Sarvesh rai

24/05/2025

तेज आँधी तूफान की वजह से लोग हुए बेहाल ....

12/05/2025

बीवी के डर से सगे भाई से बात ना करने वाले लोग भी पोस्ट डाल रहे हैँ की " मोदी अमेरिका के दबाव मे झुक गए " 😂
दो शब्द इनके लिए 😄😄

11/05/2025
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहा तनाव इस समय चरम पर है। ऐसे में मौजूदा समय में जब जरूरत है हर शख्स को अपनी जिम्मेदारी दिखाने...
09/05/2025

भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहा तनाव इस समय चरम पर है। ऐसे में मौजूदा समय में जब जरूरत है हर शख्स को अपनी जिम्मेदारी दिखाने का, तो अधिकांश TV चैनल अपनी TRP बढ़ाने की होड़ में जुटे है। TRP के लिए बिना पुष्टि के कुछ भी दिखाया जा रहा है।

कल देर शाम से कई अपुष्ट व सनसनी भरी खबरे दिखाई जा रही है। इससे चैनल न सिर्फ अपनी विश्वनीयता (जो बची खुची है) खो रहे है बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारत की साख खराब कर रहे है।

स्वघोषित सबसे तेज चैनल की एंकराईन ने कल रात चिल्ला-चिल्ला कर जम्मू, श्रीनगर और राजौरी में #फिदायीन अटैक होनी की ब्लंडर फेक न्यूज़ दिखाई और बताई। लेकिन बाद में PIB की फैक्ट टीम ने इसे फेक न्यूज़ करार दिया। मैंने दोबारा चैनल के हैंडल पर जाकर देखा तो वो डिलीट कर दिया गया था।

इसी तरह कल रात ही पाकिस्तान पर कब्जा, सेना इस्लामाबाद पहुंच चुकी है न जाने कैसी कैसी अफवाहें चैनलों ने फैलाई। और जनता को गुमराह करने का काम किया। जबकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मिसाइल, ड्रोन हमले व अन्य विस्फोटों के नाम पर वीडियो गेम्स की क्लिप और गाजा, यूक्रेन सहित अन्य पुराने युद्ध व घटनाओं की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। जिसे लोग बिना सोचे समझे शेयर, पोस्ट कर रहे है। कुछ तो जिम्मेदारी दिखाइए हुजूर।

जब सवाल राष्ट्रीय सुरक्षा का हो, तो कोई कैसे इतनी गैर जिम्मेदाराना हरकत कर सकता है ये वाकई में सोचने वाली बात है। मैं एक बार फिर आप सभी से गुजारिश कर रहा हूं फेक न्यूज़ व सनसनी फैला रहे TV चैनलों के TRP वॉर का हिस्सा मत बनिए इस समय जरूरत है एकजुट होने और समझदारी दिखाने की।







बलूचिस्तान में क्वेटा सहित कई शहरों में पाकिस्तानी झंडे उखाड़कर बलूचिस्तान के झंडे फहराए गए हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्म...
08/05/2025

बलूचिस्तान में क्वेटा सहित कई शहरों में पाकिस्तानी झंडे उखाड़कर बलूचिस्तान के झंडे फहराए गए हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इसकी जिम्मेदारी ली है और यह भी दावा किया है कि उन्होंने कई शहरों पर कब्ज़ा कर लिया है।
हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार:
* झंडे फहराए गए: बलूचिस्तान के कई हिस्सों में स्थानीय लोगों ने पाकिस्तानी झंडे हटाकर बलूचिस्तान के झंडे लहराए हैं।
* बीएलए का दावा: बीएलए ने इन कार्रवाइयों की जिम्मेदारी ली है और कहा है कि बलूच लोगों ने अपने झंडे फहराना और पाकिस्तानी झंडे हटाना शुरू कर दिया है।
* तेजी से बढ़ती गतिविधियां: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, बीएलए ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं और एक अलग राष्ट्र की अपनी पुरानी मांग को फिर से उठा रही है।
* हमले: बीएलए ने हाल ही में पाकिस्तानी सेना पर कई हमले किए हैं, जिसमें 14 सैनिकों के मारे जाने की खबर है।
* शहरों पर कब्ज़े का दावा: कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि बीएलए ने मंगूचर और कलात जैसे कुछ शहरों पर कब्ज़ा कर लिया है, सरकारी इमारतों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर नियंत्रण कर लिया है। हालांकि, इन दावों की पूरी तरह से पुष्टि होना बाकी है।
* पूर्व प्रधानमंत्री का बयान: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने भी हाल ही में कहा था कि बलूचिस्तान पर सरकार का नियंत्रण कमजोर हो गया है, खासकर रात के समय, और सशस्त्र विद्रोही प्रमुख राजमार्गों पर खुलेआम गश्त करते हैं और शहरी क्षेत्रों पर भी कुछ घंटों के लिए नियंत्रण कर लेते हैं।
यह स्थिति बलूचिस्तान में लंबे समय से चल रहे अलगाववादी आंदोलन की एक गंभीर वृद्धि को दर्शाती है।

भारत ने पाकिस्तान के कई ड्रोन को नष्ट कर दिया है। विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन हम...
08/05/2025

भारत ने पाकिस्तान के कई ड्रोन को नष्ट कर दिया है। विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया है।
हालांकि, सरगोधा से उड़ने वाले F-16 को जैसलमेर के पास S-400 द्वारा मार गिराने की खबर की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। कुछ रिपोर्ट्स में ज़रूर इस तरह के दावे किए गए हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि भारत या पाकिस्तान दोनों में से किसी ने नहीं की है।
यह सच है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है और दोनों तरफ से सैन्य कार्रवाई की खबरें आ रही हैं। भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं और पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस माहौल में कई तरह की खबरें और दावे सामने आ रहे हैं, जिनकी स्वतंत्र पुष्टि करना मुश्किल हो रहा है।
इसलिए, आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि पाकिस्तान के ड्रोन को नष्ट करने की खबर सही है, लेकिन F-16 को मार गिराने की खबर की आधिकारिक पुष्टि का इंतजार करना होगा।
भारत माता की जय! जय हिन्द की सेना! 🇮🇳

 िफेन्स_सिस्टम की कहानी - यह पोस्ट हमारे देश में  #चीन_के_Fanboys के लिए है.. जो सोते जागते चीन की Technological Prowess...
08/05/2025

िफेन्स_सिस्टम की कहानी -
यह पोस्ट हमारे देश में #चीन_के_Fanboys के लिए है.. जो सोते जागते चीन की Technological Prowess की कसमे खाते हैं. चीन ये चीन वो.....फलाना ढिकाना, आज पाकिस्तान रो रहा है... वहाँ का मीडिया रो रहा है... लोग वीडियो बना बना कर डाल रहे हैं... कि पूरे देश में सुबह से 50 से ज्यादा ड्रोन attack हो चुके हैं. कहाँ है हमारा एयर डिफेन्स सिस्टम???

चीनी एयर डिफेन्स System है जी....
HQ9 है जी.. कई सौ million डॉलर्स में खरीदा है.आसमान से ऊँचे और सागर से गहरे दोस्त चीन से.

लेकिन मौके पर वह चल नहीं रहा ?

चलेगा कैसे.. चीनी माल है. Quality और Warranty में एकदम शून्य है.

चीन ने 1990 के दशक में रूस से यह एयर डिफेन्स सिस्टम खरीदा..उसके बाद चीन के मन में लालच आ गया.. उन्होंने इसकी extra मिसाइल खरीदी और फिर Reverse Engineering करना शुरू कर दिया.....
चीन को यही तो आता है...
खुद का कुछ नहीं बनाता चीन

चीन ने S-300 की सस्ती copy बनाई HQ9 के नाम से.और इसे अपने दोस्तों को चिपका दिया. पाकिस्तान और अन्य कुछ देश...

बेचारे 😂😂

HQ9 बेशक़ S-300 की copy है.
लेकिन उससे बेहद कम सक्षम है. और इसकी नाकामी हम बालाकोट और ऑपरेशन सिंदूर में देख ही चुके हैं.

आज हालत यह है कि आज के ड्रोन attack के बाद लाहौर जैसे शहर का एयर डिफेंस System बर्बाद हो चुका है

वहीं भारत के पास S-400 है.....
जो S-300 से कई गुणा बेहतर है.HQ9 तो इसके आस पास तक नहीं फटकता.

मोदी सरकार ने रूस के साथ 35000 करोड़ की deal करके यह सिस्टम पाया.. और आज यह हमें सुरक्षा दे रहा है. इसके अलावा हमारे पास AAD, PAD, Barak-8, आकाश और Spyder सिस्टम. भी है..जो पूरी तरह से भारत ने बनाये जाते हैं.. वहीं बराक और Spyder भी भारत में बनते हैं लेकिन इजराइल के साथ पार्टनरशिप में.

पिछले 8-10 सालों में भारत ने एयर डिफेन्स system को मजबूत करने के लिए अरबों रूपए खर्च किये हैं. और यही कारण है कि एक भी पाकिस्तानी मिसाइल या ड्रोन भारत की धरती छू नहीं पाया है.

और लोग पूछते थे....
Tax का पैसा कहाँ लग रहा है..
मोदी विदेश क्यों जा रहा है.

उत्तर मिल गया होगा ऐसे लोगों को.

कांग्रेस के ज़माना होता तो आज हम भी सड़को पर इधर उधर भाग रहे होते..
जैसे आज लाखों पाकिस्तानी भाग रहे हैं 🤔

S-300
HQ9
S-400

07/05/2025

पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये हमले बुधवार रात डेढ़ बजे 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए।

06/05/2025

@डरना मत जब 7 मई को बजे युद्ध वाला सायरन, कैसा होता है, क‍ितनी दूर तक आवाज करता है, यह यहाँ जानने की कोसिस करते हैं ।

7 मई को तेज सायरन सुनें तो घबराएं नहीं, यह मॉक ड्रिल है.

7 मई को मॉक ड्रिल के तहत युद्ध का सायरन बज सकता है.
यह सायरन प्रशासनिक भवनों, पुलिस मुख्यालय, फायर स्टेशन पर लगाए जाते हैं. सायरन की आवाज 2-5 किलोमीटर तक सुनाई दे सकती है.

अगर 7 मई को अचानक कोई तेज और डरावनी सायरन की आवाज सुनें तो घबराएं नहीं. यह कोई आपात स्थिति नहीं, बल्कि एक मॉक ड्रिल यानी युद्ध जैसी स्थिति की तैयारी का अभ्यास है. इस दौरान एक ‘जंग वाला सायरन’ बजेगा, ताकि लोगों को बताया जा सके कि युद्ध या हवाई हमले जैसी स्थिति में क्या करना होता है?

1971 की जंग के बाद यह पहली बार है क‍ि भारत सरकार ने ऐसा मॉक ड्रिल करने का आदेश द‍िया है.

ऐसे में आपके ल‍िए यह जानना जरूरी है क‍ि ये सायरन आखिर होता क्या है? कहां लगाए जाते हैं? इनकी आवाज कैसी होती है? कितनी दूरी तक सुनाई देती है? और जब ये बजता है तो लोगों को क्या करना चाहिए?
यहां आपको इन सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे.

@ जंग वाला सायरन कहां लगाया जाता है?

ये सायरन आमतौर पर प्रशासनिक भवनों, पुलिस मुख्यालय, फायर स्टेशन, सैन्य ठिकानों और शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ऊंचाई पर लगाए जाते हैं. इनका मकसद कि सायरन की आवाज ज्‍यादा से ज्‍यादा दूर तक पहुचाना होता है. दिल्ली-नोएडा जैसे बड़े शहरों में इन्हें खासतौर पर संवेदनशील इलाकों में लगाया जा सकता है. देश के हर शहर में इसे लगाया जा सकता है.

@ युद्ध वाला सायरन होता कैसा है?

’जंग वाला सायरन’ दरअसल एक तेज आवाज वाला वॉर्निंग सिस्टम होता है. यह युद्ध, एयर स्‍ट्राइक या आपदा जैसी आपात स्थिति की सूचना देता है. इसकी आवाज में एक लगातार ऊंचा-नीचा होता हुआ कंपन होता है, जिससे यह आम हॉर्न या एंबुलेंस की आवाज से बिल्कुल अलग पहचाना जा सके ।

@ इसकी आवाज कैसी होती है, और कितनी दूर तक जाती है?

जंग वाले सायरन की आवाज बेहद तेज होती है. आमतौर पर यह 2-5 किलोमीटर की रेंज तक सुनाई दे सकती है. आवाज में एक साइक्‍ल‍िक पैटर्न होता है. यानी यह धीरे-धीरे तेज होती है, फिर घटती है और ये क्रम कुछ मिनटों तक चलता है. एंबुलेंस का सायरन जहां 110-120 डेस‍िबल की आवाज करता है, वहीं जंग वाला सायरन 120-140 डेस‍िबल की आवाज करता है.

@ भारत में पहले कब बजा था ‘जंग वाला सायरन’?

भारत में जंग वाले सायरन का उपयोग 1962 के चीन युद्ध, 1965 और 1971 के भारत-पाक‍िस्‍तान जंग के दौरान किया गया था. उस समय ये सायरन विशेष रूप से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और अमृतसर जैसे शहरों में लगाए गए थे. इसके अलावा कारगिल युद्ध के दौरान बॉर्डर से लगे इलाकों में इनका उपयोग क‍िया गया था.

@ जब सायरन बजे तो क्या करें?

सायरन बजने का मतलब है कि लोग तुरंत सुरक्षित स्थानों की ओर रवाना हों. लेकिन मॉक ड्रिल के दौरान आप पैन‍िक न हों. सिर्फ खुले इलाकों से हट जाएं. घरों या सुरक्षित इमारतों के अंदर जाएं. टीवी, रेडियो और सरकारी अलर्ट्स पर ध्यान दें. अफवाहों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
@ कितनी देर में जगह खाली करनी होती है?

असली युद्ध जैसे हालात में पहले सायरन से लेकर 5 से 10 मिनट के अंदर सुरक्षित स्थान तक पहुंचना होता है. यही कारण है कि मॉक ड्रिल की मदद से लोगों को सिखाया जाता है कि कैसे जल्दी और शांतिपूर्वक बाहर निकलें.

06/05/2025

उलझी पड़ी है जिंदगी संवार दो महादेव,
बड़ी दुविधा में फंसा हूँ संभाल लो महादेव।
ादेव।
ः_शिवाय। 🌿🌹🌺💐❤️🙏🏻

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