
16/09/2024
डू फर्स्ट, थिंक लेटर...
कमबुद्धि गाल बजाऊ लोगो को जब पॉवर मिल जाती है, तो क्या हालात बनते है, यह 370 हटाने के बाद के हालात से समझ आता है।
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पहली बात यह समझ लें, की 370 हटाना निहायत गैर जरूरी था।
जम्मू कश्मीर को जो 95 के करीब विशेष अधिकार दिये गए थे, उसमे 80 से ज्यादा अधिकार नेहरू-इंदिरा के दौर तक खींच लिए गए थे।
जो बचे थे, वह नाममात्र के,खोखले सिम्बोलिक अधिकार थे। लेकिन फिर भी, कहने को तो संविधान के 370 का पन्ना जुड़ा हुआ था।
उसे फाड़कर जश्न मनाया गया।
यहां ठीक है।
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जब 370 हटाई गई, तो स्टेट के दो टुकड़े हुए। दोनो को यूनियन टेरेटरी बना दिया गया।
गृहमंत्री ने संसद में वादा किया, की दावा कि यह अस्थायी अवस्था है। और जल्द ही स्टेटहुड रिस्टोर कर देंगे।
यहां तक भी ठीक है।
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अब कश्मीर छोड़िए, जम्मू में भी, जहाँ इनका काफी होल्ड था, पब्लिक नाराज है। स्टेटहुड न मिलने को लेकर।
कश्मीर घाटी में तो नामलेवा नही है। एक बार महबूबा ने इनसे मिलकर सरकार बना ली, तो उनकी हालत भी पतली है। लद्दाख में सोनम वांगचुक अलग ही मोर्चा खोले हुए है। वे पैदल यात्रा करके कभी चीन बार्डर की तरफ जाते हैं, कभी दिल्ली मार्च नकर रहे हैं।
वहां इनका सांसद हुआ करता था।
हार गया। स्टेटहुड की मांग है। हालत सांप छछूँदर की हो रखी है।
स्टेटहुड दें तो कैसे दें।
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फुल स्टेट में सेंटर का रोल नही होता।
वहां आप सेना, अर्धसैनिक बल वगैरह का स्टेट की मर्जी के बगैर इस्तेमाल कर नही सकते। और कश्मीर में आंतरिक, बाहरी हालात ऐसे हैं, की सुरक्षा बलों के बगैर चलेगा नहीं।
370 में यह व्यवस्था थी, की सेंटर इन बलों की तैनाती कर सकेगा। पूछने अनुमति लेने की जरूरत नही थी। वह व्यवस्था तो छाती ठोककर हटा दी। अब स्टेटहुड देंगे, तो नार्मल स्टेटहुड ही देंगे।
पर कैसे दें?? अपने हाथ पैर काट लेने का काम हो जाएगा।
तो यूनियन टेरेटरी रखकर ही काम चला रहे हैं, जब तक चल जाये। कम से कम एलजी के मार्फ़त पुलिस पर तो कन्ट्रोल है।
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कुछ लोग कहेंगे कि ऐसे कैसे? नार्थ ईस्ट में भी तो स्टेटहुड है, और सुरक्षा बल भी। तो भईया, गूगल मारो न।
उधर भी धारा 371 और 372 लागू है। यह वही है, जो कश्मीर में 370 था। पर आपको नही पता, क्योकि आपको हिस्ट्री, पॉलिटिक्स व्हाट्सप से पढ़नी है, किताबो से नहीं।
और खुद आपकी अक्ल उतनी ही कौड़ी की है, जितने आपके गैंग की बॉस की।
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पर राष्ट्र के तौर पर एक विकट स्थिति है। बार्डर स्टेट, चीन, पाक सबकी ललचाई आंख, उद्विग्न भड़की पब्लिक है।
जम्मू में आपके थोड़े बहुत समर्थंक भी छिटक रहे हैं। वहां जो मल फैलाया है, बाकी के देश मे इत्र बनाकर बेचा है।
क्या करें, क्या न करें??
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कोई रास्ता सुझाइये।
🙏