
11/08/2023
“ये हम्मिंग बर्ड है... दुनिया का एकमात्र पक्षी, जो उड़ते हुए किसी भी दिशा में जा सकता है, पीछे की ओर भी। हम इंसान भी ऐसे ही होते हैं; बस ज़्यादातर लोग जब तक अपनी क्षमताओं को जान पाते हैं, ज़िन्दगी बीत चुकी होती है। कुछ ही लोग होते हैं जो समय रहते या समय बीत जाने के बाद भी कुछ अलग कर पाते हैं...” - विष्णु वर्मा, 'बताशे प्रेम के' से।
प्रस्तुत है विष्णु वर्मा कृत उपन्यास- "बताशे प्रेम के"। आशा करते हैं कि इन प्रेम से सराबोर बताशों को चुभलाते हुए आपको आनंद का अनुभव होगा। आपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी... 😊
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