04/07/2025
हरियाणा में कबाड़ बेचने वाले की लड़की बनी माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियरः 55 लाख का सालाना पैकेज; 2 कमरों के घर में रहता है परिवार
कुरुक्षेत्र लाइव नेटवर्क
हरियाणा के हिसार जिले में गली-गली जाकर कबाड़ खरीदने वाले व्यक्ति राजेश की बेटी सिमरन माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में इंजीनियर बन गई है। सिमरन की उम्र महज 21 साल है, और कंपनी ने उसे 55 लाख रुपए सालाना के पैकेज पर रखा है।
परिजनों के अनुसार, सिमरन ने 17 साल की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में JEE की परीक्षा पास की थी। इसके बाद IIT मंडी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स में एडमिशन लिया, लेकिन सिमरन की रुचि इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) में थी। उसका सपना भी माइक्रोसॉफ्ट में काम करने का था, इसलिए उसने एडिशनल सब्जेक्ट में कंप्यूटर साइंस की भी पढ़ाई की।
कैंपस सिलेक्शन के दौरान सिमरन माइक्रोसॉफ्ट हैदराबाद में इंटर्नशिप के लिए सिलेक्ट हुई और 2 महीने की इंटर्नशिप के बाद 300 बच्चों में बेस्ट इंटर्नशिप स्टूडेंट का अवॉर्ड जीता। सिमरन को यह अवॉर्ड अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट की ओवरसीज हेड से प्राप्त हुआ।
ओवरसीज हेड स्पेशल सिमरन से मिलने अमेरिका से भारत पहली बार आई। फाइनल सिलेक्शन में सिमरन ने टॉप लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया। अब 30 जून से सिमरन की ज्वॉइनिंग हो चुकी है।दो कमरों का घर, 300 से 500 रुपए कमाई राजेश कुमार ने बताया कि वह गली-गली जाकर कबाड़ एकत्रित करते हैं और बदले में बर्तन देते हैं। राजेश ने बताया कि वह रोजाना 300 से 500 रुपए कमा लेते हैं। इन्हीं रुपयों से घर का गुजारा चलता है। कई बार इससे ज्यादा भी हो जाता है, लेकिन औसतन यही कमाई है।
राजेश ने बताया कि बेटी होनहार है तो उसने खुद ही मेहनत की और आगे बढ़ी। उनकी दोनों छोटी बेटियां हिसार पढ़ रही हैं। बता दें कि राजेश का घर 2 कमरों का बना हुआ है। घर में खिड़कियों में शीशे तक नहीं लगे हुए हैं। 2 कमरों में ही पूरा परिवार रहता है।