31/10/2025
भारत में चक्रवात ‘शक्ति’ का कहर: पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भारी तबाही
भारत में 2025 के उत्तर भारतीय महासागर चक्रवात सीजन की शुरुआत भयानक साबित हुई है। चक्रवात BOB 07, जिसे बाद में चक्रवात ‘शक्ति’ नाम दिया गया, ने पूर्वोत्तर व पूर्वी भारत में व्यापक तबाही मचाई। इस चक्रवात का असर 30 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच सबसे अधिक देखा गया, जिसके कारण तेज़ हवाएँ, भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएँ सामने आईं।
भारी जनहानि और नुकसान
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में कम से कम 48 लोगों की मौत हुई है, जबकि नेपाल में 61 और भूटान में 1 व्यक्ति की जान गई। सैकड़ों लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
कुल मिलाकर 6.1 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें घरों का नुकसान, बुनियादी ढाँचे की तबाही और बड़े पैमाने पर विस्थापन शामिल है।
सबसे प्रभावित क्षेत्र
पश्चिम बंगाल: 24 मौतें, दार्जिलिंग पहाड़ों में भारी भूस्खलन, कोलकाता में 23 मिमी बारिश
पूर्वोत्तर भारत: कुल 61 मौतें
असम: 27
अरुणाचल प्रदेश: 12
मेघालय व मिज़ोरम: 6-6
मणिपुर: 4
सिक्किम: 3
त्रिपुरा: 2
नागालैंड: 1
नेपाल में इस दौरान अचानक आए दुर्लभ बर्फीले तूफ़ान में एक पर्वतारोही की मौत की पुष्टि हुई है।
हवा की रफ्तार और चेतावनी
चक्रवात ‘शक्ति’ ने 260–280 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएँ चलाईं, जो इसे कैटेगरी-5 स्तर के बराबर बनाती है।
IMD ने गुजरात, कोंकण और केरल में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किए थे, और राहत व बचाव कार्य अभी भी जारी हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते इस तरह के शक्तिशाली चक्रवातों की आवृत्ति और तीव्रता दोनों बढ़ रही हैं।