06/09/2024
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अदृश्यता: भाग 1
दृश्य 1: एक लड़का जिसका नाम अनल है
सूरज आसमान में ऊँचा चमक रहा था, सड़क पर धूल उड़ती हुई और सुनसान रास्ते पर एक कार तेज़ी से दौड़ रही थी। अनल, एक 17 वर्षीय शांत स्वभाव का लड़का, अपने पिता की पुरानी कार की सीट पर बैठा खिड़की से बाहर देख रहा था। वह अपने फोन से खेल रहा था, बिल्कुल अनजान कि कुछ अजीब होने वाला है।
अचानक, कार जोर से झटकी। उसके पिता ने ब्रेक पर जोर दिया, उनके चेहरे पर भ्रम साफ दिखाई दे रहा था।
“पापा? क्या हुआ?” अनल ने पूछा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। उसने चारों तरफ देखा, और उसके पिता सीट पर नहीं थे। अनल की आँखें चौड़ी हो गईं, उसका दिल ज़ोर से धड़कने लगा। वह कार में अकेला था।
वह घबराकर चारों ओर देखने लगा, उसकी सांसें तेज़ हो गईं। और फिर, अचानक एक अजीब ऊर्जा ने उसे पकड़ लिया। उसकी पूरी काया अजीब सी झुनझुनी महसूस करने लगी। उसकी नज़र धुंधली हो गई, और चिल्लाने से पहले ही, वह गायब हो गया।
दृश्य 2: गायब होती लड़की
कुछ घंटों बाद, उसी सड़क पर एक लड़की जिसका नाम रिया था, अपनी कार चला रही थी। उसी अजीब एहसास ने उसे भी जकड़ लिया। उसकी हथेलियाँ सुन्न होने लगीं, उसकी सांसें अटक गईं, और वह भी अपनी सीट से गायब हो गई, उसकी कार सड़क पर लावारिस खड़ी रह गई।
दृश्य 3: ब्रेकिंग न्यूज़
कैमरा अब एक व्यस्त न्यूज़रूम की ओर शिफ्ट होता है। रिपोर्टर तनाव में हैं, फ़ोन बज रहे हैं, और हर जगह हलचल मची है। कैमरा एक लाइव न्यूज़ प्रसारण पर ज़ूम करता है।
रिपोर्टर, जिसका चेहरा फीका पड़ गया है, कैमरे में बोलती है, उसकी आवाज़ कांप रही है, "दोस्तों, हम कुछ अभूतपूर्व देख रहे हैं। दुनिया भर से लोग बिना किसी निशान के गायब हो रहे हैं। कई सरकारों ने यह रिपोर्ट की है कि कुछ ही घंटों में विश्व की लगभग आधी आबादी गायब हो गई है।”
वह रुकती है, उसकी आँखों में भय साफ़ दिख रहा है, “यह क्या हो रहा है? इसके पीछे कौन या क्या है? क्या यह आतंकवाद है, कोई वैश्विक षड्यंत्र, या कुछ ऐसा जो हमारी समझ से परे है?”
दृश्य 4: विश्व नेताओं की बैठक में तनाव
अब कैमरा एक बड़े हॉल में जाता है जहाँ विश्व के नेता आपातकालीन शिखर सम्मेलन के लिए इकट्ठे हुए हैं। माहौल तनावपूर्ण है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति ने गुस्से में मेज पर मुक्का मारा, उनका चेहरा लाल हो रहा था। “यह एक हमला है! हमारे दुश्मनों द्वारा सुनियोजित हमला! हमें इसका जवाब देना होगा!”
रूस के राष्ट्रपति खड़े होकर बोले, “यह दोषारोपण का समय नहीं है। लेकिन हम जानते हैं कि इस स्थिति से किसे सबसे अधिक लाभ होगा!” उनकी आँखें सामने वाली मेज़ पर गुस्से से टिकी थीं।
चीन के प्रधानमंत्री ने जवाब दिया, “दूसरों पर आरोप लगाने से समस्या का हल नहीं निकलेगा! हमें एकता की ज़रूरत है, न कि विभाजन की!”
अचानक, कमरे में हंगामा मच गया, सभी नेता एक-दूसरे पर चिल्लाने लगे, दोषारोपण करने लगे।
तभी, जब यह शोर अपने चरम पर था, एक शांत लेकिन सशक्त आवाज़ पूरे हॉल में गूंजती है। पूरा हॉल खामोश हो जाता है।
दृश्य 5: भारत के प्रधानमंत्री का भाषण
यह आवाज़ भारत के प्रधानमंत्री की थी। वह खड़े हुए, उनकी आँखें तेज और दृढ़ थीं। “यह पागलपन बंद करो!” उन्होंने गरजते हुए कहा, उनकी आवाज़ में गहरी ताकत थी। “यह दोषारोपण का समय नहीं है। हम यहाँ लड़ने के लिए नहीं आए हैं। हम यहाँ उस सत्ता का सामना करने आए हैं जो इस आपदा के लिए ज़िम्मेदार है।”
वह कमरे के चारों ओर देखते हैं, उनकी नज़रें नेताओं के दिलों में छेद कर रही थीं। “दुनिया ने ऐसी आपदा कभी नहीं देखी। हमें नहीं पता कि इसके पीछे कौन है या क्या है। लेकिन हम साथ मिलकर इससे निपट सकते हैं। हमें एकजुट होना चाहिए।”
नेता, अभी भी तनाव में, एक-दूसरे की ओर देखते हैं। एक-एक कर, वे सहमति में सिर हिलाते हैं। प्रधानमंत्री की बातों ने उनके दिलों को छू लिया था।
दृश्य 6: वैश्विक टास्क फोर्स का गठन
विश्व के नेता एक साथ आते हैं और दुनिया भर से सबसे प्रतिभाशाली दिमागों, विशेषज्ञों—वैज्ञानिकों, सैन्य रणनीतिकारों, जाँचकर्ताओं, और तकनीकी विशेषज्ञों की एक विशेष टीम बनाने का निर्णय लेते हैं। यह टीम इन गायब होने की घटनाओं के रहस्य को सुलझाने और इसके पीछे के बल को रोकने का प्रयास करेगी।
दृश्य 7: भारतीय नौसेना का विशेष मिशन
अब दृश्य भारतीय महासागर की ओर शिफ्ट होता है, जहाँ एक छोटा भारतीय नौसेना का जहाज रात के अंधेरे में चुपचाप आगे बढ़ रहा है। इस पर एक अनुभवी मरीन कमांडो कप्तान अर्जुन सवार हैं, जो अपनी अद्भुत लड़ाई कौशल के लिए जाने जाते हैं। उन्हें एक पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा कब्जाए गए नाव को छुड़ाने के एक खतरनाक मिशन पर भेजा गया है।
कप्तान अर्जुन, कम शब्दों वाले लेकिन तेज़ क्रियाओं वाले व्यक्ति हैं। जैसे ही वे नाव के पास पहुँचते हैं, अर्जुन अपने दस्ते को पूरी शांति बनाए रखने का इशारा करते हैं। कुछ ही सेकंड में, वह पानी में कूदते हैं, उनके शरीर की फुर्तीली गति उन्हें समुद्र की लहरों के बीच एक शार्क जैसा बना देती है। उनकी टीम उनके पीछे-पीछे बिना कोई आवाज़ किए चलती है।
अर्जुन चुपचाप नाव के पीछे से चढ़ते हैं और पहले गार्ड को एक तेज़ चोकहोल्ड में फँसाकर बेहोश कर देते हैं। वह एक भूत की तरह हिलते हैं, उनके हाथ से किया गया हमला सटीक और घातक है।
जैसे ही वह एक कोने से मुड़ते हैं, दो और आतंकवादी उन्हें देख लेते हैं, लेकिन इससे पहले कि वे अपने हथियार उठा पाते, अर्जुन तेजी से झुकते हैं और एक आतंकवादी को नीचे गिराते हुए दूसरे की गर्दन पर एक जबरदस्त प्रहार करते हैं।
अर्जुन इतनी फुर्ती से आगे बढ़ते हैं कि तीसरा आतंकवादी उन्हें देखते ही हथियार फेंक देता है। पाँच मिनट के भीतर मिशन खत्म हो जाता है, आतंकवादी ढेर हो चुके होते हैं और नाव सुरक्षित होती है।
दृश्य 8: डॉक्टर की तस्वीर
अर्जुन के मिशन के बाद का दृश्य कैमरे में धीरे-धीरे खींचता है। अब हम एक शांत अस्पताल में हैं। फ्रेम में एक महिला सफेद कोट में दिखाई देती है, उसकी आँखों में चिंता का भाव। वह एक डॉक्टर है, और उसके सामने का बिस्तर खाली पड़ा है, जहाँ कुछ घंटे पहले तक उसका मरीज़ था।
उसका नाम डॉ. माया है, और वह इस रहस्य को सुलझाने में अहम भूमिका निभाने वाली है।
जारी रहेगा...
इस पहले भाग में, रहस्यमय घटनाओं से पूरी दुनिया हिल जाती है। विश्व नेता एकजुट होकर इसका हल निकालने की कोशिश करते हैं, और भारतीय मरीन कमांडो कप्तान अर्जुन के साहसी मिशन के साथ कहानी और रोमांचक हो जाती है।