
22/06/2025
एक बार एक अमीर व्यापारी का कीमती हीरा गुम हो गया। काफी ढूंढने के बाद पता चला कि हीरा गलती से एक चूहे ने निगल लिया है। गुस्से से तमतमाया व्यापारी तुरंत एक मशहूर शिकारी को बुलवाता है और कहता है, “जिस चूहे ने मेरा हीरा निगला है, उसे हर हाल में पकड़ो!”
शिकारी आता है और सीधा उस कमरे में पहुँचता है जहाँ सैकड़ों चूहे मौजूद थे। सब चूहे एक साथ भीड़ में इधर-उधर दौड़ रहे थे, एक-दूसरे के ऊपर चढ़े हुए। लेकिन तभी शिकारी की नजर एक ऐसे चूहे पर पड़ती है जो एक कोने में सबसे अलग-थलग बैठा था — चुपचाप, किसी से बिना घुले-मिले।
शिकारी बिना समय गँवाए उसी चूहे को पकड़ लेता है।
अमीर व्यापारी हैरान रह जाता है। वो पूछ बैठता है, “इतनी भीड़ में तुझे कैसे पता चला कि यही चूहा मेरा हीरा निगला है?”
शिकारी मुस्कराते हुए कहता है, “बहुत आसान था। जब कोई गरीब अचानक अमीर हो जाता है, तो वो अपने जैसे लोगों से मेल-जोल बंद कर देता है और खुद को अलग समझने लगता है — ठीक उसी तरह जैसे यह चूहा अकेला बैठा था।”
सीख:
समृद्धि जब अहंकार में बदल जाए, तो इंसान अकेला हो जाता है।