16/11/2025
शिक्षाविद मास्टर भगवान सिंह जी की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, शिक्षा व समाजसेवा में उनके योगदान को किया याद
नारनौल, 15 नवम्बर। क्षेत्र के प्रतिष्ठित शिक्षाविद, अनुशासनप्रिय शिक्षक और समाजसेवा की मिसाल स्वर्गीय मास्टर भगवान सिंह जी की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर आज एक विशाल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में शिक्षा जगत से जुड़े वरिष्ठ व्यक्तियों, सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों एवं पूर्व विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके जीवन से जुड़ी यादों को साझा किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ हवन और पुष्पांजलि के साथ हुआ। इसके उपरांत उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने मास्टर भगवान सिंह जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। वक्ताओं ने कहा कि मास्टर भगवान सिंह जी न केवल एक आदर्श शिक्षक थे, बल्कि वे एक ऐसे शिक्षाविद थे जिनकी सोच और कार्यशैली ने असंख्य विद्यार्थियों के जीवन को नई दिशा दी। वे शिक्षा को केवल विद्यालय की चारदीवारी तक सीमित न मानकर जीवन के हर क्षेत्र में उसके उपयोग और महत्व को समझाते थे।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि मास्टर भगवान सिंह जी ने अपने शिक्षण काल में अनुशासन, नैतिक मूल्यों, मानवता और सेवा भाव को सबसे ऊपर रखा। उनकी कक्षाओं में पढ़ाई केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रहती थी, बल्कि जीवन जीने की सीख भी दी जाती थी। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रसार के लिए उन्होंने जो प्रयास किए, वे आज भी क्षेत्र के विकास की नींव माने जाते हैं।
वक्ताओं ने बताया कि मास्टर भगवान सिंह जी का छात्रों के साथ व्यवहार अत्यंत सरल, स्नेहपूर्ण और प्रेरणादायक होता था। वे प्रतिभाओं को पहचानकर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। उनके कई विद्यार्थी आज विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं और अपने गुरु के सिद्धांतों को जीवन में उतारकर समाज में अपना योगदान दे रहे हैं।
श्रद्धांजलि सभा में सामाजिक संगठनों और युवाओं ने भी कहा कि मास्टर भगवान सिंह जी समाज के लिए निरंतर सक्रिय रहते थे चाहे किसी गरीब विद्यार्थी की फीस जमा करानी हो, किसी जरूरतमंद परिवार की सहायता करनी हो या गांव में शिक्षा की सुविधा को बेहतर बनाना — वे हमेशा अग्रणी रहते थे। उनकी इसी भावना ने उन्हें हर वर्ग में सम्मानित स्थान दिलाया।
उनकी बडी बेटी पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष सन्तोष यादव ने भावुक होते हुए कहा कि मास्टर भगवान सिंह जी की सादगी, ईमानदारी और कर्मठता सदैव परिवार एवं समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। पुत्र अनिल यादव ने श्रद्धांजलि सभा में आए सभी लोगों का आभार जताया और कहा कि मास्टर जी के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए परिवार और समाज मिलकर कार्य करता रहेगा।
मास्टर भगवान सिंह जी के सुपुत्र अनिल यादव ने दान स्वरूप 250000रू खेडकी गौशाला,51000रू बिहाली गौशाला, 51000रू भोजावास गौशाला और 51000 रू कुक्सी मन्दिर में भेंट किये।
कार्यक्रम के अंत में दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति ने यह सिद्ध कर दिया कि मास्टर भगवान सिंह जी आज भी लोगों के हृदयों में जीवित हैं और उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकाशपुंज बना रहेगा।
कार्यक्रम में रोहिताश सिंह, यतेन्द्र राव भाजपा जिलाध्यक्ष महेंद्रगढ,राव होशियार सिंह, राजकुमार चैयरमेन कनिना,मुनिलाल शर्मा, संदीप मेई ,मनिष पार्षद,शिवरत्न यादव उपाध्यक्ष ,हंसराज, नरेंद्र शर्मा, रत्न सिंह, लक्ष्मीचंद चौहान, रतिराम सरपंच,जगदेव चैयरमेन,लख्खीराम सरपंच,हरिश चैयरमेन, डॉ शेर सिंह,अजय नम्बरदार, राजेन्द्र,नरेश डेरोली, संदीप अटेली, विजयपाल सरपंच,सुनिल यादव (टिंकू), ध्यानचंद, शमशेर प्रधान, प्रेमलता, राजवीर यादव,गुगन बोहरा, कर्मवीर चैयरमेन,राजु कमानिया, इन्द्रपाल पूर्व पार्षद, महिपाल सरपंच, राजकुमार प्रधान, राजबीर चैयरमेन, धर्मपाल सरपंच, विरेन्द्र यादव,दिनेश सैनी, युद्धिष्टर यादव,अशोक हुडिना, ओमवीर पटवारी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।