05/07/2025
घाना और भारत के बीच हाल ही में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम हैं। 3 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घाना की राजकीय यात्रा के दौरान निम्नलिखित प्रमुख समझौतों और परिणामों की घोषणा की गई:द्विपक्षीय संबंधों का उन्नयन: दोनों देशों ने अपनी द्विपक्षीय साझेदारी को "व्यापक साझेदारी" के स्तर तक बढ़ाने का निर्णय लिया, जो रणनीतिक सहयोग के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी) पर समझौता: इस समझौते का उद्देश्य कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और विरासत के क्षेत्र में सांस्कृतिक समझ और आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) और घाना मानक प्राधिकरण (जीएसए) के बीच समझौता: यह समझौता दोनों देशों के बीच मानकों और गुणवत्ता नियंत्रण के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देगा।
आतंकवाद के खिलाफ सहयोग: भारत और घाना ने आतंकवाद को मानवता का दुश्मन मानते हुए इसके खिलाफ सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई। दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुधारों और पश्चिम एशिया एवं यूरोप में चल रहे संघर्षों पर भी समान दृष्टिकोण और चिंता व्यक्त की।
आर्थिक और व्यापारिक सहयोग: दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 3 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर चुका है, और अगले 5 वर्षों में इसे दोगुना करने का संकल्प लिया गया है। भारतीय कंपनियों ने घाना में लगभग 900 परियोजनाओं में 2 अरब डॉलर का निवेश किया है। इसके अतिरिक्त, फिनटेक के क्षेत्र में भारत का यूपीआई (UPI) घाना के साथ डिजिटल भुगतान प्रणाली के लिए साझा किया जाएगा।
खाद्यान्न और वैक्सीन सहायता: भारत ने घाना को खाद्यान्न उत्पादन और वैक्सीन प्रदान करने में सहयोग किया है, जिससे दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिली है।
ये समझौते दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, आर्थिक, और रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने के साथ-साथ वैश्विक मंचों पर एक-दूसरे के प्रति समर्थन को दर्शाते हैं।