21/03/2025
इतिहासकार जादूनाथ सरकार के मुताबिक़ अक्लमंदी, आचरण और बहादुरी में औरंगज़ेब एशिया के सबसे बड़े हुक्मरानों में से एक था, औरंगज़ेब की पैदाइश गुजरात के दाहोद में सन् 1618 में हुई, औरंगज़ेब को करौंदा और सुपारी पसंद था,
चौदह साल की उम्र में हाथियों की लड़ाई के सिलसिले में एक हाथी उसपर हमलावर हो गया, सभी शहज़ादे डर कर भाग खड़े हुए, वो अकेला वहां मौजूद रहा,
शाहजहां ने शराब बनाने और बेचने पर पाबंदी लगा दी थी लेकिन क़ानून पर सख़्ती से अमल नहीं होता था, औरंगज़ेब जब हुक्मरान बना तो उसने शराब को रोकने के लिए एक डिपार्टमेंट बनाया, पकड़े जाने पर शराब बेचने वाले को सज़ा दी जाती थी, शराब पीने की वजह से औरंगज़ेब ने एक राजपूत मंसबदार का सज़ा के तौर पर तबादला कर दिया, शराब पीने की वजह से कई मंसबदारों के ओहदे घटा दिए गए,
औरंगज़ेब ने एक डिक्शनरी तैयार करवाई ताकि उससे फ़ारसी जानने वालों को हिन्दी सीखने में आसानी हो,
अकबर के ज़रिए शुरू किए गए सालगिरह की रस्म को औरंगज़ेब ने बंद कर दिया, उसका ख़्याल था के इस रस्म से छोटे सरदारों को काफ़ी परेशानी होती है, उसने रसिक दास नाम के ओहदेदार को किसानों का ध्यान रखने के काम पर लगाया, ताकि लोकल एडमिनिस्ट्रेशन उनको तंग न करे,
औरंगज़ेब ने सती प्रथा पर पाबंदी लगाई, भांग की खेती और जुआ खेलने पर पाबंदी लगाई,
मासिर ए आलमगीरी के मुताबिक़ औरंगज़ेब ने फाइनेंस डिपार्टमेंट में हिन्दुओं की नियुक्ति पर पाबंदी लगा दी थी, इसकी वजह ये थी के डिपार्टमेंट में रिशवत और सूद बहुत आम हो गया था, लेकिन फिर सरकारी काम के लिए लोगों की कमी हो गई, और काम में रुकावट आने लगी तो हिन्दुओं की नियुक्ति फिर से शुरू की गई और उनकी हिस्सेदारी पचास फीसद तय कर दी गई, अर्थात पचास फीसद हिन्दू और पचास फीसद मुसलमान,
ShaikhArshad شیخ ارشد