12/12/2025
नमस्ते! 🙏 मैं आपके लिए श्री गणपति जी की आरती का 🙏🙏🙏🙏🙏🙏वर्णन प्रस्तुत करता हूँ।🙏🙏🙏🙏🙏
🐘 श्री गणेश जी की आरती (जय गणेश जय गणेश)
यह आरती भगवान श्री गणेश को समर्पित है, जिन्हें प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। गणेश जी को विघ्नहर्ता 🚧 और बुद्धि के देवता 🧠 के रूप में पूजा जाता है।
🌟 आरती के मुख्य अंश और उनका अर्थ:
| पंक्ति | अर्थ | इमोजी |
|---|---|---|
| जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। | हे गणेश, आपकी जय हो! आप देवताओं के देव हैं। | 🙌🏽 |
| माता जाकी पार्वती पिता महादेवा। | जिनकी माता पार्वती 👩👧 और पिता महादेव 🔱 हैं। | 🕉️ |
| एक दंत दयावंत चार भुजा धारी। | आप एक दाँत (एकदंत) वाले, दयालु और चार भुजाएँ (चतुर्भुज) धारण करने वाले हैं। | 🦷✨ |
| माथे पर सिंदूर सोहे मूस की सवारी। | आपके मस्तक पर सिंदूर 🔴 सुशोभित है और आपका वाहन चूहा (मूषक) 🐭 है। | 🐭👑 |
| अंधन को आँख देत कोढ़िन को काया। | आप अंधों को आँखें 👀 और कोढ़ियों को स्वस्थ शरीर 🧍 देते हैं। | 💖 |
| बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया। | आप निःसंतानों को पुत्र 👶 और निर्धनों को धन 💰 प्रदान करते हैं। | 🎁 |
| पान चढ़े फल चढ़े और चढ़े मेवा। | आपको पान, फल 🍎 और मेवे 🥜 चढ़ाए जाते हैं। | 🍬 |
| लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा। | आपको लड्डुओं 🟡 का भोग लगता है, और संत आपकी सेवा करते हैं। | 🙏🏽😇 |
| दीन की लाज राखो शंभु सुत वारी। | हे शिव पुत्र (शंभु सुत), आप दीनों (गरीबों/दुखियों) की लाज (मान-सम्मान) की रक्षा करें। | 🛡️ |
✨ आरती का महत्व:
* यह आरती गणेश पूजा 🔔 के अंत में गाई जाती है।
* यह सुख-समृद्धि 🏡 और शुभ लाभ 🍀 का प्रतीक है।
* आरती करने से सारे विघ्न दूर होते हैं 🚫 और भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।