23/10/2022
यह बात सत्य है कि पिछले कुछ सालों में देश में बेरोज़गारी का आलम अपनी चरमसीमा पर पहुंच चुका है. जिसकी वजह से देश के युवाओं में हताशा और निराशा हद से ज्यादा बढ़ चुकी है.
मौजूदा सरकार को केवल घोषणाओं से बाहर निकल कर देश के बेरोजगारों की इस तकलीफ को समझते हुये हकीकत में रोजगार और नौकरियों के मामले में पुख्ता कदम उठाने की जरूरत है वर्ना नेता नगरी द्वारा जनता को वादा करना अब देश की जनता का मुकद्दर बन चुका है.