
21/06/2025
आज फेसबुक पर योग दिवस की 7 साल पुरानी तस्वीर देखी, जिसमें हमारे अज़ीज़ और जिंदादिल पत्रकार साथी शिवनन्दन भाई मुस्कुराते हुए नजर आए। वो तस्वीर तो पुरानी थी, लेकिन यादें एकदम ताज़ा हो गईं।
शिवनन्दन भाई बेहतर पत्रकार थे, नेकदिल इंसान, उनकी बातें, उनकी मुस्कान, और हर हाल में साथ निभाने वाला उनका स्वभाव आज भी मन को छू जाता है।
दुआ है कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। आप हमेशा दिलों में ज़िंदा रहेंगे भाई।"
🙏 विनम्र श्रद्धांजलि।