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सूर्य के प्रकाश को धरती तक पहुँचने में औसतन लगभग 8 मिनट और 20 सेकंड (8 मिनट 20 सेकंड) का समय लगता है। ☀️🌍यह समय सूर्य और...
11/10/2025

सूर्य के प्रकाश को धरती तक पहुँचने में औसतन लगभग 8 मिनट और 20 सेकंड (8 मिनट 20 सेकंड) का समय लगता है। ☀️🌍
यह समय सूर्य और पृथ्वी के बीच की औसत दूरी और प्रकाश की गति (c) के कारण होता है, जो लगभग 299,792 किलोमीटर प्रति सेकंड है।

मध्यप्रदेश के कटनी में हुई यह घटना वाकई हैरान कर देने वाली है। 65 साल की दुर्गाबाई की बहादुरी और हिम्मत की कहानी सुनकर ह...
21/09/2025

मध्यप्रदेश के कटनी में हुई यह घटना वाकई हैरान कर देने वाली है। 65 साल की दुर्गाबाई की बहादुरी और हिम्मत की कहानी सुनकर हर कोई दंग है। एक सियार से 30 मिनट तक लड़ना और अपनी जान बचाने के लिए उसे मार डालना, यह दर्शाता है कि उनमें कितनी हिम्मत थी।
यह घटना दिखाती है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। दुर्गाबाई ने न सिर्फ अपनी जान बचाई, बल्कि दूसरों के लिए भी बहादुरी की मिसाल कायम की है। यह एक ऐसी कहानी है जो हम सभी को विपरीत परिस्थितियों में लड़ने और हार न मानने की प्रेरणा देती है। उनका यह साहसिक कार्य सच में काबिले तारीफ है।

जयपुर का रामबाग पैलेस भारत के सबसे महंगे होटलों में से एक है। इसमें अलग-अलग कमरे और सुइट हैं, और सबसे महंगा सुइट, जिसे "...
20/09/2025

जयपुर का रामबाग पैलेस भारत के सबसे महंगे होटलों में से एक है। इसमें अलग-अलग कमरे और सुइट हैं, और सबसे महंगा सुइट, जिसे "सुख निवास" या "ग्रैंड प्रेसिडेंशियल सुइट" कहा जाता है, उसका किराया एक दिन का ₹10 लाख तक हो सकता है। यह सीजन और बुकिंग की उपलब्धता पर निर्भर करता है। वहीं, यहाँ सामान्य कमरों का किराया ₹30,000 से शुरू होता है।

एक औसत व्यक्ति का दिल प्रति मिनट लगभग 60 से 100 बार धड़कता है। अगर हम इसे प्रति मिनट 80 धड़कन का औसत लें, तो यह एक साल म...
18/09/2025

एक औसत व्यक्ति का दिल प्रति मिनट लगभग 60 से 100 बार धड़कता है। अगर हम इसे प्रति मिनट 80 धड़कन का औसत लें, तो यह एक साल में लगभग 42 मिलियन (4 करोड़ 20 लाख) बार धड़कता है।
दिल का यह लगातार काम करना ही हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह पूरे शरीर में खून और ऑक्सीजन पहुंचाता है।

राजस्थान के पिपलांत्री गांव में यह अनोखी परंपरा सचमुच काबिल-ए-तारीफ है।इस गांव में जब भी किसी लड़की का जन्म होता है, तो ...
17/09/2025

राजस्थान के पिपलांत्री गांव में यह अनोखी परंपरा सचमुच काबिल-ए-तारीफ है।
इस गांव में जब भी किसी लड़की का जन्म होता है, तो ग्रामीण मिलकर उसके नाम पर 111 पेड़ लगाते हैं। यह सिर्फ एक पर्यावरण-संरक्षण की पहल नहीं है, बल्कि इससे कई और फायदे भी होते हैं:
* पर्यावरण संरक्षण: इस पहल से गांव में हरियाली और जैव-विविधता बढ़ती है।
* बेटियों का सम्मान: यह लड़कियों के जन्म को उत्सव की तरह मनाता है और उन्हें समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान देता है।
* आर्थिक स्थिरता: ये पेड़ बड़े होकर गांव वालों के लिए आय का स्रोत बनते हैं, जिससे लड़कियों की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है।
* सामाजिक जागरूकता: यह अन्य समुदायों और गांवों के लिए एक प्रेरणा का काम करता है, जिससे वे भी ऐसी सकारात्मक पहल अपना सकें।
पिपलांत्री के पूर्व सरपंच श्याम सुंदर पालीवाल ने इस परंपरा की शुरुआत की थी, और उनके प्रयास से यह गांव आज एक मिसाल बन गया है। यह दिखाता है कि कैसे एक छोटा सा कदम भी समाज और पर्यावरण में बड़ा बदलाव ला सकता है।

बिच्छू वास्तव में एक अविश्वसनीय रूप से लचीला जीव है जो लंबे समय तक बिना भोजन के रह सकता है। उनकी धीमी चयापचय (metabolism...
16/09/2025

बिच्छू वास्तव में एक अविश्वसनीय रूप से लचीला जीव है जो लंबे समय तक बिना भोजन के रह सकता है। उनकी धीमी चयापचय (metabolism) दर और कम ऊर्जा आवश्यकताओं के कारण, वे महीनों तक बिना खाए-पिए जीवित रह सकते हैं। यह उन्हें उन कठोर वातावरण में जीवित रहने में मदद करता है जहाँ भोजन और पानी दुर्लभ होते हैं।

महाराणा प्रताप की तलवार, कवच और अन्य व्यक्तिगत सामान उदयपुर के सिटी पैलेस संग्रहालय (City Palace Museum) में रखे गए हैं।...
16/09/2025

महाराणा प्रताप की तलवार, कवच और अन्य व्यक्तिगत सामान उदयपुर के सिटी पैलेस संग्रहालय (City Palace Museum) में रखे गए हैं। यह संग्रहालय उदयपुर के राजघराने की विरासत को संरक्षित करता है और यहाँ कई ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं।
महाराणा प्रताप एक महान योद्धा थे और उनकी वीरता आज भी भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनका नाम साहस, त्याग और देशभक्ति का पर्याय है।

वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक दोनों ही इस बात का समर्थन करते हैं कि हमारे दिमाग में उन चेहरों को बनाने की क्षमता नहीं होती ज...
16/09/2025

वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक दोनों ही इस बात का समर्थन करते हैं कि हमारे दिमाग में उन चेहरों को बनाने की क्षमता नहीं होती जिन्हें हमने कभी नहीं देखा।
इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि हमारा मस्तिष्क कल्पनाशील होने के बावजूद भी पूरी तरह से नए चेहरे की रचना नहीं कर सकता। हमारा अवचेतन मन (subconscious mind) उन सभी चेहरों का एक विशाल डेटाबेस रखता है जिन्हें हमने अपनी जिंदगी में किसी भी पल देखा है - चाहे वह सड़क पर चलते हुए एक सेकंड के लिए हो, किसी फिल्म में, तस्वीर में, या भीड़ में।
जब हम सोते हैं, तो हमारा दिमाग इन यादों को अलग-अलग तरीकों से मिलाता है और एक नई कहानी या परिस्थिति बनाता है। इसलिए, सपने में दिखने वाले चेहरे अक्सर उन लोगों के होते हैं जिन्हें हमने कभी देखा है, भले ही हमें होश में याद न हो कि वे कौन हैं या कहाँ मिले थे.

प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला सबसे कठोर और ठोस पदार्थ हीरा (Diamond) है। हीरे की यह कठोरता इसकी विशिष्ट क्रिस्टल संरचन...
15/09/2025

प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला सबसे कठोर और ठोस पदार्थ हीरा (Diamond) है। हीरे की यह कठोरता इसकी विशिष्ट क्रिस्टल संरचना के कारण होती है, जहाँ प्रत्येक कार्बन परमाणु अपने चारों ओर चार अन्य कार्बन परमाणुओं से दृढ़ता से जुड़ा होता है। इस त्रि-आयामी नेटवर्क संरचना को टेट्राहेड्रल बॉन्डिंग (tetrahedral bonding) कहते हैं।
हीरे के गुण
* कठोरता: हीरे की कठोरता को मापने के लिए मोह्स स्केल (Mohs scale) का उपयोग किया जाता है, जिस पर हीरे का मान 10 है, जो कि अधिकतम है। इसका मतलब है कि केवल हीरा ही हीरे को काट सकता है या उस पर खरोंच लगा सकता है।
* ऊष्मीय चालकता: यह ज्ञात पदार्थों में सबसे अच्छी ऊष्मा चालकता (thermal conductivity) में से एक है।
* पारदर्शिता: शुद्ध हीरे पारदर्शी होते हैं और प्रकाश को बहुत अच्छे से अपवर्तित (refract) करते हैं, जिससे उनमें चमक पैदा होती है।
* विद्युत प्रतिरोधकता: हीरा एक उत्कृष्ट विद्युत रोधक (electrical insulator) है, यानी यह बिजली का कुचालक होता है।
इसकी असाधारण कठोरता के कारण, हीरे का उपयोग सिर्फ़ आभूषणों में ही नहीं, बल्कि औद्योगिक अनुप्रयोगों में भी होता है, जैसे कि कटाई, ड्रिलिंग, और पॉलिशिंग के उपकरण बनाने में।

इंसानों में, उंगलियों के नाखून पैरों के नाखूनों से लगभग 2 से 3 गुना तेजी से बढ़ते हैं। औसतन, उंगली के नाखून हर महीने लगभ...
15/09/2025

इंसानों में, उंगलियों के नाखून पैरों के नाखूनों से लगभग 2 से 3 गुना तेजी से बढ़ते हैं। औसतन, उंगली के नाखून हर महीने लगभग 3.5 मिलीमीटर बढ़ते हैं, जबकि पैर के नाखून हर महीने करीब 1.6 मिलीमीटर बढ़ते हैं।

मगरमच्छ की जीभ उसके मुंह के निचले हिस्से से एक पतली झिल्ली के साथ जुड़ी होती है, जिसकी वजह से वह अपनी जीभ को बाहर नहीं न...
14/09/2025

मगरमच्छ की जीभ उसके मुंह के निचले हिस्से से एक पतली झिल्ली के साथ जुड़ी होती है, जिसकी वजह से वह अपनी जीभ को बाहर नहीं निकाल पाते हैं।

ज्योति आमगे नागपुर की रहने वाली हैं और उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुनिया की सबसे छोटी महिला के रूप में दर्ज है।...
13/09/2025

ज्योति आमगे नागपुर की रहने वाली हैं और उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुनिया की सबसे छोटी महिला के रूप में दर्ज है।
उनकी लंबाई 62.8 सेंटीमीटर (2 फीट 0.7 इंच) है। उनकी लंबाई उनके 18वें जन्मदिन, 16 दिसंबर 2011 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मापी गई थी।
उन्होंने अमेरिकन हॉरर स्टोरी: फ्रीक शो जैसे कई टीवी शो और डॉक्यूमेंट्री में भी काम किया है, जिससे वह दुनिया भर में मशहूर हो गईं।

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