
15/08/2025
"मेवात हमारी पहचान है, हमारे ईमान की धरती है। लेकिन अफ़सोस, आज ये धरती बेहयाई, रुसवाई और जाहिलियत की तरफ़ बढ़ रही है। हाल ही में मालब गाँव में क़ब्र खोदने का वाक़या सुनकर दिल काँप उठा —
ये अल्लाह को नाराज़ करने वाला है और हमारे ईमान के लिए ख़तरा है। आए दिन ऐसी दुखद ख़बरें सुनना हमारे लिए इबरत होनी चाहिए। अल्लाह से दुआ है कि वो हमें और हमारी मेवात को सही रास्ते पर चलने की तौफ़ीक़ दे, ईमान की हिफ़ाज़त करे और गुनाहों से बचाए। 🤲"