
22/08/2025
"बेटा कांच में रखा है" — लखीमपुर से एक रिपोर्ट, उस भारत की जो न्यू इंडिया नहीं है।
स्थान: लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश
घटना: एक नवजात की मौत, इलाज के अभाव में।
कारण: जेब में पैसे नहीं थे।
प्रशासन: जांच के आदेश, अस्पताल सील।
पिता: बच्चे की लाश झोले में लेकर डीएम ऑफिस पहुँचा।
न्यू इंडिया के पोस्टर से बाहर निकलिए।
यहाँ एक पिता है, जो अपनी पत्नी को बार-बार झूठ बोल रहा है कि "बच्चा कांच में रखा है"।
असल में बच्चा अब किसी कांच में नहीं, एक झोले में है।
वो झोला अब सिर्फ कपड़े नहीं ढोता — वो उस व्यवस्था की लाश ढोता है, जो कहती है:
"आयुष्मान भारत है, इलाज सबको मिलेगा।"
लेकिन अस्पताल कहता है:
"पहले ₹10,000 दो, फिर ₹25,000 दो। वरना बाहर जाओ।"
गर्भवती महिला को स्ट्रेचर पर बाहर छोड़ दिया गया। बच्चा पेट में ही मर गया।
पिता ने बच्चे की लाश को झोले में रखा और डीएम ऑफिस पहुँचा।
अब सुनिए वो वाक्य जो इस देश की सबसे बड़ी रिपोर्ट है:
"मेरी पत्नी बार-बार बच्चा मांग रही है। हम उससे झूठ बोल रहे हैं कि बच्चा कांच में रखा है।"
ये वाक्य सिर्फ एक झूठ नहीं — ये उस सिस्टम की सच्चाई है जो गरीब को सिर्फ वोट समझता है, इंसान नहीं।
टीवी पर क्या चलेगा?
- "अस्पताल सील कर दिया गया है।"
- "जांच के आदेश दे दिए गए हैं।"
- "प्रशासन सख्त है।"
लेकिन कोई ये नहीं पूछेगा:
"क्या इलाज अब सौदा बन चुका है?"
"क्या गरीब का बच्चा सिर्फ आंकड़ा है?"
"क्या झोले में लिपटी लाश भी न्यू इंडिया की तस्वीर है?"
ये रिपोर्ट नहीं, एक सवाल है।
अगर आप इस देश से प्यार करते हैं, तो इस रिपोर्ट को पढ़िए, सोचिए, और पूछिए:
- "क्या यही विकास है?"
- "क्या यही वो भारत है, जो हमें दिखाया जाता है?"
Maniar News की तरफ से, ये रिपोर्ट उस पिता को समर्पित है — जो झोले में लाश लेकर सिस्टम के दरवाज़े पर खड़ा है और जनता हिंदू मुसलमान और मोदी मोदी कर रही है।
नगर पंचायत मनियर , बलिया
Hari Shankar Singh