
14/11/2023
गोवर्धन कथा
एक दिन भगवान श्री कृष्ण ने देखा कि पूरे ब्रज में तरह तरह के मिष्ठान तथा पकवान बनाए जा रहे हैं. पूछने पर ज्ञात हुआ कि वृषासुर, संहारकर, मेघदेवता देवराज इंद्र की पूजा करने के लिए तैयार हो रहा हैं.इंद्र की प्रसन्नता से वर्षा होगी, गायों को चारा मिलेगा, तथा जीविकापार्जन की समस्या हल होगी. यह सुनकर भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र की निंदा करते हुए कहा कि उस देवता की पूजा करनी चाहिए जो प्रत्यक्ष आकर पूजन सामग्री स्वीकार करे, गोपों ने यह वचन सुनकर कहा कि कोटि कोटि देवताओं के राजा इंद्र की इस तरह निंदा नही करनी चाहिए.कृष्ण ने कहा- इंद्र में क्या शक्ति हैं जो पानी बरसा कर हमारी सहायता करेगा, उससे तो शक्तिशाली तथा सुंदर वह गोवर्धन पर्वत हैं, जो वर्षा का मूल कारण हैं. इसकी हमें पूजा करनी चाहिए.
भगवान श्रीकृष्ण के वाग्जाल में फंसकर सभी ब्रजवासी घर जाकर गोवर्धन पूजा के लिए चारो ओर धूम मचा दी
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गोवर्धन पूजा कब कि है/गोवर्धन पूजन कथा November 14, 2023 by krishna550 Table of Contents Toggle गोवर्धन पूजा 2023 मुहूर्त शुभ मुहूर्त-गोवर्धन पूजा का शु...