30/10/2025
बड़ी शर्म की बात है मेरे दोस्त 😓
मैं गवर्नमेंट हॉस्पिटल की तरफ कुछ काम से गया था। तब वहां पर एक बहुत परेशान आदमी मुझे मिला, वह मेरे पास आया और बोला सर मेरे भाई की तबीयत बहुत ज्यादा खराब है, उसे ब्लड की जरूरत है, तो क्या प्लीज ब्लड की कोई व्यवस्था हो सकती है क्या, तो मैंने सोचा बंदा आप बहुत परेशान है ,चलो मैं ही ब्लड दे देता हूं ।और जब मैं ब्लड देने ब्लड बैंक के अंदर गया। और ब्लड लेने वाले से बात किया की भाई साहब मुझे ब्लड देना है और यह व्यक्ति बहुत परेशान है, मेरा जो ब्लड लेंगे वह आप इनको दे दीजिए । वहां मौजूद स्टाफ ने जो बात मेरे से बोली वो बात सुनकर मेरे होश उड़ गए । उन्होंने बोला सर आप इस व्यक्ति को ब्लड ना दें, मैने बड़े आश्चर्य से उनको पूछा कि आप ऐसा क्यों बोल रहे हैं ,उसके भाई को ब्लड की बहुत ज्यादा जरूरत हे फिर भी । वह बोले की भाई साहब यह बहुत शातिर आदमी है। इसको हम तीन बोतल ब्लड पहले दे चुके हैं ,मैंने इसको बोला कि भाई तेरे और तेरे भाई का ब्लड एक ही है तो एक बोतल तू दे दे तो उसने ब्लड देने से मना कर दिया। और बोलता है कि यह भाई तो मेरे से अलग रहता है मैं ब्लड दूंगा तो मैं कमजोर हो जाऊंगा मैं बीमार हो जाऊंगा और ऐसे बहाने मार रहा है। उस आदमी ने बहुत गहरी बात सिखाई कि इस दुनिया में कोई अपना नहीं होता सब मतलब के रिश्ते होते है । फिर भी मैने अपना धर्म निभाया और उस व्यक्ति को अपना ब्लड दिया ।
अब ऐसे आदमी के बारे में आप क्या कहना चाहेगे।