10/07/2025
नशामुक्त रहें,स्वस्थ भोजन और सकारात्मक जीवनशैली अपनाएं-राज्यपाल।
-राज्यपाल ने लखनऊ में पुलिस कर्मियों की 09 से 14 वर्ष आयु वर्ग की पुत्रियों के लिए आयोजित निःशुल्क एचपीवी वैक्सीनेशन कार्यक्रम का किया उद्घाटन।
अमिताभ श्रीवास्तव। लखनऊ।प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को लखनऊ में पुलिस कर्मियों की 09 से 14 वर्ष आयु वर्ग की पुत्रियों के लिए आयोजित निःशुल्क एचपीवी वैक्सीनेशन कार्यक्रम का उद्घाटन किया।इस कार्यक्रम का आयोजन राज्यपाल की प्रेरणा से किया गया।इस अवसर पर उन्होंने वैक्सीनेशन के दौरान बालिकाओं से संवाद कर तथा प्रमाण पत्र देकर उनका मनोबल बढ़ाया।उन्होंने बच्चियों को चॉकलेट,नारियल पानी और फल भेंट किए तथा उन्हें संतुलित एवं पोषक आहार लेने के लिए प्रेरित भी किया।अपने उद्बोधन में राज्यपाल ने सबसे पहले कार्यक्रम में उपस्थित पुलिसकर्मियों,अधिकारियों तथा बालिकाओं को बधाई देते हुए कहा कि यह अत्यंत सराहनीय पहल है,जो जनस्वास्थ्य, विशेषकर बालिकाओं के सुरक्षित भविष्य से जुड़ी हुई है।सर्वाइकल कैंसर एक गंभीर रोग है,जिसकी पहचान प्रारंभिक अवस्था में कठिन होती है और यही कारण है कि इससे बचाव के लिए समय रहते जागरूकता फैलाना आवश्यक है।जब किसी माता को यह रोग हो जाता है,तो केवल वह ही नहीं,बल्कि पूरा परिवार, विशेषकर छोटे बच्चे मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक कठिनाइयों से गुजरते हैं,इसलिए यह आवश्यक है कि हम समय रहते इस रोग से बचाव के उपायों को अपनाएं और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें। एचपीवी वैक्सीनेशन बालिकाओं को गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।उन्होंने इस पहल के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम न केवल बालिकाओं के स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं,बल्कि समाज में कैंसर के प्रति जागरूकता भी बढ़ाते हैं।उन्होंने अन्य विभागों एवं संस्थानों से भी ऐसी पहल करने का आह्वान किया।उन्होंने बताया कि उनके द्वारा उत्तर प्रदेश और गुजरात में जन सहयोग तथा विश्वविद्यालयों के समर्थन से बालिकाओं को एचपीवी वैक्सीन दिलवाने का कार्य वृहद स्तर पर किया गया है।राजभवन में निवासरत सभी बालिकाओं का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है,जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हुआ है।उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अक्सर परिवार अनावश्यक खर्चों में पीछे नहीं हटते,लेकिन जब बात बेटियों को वैक्सीन दिलवाने की आती है,तो उदासीनता दिखाई जाती है।उन्होंने प्रेरित करते हुए कहा कि हर अभिभावक को अपनी बेटी की जीवन रक्षा के लिए यह आवश्यक वैक्सीन अवश्य दिलवानी चाहिए।भारत सरकार एवं राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रही हैं, लेकिन अभिभावकों और समाज को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी।उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे यह संकल्प लें कि अपनी बेटियों को एचपीवी वैक्सीन अवश्य दिलवाएंगे।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों और समाज के सहयोग से अब तक लगभग 50 हजार से अधिक बालिकाओं को एचपीवी वैक्सीन दी जा चुकी है।कई जागरूक नागरिक स्वयं बालिकाओं को गोद लेकर उनका वैक्सीनेशन करवा रहे हैं।इसके लिए सर्वे,जागरूकता अभियान और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।राज्यपाल ने कहा कि “हमारी बेटियां स्वस्थ रहें,पढ़ें,आगे बढ़ें,यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए।जीवन में आप जो भी करें,अपने बच्चों को ऊँचाई तक पहुंचाने का सपना अवश्य रखें। 21वीं सदी नारी शक्ति की सदी है।बेटियों को आगे बढ़ाने का कार्य कीजिए,सोच सकारात्मक रखिए,बुरा मत सोचिए,बुरा मत करिए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मन की बात’ में बच्चों में बढ़ते मोटापे और खाने में दस प्रतिषत तेल कम करने के सुझावों का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इन आदतों को अपनाने वालों को स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य लाभ मिला है।उन्होंने बताया कि राजभवन परिसर में बच्चों के लिए सुबह शाम खेलकूद हेतु मैदान खोला गया है,जहाँ वे विभिन्न खेल गतिविधियों में भाग लेते हैं। अपने लिए दिन में कम से कम (व्दम भ्वनत व्दसल वित ल्वन) निर्धारित करें,जिसमें योग, व्यायाम या कोई भी शारीरिक गतिविधि शामिल हो।उन्होंने कहा कि राजभवन में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच के लिए बीएमआई मशीन की व्यवस्था की गई है,जिससे सभी को लाभ मिल रहा है।बीमारी की समय पर पहचान अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए सटीक डायग्नोसिस अनिवार्य है।उन्होंने संतुलित और पौष्टिक आहार की महत्ता पर भी बल दिया।स्वस्थ आदतें परिवार से शुरू होती हैं।जब माता-पिता खुद स्वस्थ भोजन करते हैं और व्यायाम करते हैं,तो बच्चे भी उन्हें देखकर प्रेरणा लेते हैं। इसलिए हर परिवार को स्वास्थ्य के प्रति सजग होना चाहिए।
राज्यपाल जी ने होम्योपैथी, आयुर्वेद और आयुष चिकित्सा पद्धतियों के बीच समन्वय की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि सभी पद्धतियों के चिकित्सकों को आपसी सहयोग और सामंजस्य के साथ कार्य करना चाहिए।उन्होंने कहा कि होम्योपैथी बच्चों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है और इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। नशा मुक्ति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि नशे की लत बच्चों पर सबसे बुरा प्रभाव डालती है।उन्होंने लोगों को प्रेरित किया कि नशा छोड़कर स्वस्थ भोजन और सकारात्मक जीवनशैली अपनाएं।उन्होंने टीबी उन्मूलन अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि यदि हम समय पर पोषण युक्त भोजन करें तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। सरकार के प्रयास तभी सफल होते हैं जब समाज भी अपनी जिम्मेदारी निभाए।उन्होंने महिलाओं को नशा मुक्ति की दिशा में पहल करने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने काशी और मिर्जापुर की 2,500 महिलाओं का उदाहरण दिया,जिन्होंने पहले अपने घरों को नशा मुक्त किया, फिर गांवों में जाकर जागरूकता अभियान चलाया।उन्होंने कहा कि हेल्थ कैंपों में भी नशा मुक्ति को प्रमुख विषय बनाया जाना चाहिए।राज्यपाल ने बताया कि राजभवन राजभवन के प्रयासों से कई भिक्षावृत्तियों में लिप्त बच्चों को स्कूलों में दाखिल कराया गया है।इन बच्चों को राजभवन में बैंड प्रशिक्षण दिया गया और उन्होंने 26 जनवरी की परेड में प्रथम स्थान प्राप्त किया, वह भी प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए। राजभवन में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु स्केटिंग रिंग,बांसुरी प्रशिक्षण और खेलकूद की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिनसे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ा है और वे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने कहा कि यह कार्यक्रम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा और मार्गदर्शन से आयोजित किया गया है,जो निश्चित ही बालिकाओं को एक नया जीवन प्रदान करेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना सोलंकी ने सर्वाइकल कैंसर की विस्तार से जानकारी दी।अपने व्याख्यान में उन्होंने कहा कि यदि समय रहते जागरूकता अपनाई जाए और वैक्सीनेशन कराया जाए, तो इस रोग से पूरी तरह बचा जा सकता है।उन्होंने यह भी कहा कि हर बेटी को ’दो टीके जिंदगी के’ अवश्य मिलने चाहिए,ताकि वह स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ सके।इस अवसर पर पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र के. सेंगर,ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर अमित वर्मा,केजीएमयू की टीम, पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी,सहभागी संस्था ग्रीन गैस लिमिटेड के अधिकारी कर्मचारी,पत्रकार बन्धु सहित अन्य महानुभाव उपस्थित रहे।