violence but asks on Operation Sindoor, "How many aircrafts did they lose?"

28/05/2025

People of Bihar, you vote for your leaders so that you can go to another state and get beaten up by the people of that state.

28/05/2025

Politics has become so dirty that it has not even spared the language

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