
09/08/2025
एक बार पुलिस के डी.आई.जी. (उप महानिरीक्षक) निरीक्षण के लिए अलीगढ़ गए थे। वे स्थानीय पुलिस से नाखुश थे, क्योंकि वहां तार चोरों का एक गिरोह पकड़ा नहीं जा रहा था। उन्होंने पुलिस को जल्द ही गिरफ्तारी करने को कहा। बाबा उसी दिन अलीगढ़ पहुंचे। डी.आई.जी., जो बाबा के भक्त थे, ने दुर्गा प्रसाद तिवारी को जीप में बाबा को बुलाने के लिए भेजा। उन्हें ले जाते समय तिवारी सोच रहे थे कि तार चोरों को कैसे पकड़ा जाए, क्योंकि यह बात उनके दिमाग में बहुत भारी पड़ रही थी। बाबा ने अचानक कहा, "गिरफ्तारी के आदेश ने आपको चिंता में डाल दिया है।" तिवारी को समझ में नहीं आया कि बाबा क्या कह रहे थे। जब बाबा ने अपने शब्द दोहराए, तो उन्हें समझ में आ गया कि यह बात उन्हें चिंतित कर रही है। उन्होंने कहा, "महाराज, सेवा में होने के कारण मुझे अपनी नौकरी की चिंता करनी पड़ती है।" बाबा ने कहा, "चिंता मत करो। तीन दिन में सब ठीक हो जाएगा," और दोहराया, "तीन दिन में सब ठीक हो जाएगा।" अगले दिन एक हेड कांस्टेबल ने तिवारी को जगाया। उनके साथ तार काटने वाले तीन चोर भी थे। पुलिस ने उनसे अन्य तार चोरों के बारे में जानकारी प्राप्त की और लगभग पचास किलो तार बरामद किया। तीसरे दिन चोरी का तार खरीदने वाले व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया। तीन दिन में सब कुछ ठीक हो गया। वही हुआ जो बाबा ने बोला था।
महाराज हर घटनाक्रम को जानते थे।
जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻